जिप माध्यमिक कन्या शाला को मिला विभागस्तरीय प्रथम पुरस्कार
‘मुख्यमंत्री माझी शाला, सुंदर शाला’ स्पर्धा में जिले सहित विभाग में अव्वल रही स्कूल

अमरावती/दि.5 – स्थानीय कैम्प परिसर स्थित जिला परिषद माध्यमिक कन्या शाला को ‘मुख्यमंत्री माझी शाळा, सुंदर शाळा’ स्पर्धा अंतर्गत इससे पहले जिला स्तर पर 11 लाख रुपए का प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ था. वहीं अब इस शाला ने विभागस्तर भी अव्वल स्थान हासिल करते हुए 21 लाख रुपए का प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया है, इस आशय की जानकारी आज यहां बुलाई गई पत्रवार्ता में शाला प्रबंधन एवं जिप शालेय विभाग के अधिकारियों द्वारा दी गई.
इस पत्रवार्ता में बताया गया कि, कक्षा 5 वीं से 10 वीं तक कक्षाएं रहनेवाली शहर के बिचोबिच स्थित यह एकमात्र सरकारी कन्या शाला है. सन 1912 में स्थापित इस शाला से शहर की कई प्रतिभावान छात्राएं पढ-लिखकर निकली है. जिन्होंने आगे चलकर अलग-अलग क्षेत्रों में अपना अलग मुकाम बनाया. शाला द्वारा कक्षा 5 वीं से 10 वीं में प्रवेशित छात्राओं को सरकार की विभिन्न उपलब्ध योजनाओं का फायदा दिया जाता है और शाला में छात्राओं की सुरक्षा के लिहाज से तमाम आवश्यक उपाय किए गए है. साथ ही शाला में राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर क्रीडा क्षेत्र में भी कई बार सफताएं प्राप्त की है. इसके साथ ही यह भी बताया गया है कि, स्टुडंट मार्ट यानि डिपार्टमेंटल स्टोअर के जरिए प्रत्यक्ष व्यवसायिक प्रशिक्षण देनेवाली यह राज्य की एकमात्र शाला है. इस शाला में 50 कम्प्युटर वाली सुसज्जित बहुउद्देशीय कम्प्युटर प्रयोगशाला रहने के साथ ही ई-लर्निंग क्लासरुम तथा भारतरत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम आझाद सायंस टेक्नॉलॉजी एंड इनोवेशन सेंटर की सुविधा भी है. सेमी इंग्लीश मिडीयम वाली इस नामांकित शाला में छात्राओं को पढाने हेतु प्रशिक्षित व अनुभवी शिक्षक व शिक्षिकाएं उपलब्ध है. जिनके द्वारा सभी छात्राओं को एनएमएमएस व एनटीएस सहित अन्य स्पर्धा परीक्षाओं का विशेष मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है. जिसके बदौलत प्रति वर्ष कक्षा 10 वीं की परीक्षा का परिणाम बेहतर रहता है और शाला की कई छात्राएं मेरीट सूची में भी स्थान बनाती है. शाला की सभी छात्राओं की ओर व्यक्तिगत ध्यान दिए जाने की बात बताते हुए कहा गया कि, शाला में एकल पालक व अनाथ पाल्यों के लिए सभी शैक्षणिक सुविधाएं पूरी तरह से निशुल्क होती है. साथ ही छात्राओं के सुप्त कलागुणों को प्रोत्साहित करने हेतु प्रति वर्ष सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है.