अमरावतीविदर्भ

ढाई करोड के अपहार मामले में योगेश कावरे दूसरी बार गिरफ्तार

जमानत के लिए सातों लोग न्यायालय की शरण में

अमरावती/दि.४ – अमरावती मनपा द्वारा शौचालय घोटाला मामले को लेकर २ करोड ४९ लाख रूपयों के अपहार मामले में दर्ज करवाये गये दूसरे अपराध में भी मास्टर मार्इंड योगेश कावरे ही है. ऐसा संदेह जांच एजेंसी को है. जिसके चलते गुरूवार ३ सितंबर को अदालती आदेश के बाद योगेश कावरे को सेंट्रल जेल से अपने कब्जे में लेकर उसे इस दूसरे मामले में भी गिरफ्तार किया गया है. आर्थिक अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक शरद कुलकर्णी ने योगेश कावरे को गिरफ्तार किये जाने संबंधी खबर की पुष्टी की है.

वहीं दूसरी ओर इस मामले को लेकर कोतवाली पुलिस थाने में अपराध दर्ज होते ही इस मामले को लेकर नामजद किये गये आठों आरोपियोें ने गिरफ्तारी पूर्व जमानत प्राप्त करने हेतु जिला न्यायालय के समक्ष अर्जी पेश की है. किंतु अब तक इस पर अदालत द्वारा कोई निर्णय नहीं दिया गया है. बता दें कि, कुछ दिन पूर्व सिटी कोतवाली पुलिस ने मनपा अधिकारियों द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर अनूप सारवान, संदीप राईकवार, गजानन पुंडलीक ढेवले, सुशांत अशोक निमकर्डे, पवन शेंडे, प्रणय सुभाष मेहरे तथा औरंगाबाद निवासी राहुल दिलीप खिंवसारा के खिलाफ अपहार को लेकर अपराध दर्ज किया गया था. इस दूसरे मामले में भी योगेश कावरे की जांच व उससे पूछताछ करना जरूरी रहने के चलते उसे हिरासत में लेने हेतु पुलिस ने अदालत में आवेदन पेश किया और अदालत से अनुमति मिलने के बाद योगेश कावरे को सेंट्रल जेल से अपने कब्जे में लेकर गिरफ्तार किया गया है.

ज्ञात रहें कि, शौचालय घोटाला मामले में फर्जी बिलों की फाईल पेश करने को लेकर योगेश कावरे ३१ अगस्त तक आर्थिक अपराध शाखा के पुलिस कस्टडी में था. पश्चात उसे न्यायिक हिरासत के तहत सेंट्रल जेल भेजा गया था. ११ दिनों तक पुलिस कस्टडी में रहने के दौरान आर्थिक अपराध शाखा ने योगेश कावरे से काफी जानकारियां हासिल की थी. साथ ही अब ढाई करोड के अपहार मामले में भी योगेश कावरे को ही मास्टरमाइंड मानते हुए उससे पूछताछ शुरू की जा रही है और उसे गिरफ्तार करते हुए उससे इस मामले को लेकर काफी सारी जानकारियां निकाली जायेगी. ऐसी संभावना है.

  • आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारियों ने मनपा में जाकर मनपा अधिकारियों से मुलाकात की और ढाई करोड के अपहार मामले में मनपा द्वारा की गई जांच की प्राथमिक रिपोर्ट हासिल की है. साथ ही शेष दस्तावेज भी मांगे गये है. जिसके आधार पर आर्थिक अपराध शाखा अपनी अगली जांच की दिशा तय करेगी.

– शरद कुलकर्णी पुलिस निरीक्षक, आर्थिक अपराध शाखा

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