मई माह में शून्य स्थिति में छाया का अनुभव कर सकते है
किसी भी वस्तु की छाया रहेगी ९० अंश के कोण में
अमरावती/दि. २९– आगामी मई माह में अलग-अलग तारीख को अलग-अलग शहरों में दोपहर १२ से १२.३५ बजे सूर्य आग उगलेगा. जिसके कारण इस बार किसी भी वस्तु की छाया ९० अंश के कोण में रहेगी अर्थात इस समय सीधी खडी वस्तु की छाया भी नहीं दिखेगी.
अपनी पृथ्वी का अंश इस २३.३० अंश से होने के कारण अपन सूर्य के दक्षिण और उत्तर व दिन के छोटे-बडे होने का अनुभव रहता है. इसके परिणामस्वरूप विशेष दिन पर छाया बिल्कुल शून्य अवस्था में रहेगी, ऐसा अनुभव होगा.
२२ मार्च को पृथ्वी के दोनों ध्ाु्रव यह सूर्य की ओर अग्रसर होते है. जिसके कारण इस दिन रात और दिन का समय एक समान होता है. इस दिन विशुवृत्त पर सूर्य की किरण लंबी होती है. किंतु उसके बाद पृथ्वी जैसी की वैसी अपने कक्ष में आगे जाती है. वैसे-वैसे पृथ्वी का उत्तर ध्ाु्रव अधिकाधिक सूर्य की ओर झुकता है. जिसके कारण २२ मार्च के बाद विषुवृत्त की उत्त्तर की ओर अक्ष पर सूर्य की किरण क्रम क्रम से लंबी होती है. अधिक से अधिक २१ जून तक २३.३० अंश उत्तर अक्षवृत्त पर दोपहर में सूर्य की किरण लंबी होती है. २३ सितंबर के बाद विशुवृत्त की दक्षिण की ओर अक्षवृत्त पर सूर्य किरण क्रम क्रम से लंबी होती जाती है व अंत में २२ दिसंबर के दिन २३.३० अंश दक्षिण अक्षवृत्त पर दोपहर को सूर्यकिरण लंबी होती है. इस वृत्त को मकरवृत्त ऐसा कहा जाता है.
इस दिन दोपहर को सूर्य मकरवृत्त पर ठीक सिर पर आता है. कर्कवृत्त के उत्तर की ओर व मकरवृत्त के दक्षिण की ओर कभी भी सूर्य सिर पर नहीं आता. जिसके कारण यहां पर हमेशा तिरछी छाया पडती है. भारत में ६ अप्रैल को अंडमान निकोबार में छाया शून्य अवस्था में पडती है. अब महाराष्ट्र में शून्य अवस्था में छाया का अनुभव कर सकते है.
राज्य में विविध तारीख को २५ मई को अमरावती में तथा २६ मई को परतवाडा में शून्य अवस्था में छाया का अनुभव किया जा सकता है. इसके लिए जनता ने अपने गांव में इस तारीख को खुली जगह में दोपहर १२ से १२.३० बजे तक समांतर पृष्ठभाग पर एकाध गोल बॉटल अथवा तत्सम वस्तु अथवा एखाद डिब्बा सीधा खडा करके शून्य स्थिति में छाया का अनुभव किया जा सकता है. ऐसा आवाहन मराठी विज्ञान परिषद अमरावती के विजय गिरूलकर व प्रवीण गुल्हाने ने किया है.