आपकी बेटी ड्रग्स केस में फंसी हैं, मामला निपटाने दो पैसे
छात्रा के पिता को सायबर अपराधी का फर्जी पुलिस बनकर फोन
अमरावती/दि.29– शहर के एक व्यक्ति को वॉट्सअॅप कॉल आया. हम पुलिस बोल रहे है. आपकी बेटी ड्रग्स केस में फंस गई है. उसे इस प्रकरण से निकालना हो तो सेटलमेंट करों और पैसे भेजने की मांंग संबंधित व्यक्ति द्बारा की गई. इस काल के कारण युवती के पिता भयभीत हो गये. लेकिन उन्होंने समय सूचकता दिखाते हुए पैसे नहीं भेजे. लेकिन सायबर अपराधी पैसे ऐंठने के लिए यह नया फंडा शुरू किया रहने की बात सामने आयी है. यह घटना शहर के पोटे टाउनशीप में रहनेवाले एक पालक के साथ बुधवार 27 मार्च को घटित हुई.
सायबर अपराधी आम नागरिकों को चूना लगाने के लिए नये-नये तरीके इस्तेमाल करते हैं. अमरावती में शासकीय नौकरी करनेवाले एक व्यक्ति की बेटी मध्यप्रदेश के एक शहर में उच्च शिक्षा ले रही है. बुधवार को दोपहर इस युवती के पिता को वॉट्सअॅप कॉल आया. उस कॉल पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का फोटो था. बेटी के पिता द्बारा कॉल उठाते ही उसे कहा गया. आप कहा और क्या करते हो.
पश्चात उसेे उनकी बेटी के बारे में जानकारी देकर बताया गया कि वे पुलिस वाले है और उनकी बेटी एक ड्रग्स केस में फंसी है. उसके खिलाफ जल्द मामला दर्ज होनेवाला है. लेकिन वह शिक्षा ले रही है. उसका शैक्षणिक नुकसान न होने के लिए इस प्रकरण में तत्काल सेटलमेंट करें. बातचीत के दौरान सामने से बोलने वाले व्यक्ति ने अपने साहेब से बात करने कहा और अन्य व्यक्ति को फोन दे दिया. उस व्यक्ति ने बेटी के पिता को काफी फटकार लगाई. बेटी को बराबर संभाल कर रखे और उस पर ध्यान देने की सलाह दी. पश्चात बेटी के सेटलमेंट के लिए तत्काल 30 हजार रूपए भेजने कहा. युवती के पिता ने इतने पैसे नहीं है ऐसा कहा तब सामने वाले व्यक्ति ने जितने पैसे होगे उतने भेजने कहा. इस कारण युवती को पिता को इस प्रकरण में संदेह हुआ और उन्होंने तत्काल बेटी को फोन किया. बेटी सुरक्षित है और वह पढाई करते रहने की जानकारी उसने अपने पिता को दी. पूरा पता लगाने के बाद लडकी के पिता ने जिस नंबर से फोन आया था. उस नंबर पर कॉल करने का प्रयास किया, तब वह नंबर नॉटरिचेबल था . इस कारण बेटी के पिता को जालसाजी का मामला रहने का पता चला. यह घटनाक्रम सामने आने के बाद बाहर गांव शिक्षा लेनेवाले पाल्यों के पालकों को सतर्क रहने का आवाहन उन्होंने किया है.