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युवा सेना ने किया पालकमंत्री कार्यालय के सामने आंदोलन

पालकमंत्री फडणवीस पर लगाया निष्क्रियता का आरोप

अमरावती/दि.28 – अमरावती जिले में कोई पालकमंत्री है या अथवा नहीं इसका पता ही नहीं चलता. अत: पालकमंत्री को खोजे जाने की नौबत व जरुरत आन पडी है. साथ ही जिले में पूर्णकालीक पालकमंत्री नहीं रहने की वजह से जिले का विकास पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है. इस आशय का आरोप लगाते हुए युवा सेना द्बारा आज जिलाधीश कार्यालय परिसर स्थित पालकमंत्री कार्यालय के समक्ष तीव्र आंदोलन किया गया. इस समय युवा सेना के पश्चिम विदर्भ संपर्क प्रमुख सागर देशमुख ने ऐलान किया कि, पालकमंत्री को खोजकर लाने वाले व्यक्ति को ‘50 खोके’ इनाम के तौर पर दिए जाएंगे.
इस आंदोलन के दौरान युवा सेना पदाधिकारी द्बारा कहा गया कि, अमरावती जिले में पालकमंत्री पद के लिए इच्छूक व योग्य विधायक रहने के बावजूद राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अमरावती का पालकमंत्री पद अपने पास रखा और केवल एक बार जिला नियोजन समिति की बैठक में हिस्सा लेने हेतु अमरावती आए. इसके अलावा अमरावती जिले से संबंधित किसी भी विकास कार्य की ओर ध्यान देने हेतु पालकमंत्री के तौर पर डेप्यूटी सीएम फडणवीस को समय नहीं मिला. जिसकी वजह से अमरावती जिले मेें कई विकास कार्य अधर में लटके पडे है. ऐसे में बेहद जरुरी है कि, अमरावती जिले को पूर्णकालीक व कार्यक्षम पालकमंत्री दिया जाए. इस समय युवा सेना पदाधिकारी द्बारा यह आरोप भी लगाया गया कि, हनुमान चालिसा पठन के मुद्दे को उठाकर समूचे राज्य में हंगामा मचाने वाले राणा दम्पति अब अमरावती जिले के रुके पडे विकास कामों को लेकर चूपचाप बैठे हुए है. जबकि उन्हें चाहिए कि, वे अमरावती जिले के विकास हेतु भी हनुमान चालिसा का पठन करें.
इस आंदोलन में युवा सेना के जिला प्रमुख स्वराज ठाकरे, जिला महासचिव धीरज सातपुते, जिला समन्वयक राहुल मातोडे, उपशहर प्रमुख पिंटू चव्हाण व कार्तिक गजभिये, शहर समन्वयक सुजित झंझाड, उप तहसील प्रमुख अंकुश सावले सहित मिथुन सोलंके, विपिन ढोंगे, रोहित ठाकरे, सोपान निस्ताने, योगेश सोलंके, नीलेश पटेल, अमन मिश्रा, शक्ति भले, अजय सूर्यवंशी, राज सरदार, किसन राणे, प्रतिक अब्रुक, प्रज्वलन देशमुख, मयूर गव्हाले, गौरव गुल्हाणे, संतोष शेलके, आकाश अडायले, सौरभ देशमुख व धीरज तायडे आदि उपस्थित थे.

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