युवा उद्योजक पंकज लढ्ढा की कार्डियेक अटैक से मृत्यु
उद्योग व व्यापार जगत में शोक
अमरावती/ दि. 1- बडनेरा शहर के पंकज रमेशचंद्र लढ्ढा फर्म व नंदगोपाल दालमिल दाभा के संचालक तथा सचिन लढ्ढा के के छोटे भाई पंकज रमेशचंद्र लढ्ढा (42) का चलते दुपहिया वाहन पर आज सुबह कार्डियेक अटैक आने से निधन हो गया. उनके इस आकस्मिक निधन से उद्योग व व्यापार जगत में शोक व्याप्त है. यह घटना बुधवार को सुबह 10 बजे के दौरान घटित हुई.
जानकारी के मुताबिक बडनेरा शहर के नईबस्ती मारवाडीपुरा निवासी नंदकिशोर लढ्ढा, गोपाल लढ्ढा और राजू लढ्ढा के भतीजे तथा सचिन लढ्ढा के छोटे भाई पंकज लढ्ढा की दाभा में नंदगोपाल दालमिल है. इसके अलावा मारवाडीपुरा में नंदकिशोर श्रीवल्लभदास लढ्ढा व पंकज रमेशचंद्र लढ्ढा नामक अनाज की फर्म है. संयुक्त लढ्ढा परिवार के सदस्य व युवा उद्योजक पंकज रमेशचंद्र लढ्ढा हर दिन की तरह बुधवार को सुबह 10 बजे के दौरान अपनी बुलेट पर सवार होकर दाभा दालमिल जा रहे थे. तब यवतमाल रोड पर बीच रास्ते में उन्हें चलते वाहन पर अचानक कार्डियेक अटैक आ गया. इस कारण वह चलते वाहन से नीचे गिर पडे. वाहन से गिरते ही परिसर के नागरिक घटनास्थल की तरफ दौड पडे और घटना की जानकारी परिवार के सदस्यों को मिलते ही वे भी घटनास्थल आ पहुंचे और पंकज लढ्ढा को तत्काल अमरावती शहर के राजापेठ के पास स्थित रिम्स अस्पताल में लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया. युवा उद्योजक की इस तरह आकस्मिक मृत्यु होने की जानकारी मिलते ही बडनेरा शहर के व्यवसायी और उनके मित्रगण तत्काल अस्पताल आ पहुंचे. किसी को भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था. मिलनसार स्वभाव और हसमुख के तौर पर परिचित युवा उद्योजक पंकज लढ्ढा के निधन के समाचार उद्योग व व्यापार जगत में फैलते ही बडनेरा शहर के उनके निवासस्थान पर भीड उमडने लगी. व्यवसायियों ने अपने प्रतिष्ठान भी बंद कर दिए. सभी तरफ शोक का वातावरण था. उद्योजक पंकज के निधन से संपूर्ण बडनेरा शहर में शोक व्याप्त है. उनके पीछे मां, पत्नी, दो बेटी, एक भाई, एक बहन, तीन चाचा, चाची का भरापूरा परिवार है.
* कल सुबह 9 बजे अंत्येष्टि
युवा उद्योजक पंकज लढ्ढा का निधन बुधवार को सुबह कार्डियेक अटैक से होने के बाद उनका पार्थिव अस्पताल से घर लाया गया. गुरूवार 2 फरवरी को सुबह 9 बजे उनके बडनेरा शहर के मारवाडीपुरा स्थित निवासस्थान से अंतिमयात्रा निकाली जायेगी. अकोला रोड स्थित हिन्दु स्मशान भूमि में उनकी अंत्येष्टि की जायेगी.