अमरावती

यमुना मैया को 111 साडियों की चूनरी अर्पित

स्वस्तिक माहेश्वरी महिला मंडल का उपक्रम सफल

छह दिवसीय मथुरा वृंदावन यात्रा
अमरावती/दि.20- स्थानीय स्वस्तिकनगर स्थित स्वस्तिक माहेश्वरी महिला मंडल ने मथुरा वृंदावन की छह दिवसीय यात्रा का सफल आयोजन किया. यमुना महारानी को 111 साडियों की दीर्घ चूनरी चढाकर मनोरथ पूर्ण किया. ऐसे ही बरसाना, नंदगांव, जतीपुरा और कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के दर्शन किए. गिरिराज का दुग्धाभिषेक कर छप्पनभोग अर्पण किए गए.
वृंदावन यात्रा और चूनरी मनोरथ में अध्यक्षा शारदा राठी, सरिता सोनी, सीमा खंडेलवाल, संध्या राठी, माधुरी सोनी, स्नेहा मूंधडा, लीला झंवर,सुनीता राठी, पद्मा कासट, अनीता गुप्ता, मंजू चांडक, उमा राठी, तारा टवानी, शोभा लढ्ढा, सविता मूंधडा, सुनीता झंवर, जसोदा भंसाली, पौर्णिमा राठी, वैशाली पंड्या, निर्मला डागा, कोमल सोनी, कविता मोहता, संजीवनी राठी, पूजा चांडक, आशा चांडक, योगिता लढ्ढा, ज्योती बंग, विभा चांडक, करुणा झंवर, आरती माहेश्वरी, अनीता माहेश्वरी, नीतू केला, तारा तापडिया, सिमरन राठी, शांता लढ्ढा, मीना राठी, विनिता चितलांगे, ममता सोमाणी, वीणा टावरी, कीर्ति गट्टाणी, पद्मा भाभी, रेखा मूंधडा, जसोदा भाभी, सुचिता चांडक, चंदा झंवर, चंदा राठी सहित सभी सदस्याएं उत्साह से सहभागी हुई.
यात्रा का प्रारंभ 12 दिसंबर को बडनेरा से बाय टे्रन हुआ. 13 दिसंबर मंगलवार को सवेरे महिला मंडल गोकूल पहुंचा. फूलों की होली खेलते, झूमते हुए मंडल यमुना तट पहुंचा. वहां नाव में बैठकर चूनरी मनोरथ आरंभ हुआ. सभी नौकाएं फूलों और विविध रंगों के झंडों से सजाई गई थी. यमुना महारानी को चूनरी आढाने के बाद बांके बिहारी मंदिर और व्दारकाधीश मंदिर के दर्शन किए. दूसरे दिन बरसाना राधा रानी के दर्शन किए. उसी शाम रमणरेती एवं कीर्ति मंदिर तथा प्रेम मंदिर की रोशनाई देख सभी आनंदित हो गए.

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