अमरावती

लॉकडाउन में दूसरे शहर जाने के लिए नकली पास देने का मामला हां मैंने ही बनाई नकली पास : आरोपी ने कबुल किया

राजेंद्र कॉलोनी में चल रहा था ई-ट्रेवलिंग का गोरखधंधा

प्रतिनिधि/ दि.२९ अमरावती – कोरोना लॉकडाउन काल में अमरावती से अन्य जिलों में जाने के लिए संबंधित विभाग से अनुमति लेना अनिवार्य है. इसके लिए प्रशासन व्दारा ई-पास दी जाती है और यह पास जरुरी कारण हो तभी प्रदान की जाती है. मगर राजेंद्र कॉलोनी में महाराष्ट्र सेवा केंद्र के केंद्र में फर्जी तरीके से ई-ट्रैवेलींग पास का गोरखधंधा शुरु रहने की सनसनीखेज खबर उजागर हुई. पुलिस ने उस आरोपी को गिरफ्तार कर हजारों रुपयों की सामग्री बरामद की है. गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने कबुल किया है कि वह नकली ई-ट्रैवेलींग पास बनाकर ५०० रुपयों में बेचता था. आज आरोपी को अदालत में पेश कर पुलिस कस्टडी की मांग की जाएगी. सचिन रमेश नांदुरकर (३२, राजेंद्र कॉलोनी) यह अपराध शाखा पुलिस व्दारा गिरफ्तार किए गये आरोपी का नाम है. इस समय कोरोना वायरस ने सभी ओर आतंक मचा रखा है, इसपर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन ने रातदिन मेहनत कर रहा है. लोगों को जरुरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलने की हिदायत दी जा रही है. इसके अलावा महाराष्ट्र समेत अन्य राज्य में किसी व्यक्ति को बहुत ही जरुरी काम से जाना हो तो उस व्यक्ति के लिए सरकार की ओर से ई-ट्रैवेलींग पास की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. अपराध शाखा पुलिस को इस बीच गुप्त जानकारी मिली कि महाराष्ट्र समेत अन्य राज्य में जाने के लिए राजेंद्र कॉलोनी स्थित महाराष्ट्र सेवा केंद्र से नकली ई-ट्रैवेलींग पास प्रदान की जा रही है. इसके बदलमें लोगों से ५०० रुपए वसूले जा रहे है, जो कि पूरी तरह से गैरकानूनी है. यह खबर के बाद अपराध शाखा पुलिस ने तत्काल राजेंद्र कॉलोनी स्थित महाडॉट ई-सेवा केंद्र पर छापा मारा. आरोपी सचिन नांदुरकर को गिरफ्तार कर उससे कडी पूछताछ की गई तब पता चला की वह गैर कानूनी तरीके से अपना गोरखधंधा चलता था तब पुलिस ने वहां से करीब २९ हजार रुपए का माल बरामद करते हुए आरोपी सचिन को गिरफ्तार किया. आगे की कार्रवाई के लिए अपराधा शाखा पुलिस ने आरोपी को फ्रेजरपुरा पुलिस के हवाले कर दिया है. आज उसे अदालत में पेश कर पुलिस कस्टडी की मांग की जाएगी. यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त संजय बाविस्कर, पुलिस उपायुक्त यशवंत सोलंके, शशिकांत सातव के मार्गदर्शन में थानेदार कैलाश पुंडकर, थानेदार प्रवीण काले, सीमा दातालकर, एपीआई रविंद्र शहारे, पीएसआई राम गीते, अजय मिश्र, सैयद इमरान, सचिन कारंजकर, पंकज गाडे, सुलतान शेख, शेखर रामटेके, सुचित्रा यावले की टीम ने की.

ऐसे बनाता था पास लॉकडाउन काल में बाहर जाने के लिए सरकार की ओर से जारी की जाने वाली ई-ट्रैवेलींग पास की कम्प्यूटर में कापी कर पूरी पास हुबहू वैसे ही रहने देता था. उसमें सिर्फ यात्रा करने वाले व्यक्ति का नाम पता, आने-जाने का स्थान यह बदल देता था. इसके बदले में ५०० रुपये लेकर बोगस ई-टैवलिंग पास संबंधित व्यक्ति को प्रदान करता था, ऐसा आरोपी ने पुलिस के समक्ष कबुल किया है.

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