अमरावती

कौशल विकास से युवाओं का करियर बेहतर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना

* संभाग के 68 प्रमोद महाजन ग्रामीण कौशल विकास केंद्रों का आभासी उद्घाटन
अमरावती/दि.20– कौशल विकास प्रशिक्षण भारत के युवाओं के जीवन में नया सवेरा लाएगा. यह प्रशिक्षण विकसित भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा. इस संबंध में महाराष्ट्र की प्रमोद महाजन ग्रामीण कौशल विकास केंद्रों की योजना महत्वपूर्ण है व कौशल विकास केंद्र राज्य के लिए रोजगार मंदिर बनेंगे, ऐसा विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने व्यक्त किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन ऑडियो-विजुअल (ऑनलाइन) सिस्टम के जरिए किया. इसमें अमरावती संभाग के 68 ग्राम पंचायत स्तर पर केंद्र शामिल है.

आभासी पद्धति से हुए उद्घाटन मंच पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार मंत्री मंगलप्रभात लोढा, राज्य के मुख्य सचिव मनोज सैनिक और अन्य उपस्थित थे. साथ ही राज्यभर के ग्रामीण क्षेत्रों में इन कौशल विकास केंद्रों पर संबंधित इलाकों के जन प्रतिनिधियों के साथ-साथ राजस्व विभाग के संभागीय राजस्व अधिकारी, संबधित जिलों के कलेक्टर, जिला परिषदों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी शामिल होंगे. वरिष्ठ अधिकारी केन्द्रों के समन्वयक एवं प्रशिक्षु अभ्यर्थी नागरिक बडी संख्या में उपस्थित थे. यक केंद्र ऑडियो विजुअल सिस्टम के जरिए मुख्य समारोह से जुडा था.

नवरात्रि का पवित्र त्यौहार पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, एक मां अपने बच्चे की खुशी और सफलता की परवाह होती है. इस समय में हम युवाओं के लिए प्रशिक्षण और अवसरों के संदर्भ में एक नई अवधारणा शुरु कर रहे हैं. यह प्रशिक्षण युवाओं के जीवन में एक नया सवेरा देगा. क्योंकि भारत के प्रशिक्षित युवाओं की मांग पूरी दुनिया में है. अन्य देशों में वरिष्ठ नागरिकों की संख्या बढ रही है. एक सर्वे के मुताबिक यह साफ है कि दुनिया भर के 16 देशों में 40 लाख प्रशिक्षित युवाओं की जरुरत है. इन देशों में निर्माण, स्वास्थ्य, पर्यटन, आतिथ्य, शिक्षा और परिवहन के क्षेत्र में एसे युवाओं की काफी मांग है. उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से हम न केवल भारत के लिए बल्कि ऐसे देशों के लिए भी प्रशिक्षित जनशक्ति तैयारकर सकते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि, महाराष्ट्र के इन कौशल विकास केंद्रों से उन युवाओं को कुछ सॉफ्ट स्किल्स प्रशिक्षित करने की भी सलाह दी जाएगी जो विदेश में अवसरों को आजमा सकते हैं.

पहले कौशल विकास के विषय को गंभीरता से नहीं लिया जाता था. इसलिए संभावनाओं और अवसरों के बावजूद युवाओं को प्रशिक्षण की कमी के कारण परेशानी उठानी पडी. लेकिन अब हमने लेकिन अब हमने कौशल विकास के लिए एक अलग मंत्रालय स्थापित किया है. इसके लिए अलग से वित्तीय प्रावधान किया गया है. प्रधानमंत्री कौशल विकास केन्द्रों के माध्यम से करोडों युववाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है. आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में कई कारीगर परिवारों में पारंपरिक ज्ञान प्रसारित किया जाता है. उन्हें सहारे और सहारे की जरुरत है. उस संबंध में हमने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना लागू करना शुरु कर दिया है. उन्हें आधुनिक उपकरण और अच्छी ट्रेनिंग मुहैया करायी जा रही है. प्रधानमंत्री ने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि महाराष्ट्र के ये 511 केन्द्र इस विश्वकर्मा योजना को आगे ले जाने के लिए उपयुक्त साबित होगी, ऐसा विश्वास प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया है.

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