यशोमति ठाकुर हो सकती है कांग्रेस की नई प्रदेशाध्यक्ष!
विधान मंडल नेता का पद मिल सकता है नितिन राउत को
* मराठा व दलित जोडी के समीकरण पर पार्टी चल सकती है दांव
* कर्नाटक चुनाव के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस में हो सकता है बडा फेरबदल
अमरावती/दि.21 – इस समय महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमिटी में भीतर ही भीतर बदलाव की सुगबुगाहट चलने लगी है और माना जा रहा है कि, पडौसी राज्य कर्नाटक के विधानसभा चुनाव निपटने के तुरंत बाद महाराष्ट्र कांग्रेस में काफी बडा बदलाव देखा जा सकता है. इसके तहत पार्टी द्बारा प्रदेशाध्यक्ष व विधानमंडल गुट नेता के पद पर नई नियुक्तियां की जा सकती है. साथ ही यह संकेत भी मिल रहे है कि, राज्य की पूर्व मंत्री तथा तिवसा निर्वाचन क्षेत्र की विधायक एड. यशोमति ठाकुर को पार्टी द्बारा प्रदेशाध्यक्ष पद का जिम्मा सौंपा जा सकता है. वहीं पूर्व मंत्री व विधायक नितिन राउत के नाम पर विधान मंडल गुट नेता के तौर पर विचार किया जा सकता है.
राजनीतिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस हाई कमान द्बारा प्रदेशाध्यक्ष पद पर मराठा और विधान मंडल गुट नेता पद पर दलित संवर्ग से वास्ता रखने वाले नेताओं की नियुक्ति करते हुए मराठा व दलित समीकरण को साधने पर विचार किया जा रहा है. जिसके तहत यशोमति ठाकुर का दावा इस समय प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए सबसे मजबूत माना जा रहा है. उल्लेखनीय है कि, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की युथ ब्रिगेड का हिस्सा रह चुकी विधायक यशोमति ठाकुर इससे पहले राष्ट्रीय कांग्रेस कमिटी में सचिव व प्रदेश कांग्रेस कमिटी में कार्याध्यक्ष पद का जिम्मा संभाल चुकी है. साथ ही वे विगत दो चुनावों से लगातार कर्नाटक की प्रदेश प्रभारी भी है और उनके नियोजन में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन भी किया है. ऐसे में पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए यशोमति ठाकुर का दावा सबसे मजबूत माना जा रहा है. हालांकि प्रदेशाध्यक्ष पद की रेस में नितिन राउत सहित बंटी पाटिल, सुनील केदार व अशोक चव्हाण के नाम भी बताए जा रहे है, लेकिन नितिन राउत के साथ सबसे बडी समस्या यह है कि, उनके बेटे कुणाल राउत महाराष्ट्र युवा कांग्रेस के अध्यक्ष है. ऐसी स्थिति में नितिन राउत का दावा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए कमजोर हो जाता है. जिसकी वजह से नितिन राउत की नजर विधान मंडल गुट नेता के पद पर है. साथ ही पार्टी की ओर से भी उन्हें यह पद देने में कोई आपत्ति नहीं दिखाई दे रही. वहीं दूसरी ओर प्रदेशाध्यक्ष पद की रेस में रहने वाले अशोक चव्हाण इससे पहले भी प्रदेशाध्यक्ष रह चुके है. साथ ही बंटी पाटिल को भी विगत दिनों ही विधान परिषद में कांग्रेस गुट नेता बनाया गया है. इसके अलावा सुनील केदार के नाम को लेकर पार्टी के भीतर ही काफी हद तक अंतर्विरोध वाली स्थिति है. ऐसे में प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए विधायक यशोमति ठाकुर के नाम हेतु ‘लाइन क्लिअर’ दिखाई दे रही है. बहुत संभव है कि, आगामी मई माह में कर्नाटक के विधानसभा चुनाव निपटने के साथ ही कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष एवं विधि मंडल नेता के नए नामों को लेकर पार्टी द्बारा घोषणा कर दी जाए. जिसमें प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए फिलहाल विधायक यशोमति ठाकुर का दावा सबसे मजबूत और सशक्त माना जा रहा है.