अमरावती

नियमों का पालन कर युनूस शहा ने मनाई दूसरी बार ईद

नन्हीं बेटी ने कहा, अब्बू जब देखो तब कम्प्यूटर पर ही लगे रहते हैं

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१५ – अब्बू जब देखो तब कम्युटर पर लगे रहते है कोरोना काल में गत वर्ष से लगातार कार्यरत रहने वाले युनूस शहा की चार वर्षीय बेटी अस्मिर कह रही थी. कोरोना काल में आयसीएमआर व स्वास्थ्य यंत्रणा के लिये डेटा संकलन व समन्वय की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी पूरी करने वाले युनुस शहा की लगातार दूसरी ईद भी कर्तव्यपालन कर मनायी गई.
युनूस शहा जिला शल्य चिकित्सक कार्यालय में कार्यरत हैं. सीएस ऑफीस के सहयोगियों ने कोरोना बाधित मरीजों की रिपोर्ट समय-समय पर प्राप्त करने, सूची तैयार करने, इसके लिये लॅब, रुग्णालय व विविध स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं से समन्वय रखने, आयसीएमआर पोर्टल के लिये डेटा संकलन करने, उसमेंं समय-समय पर होने वाले बदल को ध्यान में रखकर पंजीयन करने, ऐसे अनेक काम करने पड़ते हैं.
अस्पताल में नये मरीज आना, नयी जांच, नये निष्कर्ष प्राप्त होना, नये से कुछ दुरुस्ती करना यह लगातार शुरु रहता है. इस कारण सभी बातों को ध्यान में रखना पड़ता है. इसके लिये अलग-अलग जिम्मेदारियां बांट दी गई है. युनूस शहा ने बताया कि अनेक सहकारी कोविड रिर्पोटिंग सेंटर में गौरव इंगले, शिवानी गहलोत, अविनाश शेंडे, साखरकर,श्रीकांत शहाणे,दीपक लकडे,विशाल काले, अनिकेत खाडे ऐसे अनेक सहकारी कार्यरत हैं.

  • डेटा अपडेशन लगातार शुरु रहता है

करोना काल में डेटा अपडेशन का काम अधिकाधिक निर्दोष होना जुरुरी है. इस कारण छुट्टी नहीं ली जा सकती व अनेक काम एक हाथ से करने पड़ते हैं. शाम को ऑफीस से जाने के बाद भी घर पर देर रात तक काम शुरु ही रहता है. सुबह उठने के बाद भी जानकारी अपडेशन का काम शुरु होता है. घर जाने के बाद परिवार के साथ रहता हूं. लेकिन कार्यालयीन काम शुरु रखना ही पड़ता है. ़कुछ समय बच्चों के साथ बीताता हूं. युनुस को चार वर्ष की बेटी अस्मिर व डेढ़ वर्ष का अकदस नामक बेटा है. बच्चों के साथ रहकर लेकिन कार्यालयीन काम करते हुए युनूस ने ईद मनायी. उनकी बेटी की शिकायत है कि अब्बू जब देखो तब कंप्यूटर पर लगे रहते है.

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