यश खोडके ने की विश्वमांगल्य की कामना
रक्मिणी माता की पालकी का किया पूजन

अमरावती/दि.4-आषाढी एकादशी, जिसे देवशयनी एकादशी भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण हिंदू धार्मिक त्योहार है. आषाढी एकादशी पर महाराष्ट्र के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु विठ्ठल का नाम जपते हुए पैदल आते हैं. इसी तरह आषाढी महोत्सव के लिए श्री रुक्मिणी माता की सम्मानित पालकी समारोह 31 मई यानी शनिवार को श्रीक्षेत्र कौंडण्यपुर से पंढरपुर के लिए रवाना हुई. मंगलवार 3 जून को हर साल की तरह श्री रुक्मिणी माता पालकी अमरावती के बियानी चौक में पहुंची. इस अवसर पर यश सुलभा संजय खोडके ने मां रुख्मिणी माता का पूजन किया. इस समय यश खोडके ने भगवान श्री विट्ठल और रुक्मिणी माता के चरणों में नमन करते हुए विश्वमांगल्य की कामना की. और सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना की. इस अवसर पर मुख्य रूप से यश सुलभा संजय खोडके मित्र मंडल के सभी सदस्य उपस्थित थे.