अमरावतीमहाराष्ट्र

कान में भी सर्दी, सावधानी कैसे बरतोगे?

अमरावती /दि. 14– सर्दी, संसर्ग, दर्द अथवा श्वसन मार्ग की समस्या के कारण कान फुटना यह छोटे बच्चों की गंभीर समस्या है. कान से पानी आना, कान दर्द होना और सुनने में दुविधा आना आदि समस्या छोटे बच्चों में दिखाई देने पर अनदेखी न करें. समय पर डॉक्टर को दिखाए अन्यथा यह समस्या गंभीर हो सकती है, ऐसी सलाह कान, नाक, घसा रोग तज्ञ ने दी है.

* कान की सर्दी यानी क्या?
सर्दी होने पर बलगम नाक से भीतर खींचा जाता है. ऐसे समय नाक और कान को जोडनेवाली नली से उसका इन्फेक्शन कान तक पहुंचता है. उसे कान की सर्दी कहते है.

* लक्षण क्या?
कान में सर्दी होने पर कान में आवाज आती है. कान दर्द, कान जड जैसा लगना, कान के पीछे दर्द होना, सुनाई कम आना आदि लक्षण दिखाई देते है.

* कारण क्या?
सर्दी होने पर नाक जोर से खिंचना और कान में चिकट द्रव्य जमा होता है. विशेषत: छोटे बच्चों में यह प्रकार अधिक महसूस होता है. इस कारण कान दुखने की परेशानी शुरु होती है.

* सावधानी क्या बरतोगे?
कान हमेशा सुखे रखना तथा कान में सुई अथवा अन्य वस्तु डालने का प्रयास न करें. ठंड के दिनों में गरम पानी की वाफ का इस्तेमाल करना, डॉक्टरों की सलाह से दवाई लेना यह उपचार का उत्तम मार्ग है.

* डॉक्टरों को बताना ही सही उपचार
ठंड के दिनों में कान फुटने की समस्या छोटे बच्चों में बडी संख्या में दिखाई देती है. ऐसे समय में अनेक लोग गलत घरेलू उपचार करते है. लेकिन इससे इन्फेक्शन बढने की संभावना अधिक रहती है. इस कारण कान दर्द, कान से पानी आना, सुनने में परेशानी होती हो तो समय पर डॉक्टर को दिखाकर उपचार करें.
– डॉ. मंगेश मेंढे, ईएनटी स्पेशालिस्ट.

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