अमरावती

तहसील कृषि कार्यालय में युवा सेना का ठिय्या आंदोलन

फसल बीमा से वंचित किसानों को मुआवजा देने की मांग

* 8 दिनों में प्रक्रिया पूर्ण करने का आश्वासन

नांदगांव खंडेश्वर /दि.23 – तहसील के सैकडों किसान फसल बीमा अनुदान से वंचित है. जिस पर युवा सेना ने तहसील कृषि कार्यालय में धमककर अधिकारियों को खुब खरी खोटी सुनाई. युवा सेना के पदाधिकारी प्रकाश मारोटकर ने फसल बीमा योजना के अधिकारी कार्यालय में उपस्थित नहीं दिखने पर अधिकारियों को खुब फटकार लगाते हुए ठिय्या आंदोलन किया. पश्चात तहसील कृषि अधिकारी इंदोरे ने गैर हाजिर कर्मचारियों को शो-कॉज जारी कर आगामी 8 दिनों के भीतर किसानों की फसल बीमा अनुदान वितरण प्रक्रिया पूर्ण कराने का आश्वासन दिया. जिसके बाद यह आंदोलन पीछे लिया गया.
वर्ष 2021 में अकाल बारिश में किसानों के मूंग, उदड, कपासी, तुअर, संत्रा व अन्य फसलों का भारी नुकसान हुआ था. किसानों ने फसल बीमा निकाला था. जिसके बाद फसल के नुकसान की शिकायतें तहसील कृषि कार्यालय में की गई. जिस पर डिमा कंपनी के प्रतिनिधियों ने वेरिफिकेशन कर अपनी रिपोर्ट भी सौंपी. लेकिन अब तक इनमें से केवल आधे किसानों को ही फसल बीमा अनुदान का लाभ मिला है. शेष किसान अनुदान के लाभ से वंचित है, जिस पर संबंधित किसानों को बीमें की राशि का भुगतान कब होगा, यह पूछने के लिए युवा सेना के प्रकाश मारोटकर के नेतृत्व में युवा सैनिक तहसील कृषि कार्यालय पर धमके थे. इस वक्त तहसील कार्यालय में कडा पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया था. आंदोलन में पूर्व जिला प्रमुख बालासाहब राणे, सरपंच निखिल मोरे, अक्षय राणे, पवन पुसतकर, अक्षय काकडे, भावेश भांबुरकर, मंगेश दांडगे, आशिष हटवार, आशिष भाकरे, रमाकांत मुरादे, शुभम सावरकर, गजानन ढोरे, सुधाकर गभने, हरि लांडेवार, कार्तिक लायबर, विशाल मारोटकर, मनोज बनारसे, मंगेश कांबले, दिनेश रघुते, शुभम रावेकर, रोशन भातुलकर, गौरव कालमेघ, भुमेश्वर गोरे, अभिषेक मोरे, सुरज गडलिंग, भारत तिरमारे, नितीन मोकलेकर, विक्की बविस्थले आदि शामिल थे.

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