अमरावतीमहाराष्ट्रमुख्य समाचार

पुरानी रंजिश के चलते यश रोडगे की हत्या

मर्डर का बदला लेने मर्डर

* पहले अपहरण कर फिर उतारा मौत के घाट
* हत्या के बाद शव को सुकली कंपोस्ट डिपो के पास फेंका
* 7 आरोपियों में से 2 नाबालिग सहित 4 गिरफ्तार
* अन्य 3 आरोपियों की सरगर्मी से चल रही तलाश
* राजापेठ थाने सहित जिला शवागार पर तनावपूर्ण माहौल
* पुलिस ने तगडा बंदोबस्त लगाकर हालात रखे नियंत्रण में
अमरावती/दि.22 – बीती शाम शहर के सातुर्णा परिसर में अपने दोस्त के साथ एक्टीवा वाहन पर घुम रहे यश रोडगे नामक 18 वर्षीय युवक को अन्य दुपहिया वाहन पर सवार होकर आये 7 युवकों ने चाकू व तलवार से हमला करते हुए घायल कर दिया और फिर गंभीर रुप से घायल यश रोडगे का अपहरण करने के साथ ही उसे अपने साथ रवि नगर होते हुए खोलापुरी गेट पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत सुकली गांव के पास स्थित कंपोस्ट डिपो की ओर ले गये. जहां पर चाकू व तलवार से सपासप वार करते हुए यश रोडगे को मौत के घाट उतार दिया गया. साथ ही उसकी लाश को झाडियों में फेंककर पत्थरों के नीचे दबा दिया गया. बीती शाम यश रोडगे पर हुए हमले और फिर उसके अपहरण की वारदात को सातुर्णा परिसर स्थित पालखी मार्ग से गुजरने वाले कई लोगों ने अपनी आंखों से देखा था. साथ ही वारदात के वक्त यश रोडगे का आकाश रामटेके नामक दोस्त भी उसके साथ था, जो इस हमले में घायल होने के बाद मौके से भाग निकला था. ऐसे में इस घटना की जानकारी तुरंत ही यश रोडगे के परिजनों सहित राजापेठ पुलिस को मिल गई थी. जिसके चलते पुलिस ने तुरंत ही यश रोडगे की तलाश करनी शुरु की थी. इस दौरान पुलिस को यश रोडगे पर हमला करने वाले आरोपियों के नाम भी पता चल गये थे. परंतु सभी आरोपियों के मोबाइल फोन स्वीच ऑफ आ रहे थे. जिसके चलते आरोपियों की तलाश में थोडी दिक्कत आयी. वहीं राजापेठ, सिटी कोतवाली, नागपुरी गेट व खोलापुरी गेट पुलिस सहित क्राइम ब्रांच द्वारा संयुक्त रूप से की गई जांच पडताल के चलते रात करीब 2 बजे के आसपास यश रोडगे का शव सुकली कंपोस्ट डिपो के पास स्थित झाडियों से बरामद हुआ. वहीं आज सुबह तक राजापेठ पुलिस के डीबी स्कॉड ने इस वारदात में शामिल दो नाबालिगों सहित श्रेयश आवटे (19, पुष्पक कालोनी) व अरबाज पठान (21, म्हाडा कालोनी) को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की. जिनसे की गई पुछताछ में मिली जानकारी के मुताबिक इन आरोपियों ने कुछ समय पूर्व घटित अंकुश उर्फ लावा मेश्राम की हत्या का बदला लेने हेतु यश रोडगे को मौत के घाट उतारा, क्योंकि अंकुश उर्फ लावा मेश्राम के हत्याकांड में यश रोडगे भी शामिल था. ऐसे में यह सीधे-सीधे मर्डर के बदले मर्डर और गैंगवार का मामला निकला. बहरहाल पुलिस इस मामले में शामिल अन्य तीन आरोपियों की भी सरगर्मी से तलाश कर रही है. जिनकी खोजबीन हेतु शहर पुलिस के अलग-अलग दलों को जिले में विभिन्न स्थानों पर भेजा गया है.
इस संदर्भ में मिली विस्तुत जानकारी के मुताबिक गोपाल नगर परिसर के मराठा विहार कालोनी में रहने वाला यश विलास रोडगे (18) कल शाम करीब 8.30 बजे के आसपास अपने दोस्त आकाश रामटेके (23, आदर्श नगर) के साथ अपनी एक्टीवा दुपहिया पर सवार होकर घुमने के लिए निकला था. जैसे ही यह दोनों युवक सातुर्णा रोड पर चांडक टॉवर के पास पहुंचे, तभी श्री काटे (18, चिचफैल), श्रेयश आवटे (19, पुष्पक कालोनी), तक्षदीप इंगले (19, वसंतराव नाईक नगर), दीपक ठाकुर (19, वसंतराव नाईक नगर) व अरबाज पठान (21, म्हाडा कालोनी) सहित अन्य दो नाबालिग युवक अलग-अलग दुपहिया वाहनों पर सवार होकर उसी स्थान पर पहुंचे और उन्होंने यश रोडगे व आकाश रामटेके को घेरकर उन पर चाकू व तलवार से हमला करना शुरु कर दिया. इस समय तक्षदीप इंगले नामक आरोपी जोर-जोर से चिल्ला रहा था कि, इसी यश रोडगे ने लावा उर्फ अंकुश मेश्राम का मर्डर किया है और आज इसे छोडना नहीं है. इस समय सभी हमलावरों के निशाने पर यश रोडगे ही था. ऐसे में मौका पाकर आकाश रामटेके जैसे तैसे अपनी जान बचाते हुए वहां से भाग निकला. वहीं सभी आरोपियों ने यश रोडगे को बुरी तरह से घायल करने के बाद उसे जबरन अपने एक दुपहिया वाहन पर बिठाया और उसे अपने साथ सुकली कंपोस्ट डिपो की ओर ले गये. वहां पर भी यश रोडगे पर चाकू व तलवार से घातक वार किये गये और जब सभी हमलावरों को यह विश्वास हो गया कि, अब यश रोडगे मर चुका है, तो उन्होंने उसकी लाश को सुकली कंपोस्ट डिपो के पास ही झाडियों में फेंक दिया तथा लाश को छिपाने के लिहाज से उसके उपर बडे-बडे पत्थर भी रख दिये.
इधर यश रोडगे पर हुए हमले के दौरान जैसे तैसे अपनी जान बचाकर भागे आकाश रामटेके ने तुरंत ही इस हमले और यश रोडगे के अपहरण की जानकारी अपने याद दोस्तों को देने के साथ ही यश रोडगे के परिजनों और पुलिस को दी. साथ ही इस दौरान इसी पूरी घटना के प्रत्यक्षदर्शी रहने वाले कई सजग नागरिकों ने भी इस मामले को लेकर पुलिस को सुचित कर दिया था. ऐसे में राजापेठ पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पडताल करनी शुरु कर दी थी. जहां सडक पर खुन के धब्बे पाये गये. वहीं इस समय तक पुलिस नियंत्रण कक्ष के जरिए इस मामले की सूचना शहर के अन्य सभी पुलिस थानों को भी मिल चुकी थी. ऐसे में डिसीपी गणेश शिंदे के नेतृत्व में शहर के राजापेठ सहित सिटी कोतवाली, नागपुरी गेट व खोलापुरी गेट पुलिस स्टेशन भी सक्रिय हो गये था तथा हर ओर यश रोडगे सहित उस पर हमला करने वाले आरोपियों की तलाश करनी शुरु कर दी गई थी. इस समय तक आकाश रामटेके के जरिए पुलिस को वारदात में शामिल आरोपियों के नामों के भी जानकारी मिल गई थी. जिसके आधार पर पुलिस ने सभी के मोबाइल लोकेशन खोजने का प्रयास करना शुरु किया. लेकिन सभी आरोपियों के मोबाइल फोन स्वीच ऑफ थे.
पुलिस द्वारा शुरु किये गये सघन अभियान के दौरान रात करीब 2 बजे सुकली कंपोस्ट डिपो के पास स्थित झाडियों के निकट बडे पैमाने पर खुन बिखरा दिखाई दिया. जिसके बाद आसपास के परिसर में की गई पडताल पश्चात थोडी ही दूरी पर पत्थरों के नीचे यश रोडगे की रक्तरंजित लाश बरामद हुई. ऐसे में पुलिस ने मौके का पंचनामा करते हुए यश रोडगे के शव को पोस्टमार्टम हेतु जिला शवागार भिजवाया. जहां पर आज सुबह कडे पुलिस बंदोबस्त के बीच यश रोडगे के शव का पोस्टमार्टम किया गया.

* राजापेठ थाने पर रोडगे परिवार का घेराव
वहीं आज सुबह यश रोडगे की मां व अन्य परिजनों के साथ ही मराठा कालोनी परिसरवासियों ने राजापेठ पुलिस थाने का घेराव करते हुए इस मामले में सतीश पालवे नामक व्यक्ति को भी आरोपी बनाये जाने की मांग उठाई और कहा कि, सतीश पालवे के कहने पर ही यश रोडगे की हत्या हुई है. ऐसे में डीसीपी बने शिंदे ने संतप्त लोगों की भीड को समझा बुझाकर शांत करते हुए बताया कि, इस मामले की सघन जांच चल रही है और यदि इस मामले में सतीश पालवे की भी भूमिका पायी जाती है, तो उसे भी आरोपी के तौर पर नामजद किया जाएगा.

* दो दिन पहले ही जेल से छुटा था यश रोडगे
विशेष उल्लेखनीय है कि, गत रोज हुई घटना में मारे गये यश रोडगे का भी अच्छा खासा क्रिमिनल रिकॉर्ड है. कुछ अरसा पहले साई नगर परिसर में घटित लावा उर्फ अंकुश मेश्राम की 4 नाबालिगों द्वारा हत्या कर दी गई थी. उन नाबालिग आरोपियों में उस वक्त 18 वर्ष से कम आयु रहने वाले यश रोडगे का भी समावेश था. इसके साथ ही वर्ष 2022 में ही यश रोडगे के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 4/25 के तहत अपराधिक मामला दर्ज किया गया था. इसके अलावा अभी हाल फिलहाल ही यश रोडगे को धारा 394 के तहत लुटपाट के मामले में पकडा गया था. वहीं कुछ दिन पहले राजापेठ रेल्वे अंडरपास में एकतरफा प्रेम के चलते एक लडकी के गले पर ब्लेड मारने और एक लडकी को जबरन अपने घर पर मिलने हेतु आने हेतु कहने के मामले में भी यश रोडगे के खिलाफ धारा 363 के तहत अपराधिक मामला दर्ज हुआ था. यानि कुलमिलाकर यश रोडगे बेहद कम उम्र से ही अपराधिक वारदातों में लिप्त था और शहर में बाकायदा अपनी गैंग भी चलाता था. इसी गैंगबाजी के चलते यश रोडगे ने कुछ अरसा पहले अपनी गैंग के कुछ नाबालिग साथियों के साथ मिलकर खोलापुरी गेट परिसर में रहने वाले अंकुश उर्फ लावा मेश्राम की साई नगर से गोपाल नगर परिसर के बीच हत्या कर दी थी. जिसका बदला लेने हेतु बीती शाम प्रतिस्पर्धी गैंग के लोगों ने यश रोडगे को घेरकर उसे चाकू व तलवारों से वार करते हुए घायल किया और फिर उसकी लाश को ले जाकर सुकली कंपोस्ट डिपो में फेंक दिया.

* सभी आरोपियों पर लगेगा मोक्का
– सीपी रेड्डी ने जारी किया आदेश
– शहर में बीएनएस के तहत पहली कार्रवाई
इस बीच शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने यश रोडगे हत्याकांड को संगठित अपराध की श्रेणी में मानते हुए यश रोडगे पर हमला करते हुए उसे मौत के घाट उतारने वाले आरोपियों के खिलाफ मोक्का कानून की धाराएं लगाने का आदेश जारी किया है. विशेष उल्लेखनीय है कि, भारतीय न्याय संहिता यानि बीएनएस के अमल में आने पश्चात अमरावती शहर में संगठित तरीके से अपराधिक वारदात को अंजाम देने वाले किसी गिरोह के खिलाफ पहली बार मोक्का की कार्रवाई की जा रही है.

* आपासी गैंगवार के चलते शहर में तीसरा मर्डर
ज्ञात रहे कि, इन दिनों शहर में कमसीन उम्र वाले युवाओं के कई छोटे-मोटे गिरोह बन गये है. जिनमें कुछ नाबालिगों का भी समावेश है. ऐसे गिरोह बेहद छोटी-छोटी बातों को लेकर एक दूसरे से लडने भिडने को तैयार रहते है. जिसमें कई बार मामला मारपीट और हत्या तक जा पहुंचता है. इसी तरह की गैंगवार के चलते कुछ अरसा पहले गोपाल नगर टी-प्वॉईंट से एमआईडीसी रोड पर अंकुश उर्फ लावा मेश्राम की हत्या हुई थी. वहीं कुछ समय पहले ही केडिया नगर बगीचे के पास रोहित मांडले नामक युवक की हत्या भी इसी तरह की गैंगवार का नतीजा थी. वहीं अब अंकुश मेश्राम की मौत का बदला लेने हेतु अंकुश मेश्राम हत्याकांड में शामिल यश रोडगे को मौत के घाट उतारा गया है. इस तरह की घटनाएं और ऐसी अपराधिक वारदातों में कम उम्र वाले युवाओं व नाबालिगों का समावेश चिंता का विषय कहे जा सकते है.

Related Articles

Back to top button