जिप स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना योद्धाओं को न्याय दें
प्रलंबित मांगों को लेकर आज से आमरण अनशन शुरु
अमरावती/दि.18 – जिला परिषद स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना योद्धाओं की कई मांगे पिछले 2 वर्षों से प्रलंबित है. जिला स्वास्थ्य अधिकारी जानबूझकर इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है. इस वजह से 16 जनवरी से अनिश्चितकालीन धरना आंदोलन शुरु किया गया था. मगर न्याय पूरी न होने पर आज से आमरण अनशन शुरु कर दिया है.
कर्मचारियों ने स्वास्थ्य कर्मचारी संगठना ने सौपे ज्ञापन के अनुसार इससे पहले कई बार आंदोलन किए, ज्ञापन सौपे, परंतु जिला स्वास्थ्य अधिकारी और प्रशासन कुंभकर्णी नींद में सोने का नाटक कर रहे है. उन्होंने अपनी मांग रखते हुए कहा कि, मेलघाट से तबादला किए गए कर्मचारियों को तत्काल कार्यमुक्त करें, सर्व संवर्ग निहाय पदोन्नति के मामले तत्काल हल करें, प्रतिमाह वेतन 1 से 5 तारीख के अंदर किया जाए, कर्मचारियों के तबादले के न्यायालयीन मामले का तत्काल हल निकाले, मेडिकल बिल, स्थानिय यात्रा भत्ता बिल समेत तत्काल निधि उपलब्ध कराए, 2005 के बाद के सभी कर्मचारियों को पिछले डीसीपीएस कटौती को तत्काल खाते में जमा करें, सेवा निवृत्त हुए सभी कर्मचारियों को सभी तरह के लाभ दें, मेलघाट के हार्टशीप भत्ता कम दिया जाता है उसे पूरा दिया जाए, जैसी मांग को लेकर आंदोलन किया गया. इस समय संगठन के अध्यक्ष देवेंद्र शिंदे, विनोद डोंगरे, रजनीकांत श्रीवास्तव, अशोक पोकले, सुभाष चव्हाण, विनोद पारोदे, गोकुल बांबल, साहेबराव वानखडे, राजेश पणजकर, राजु मेश्राम, कामाजी हराल, प्रदिप होले, गोपाल ठोसर, दिनेश साबले, मिनाक्षी डहाले, जोत्सना अंबाडकर, इंद्रायणी पवार, वंदना धिकार, लिला इरपाचे, उषा भोयर, कविता पवार, शालिनी गवई, शालीनी भाकरे, लक्ष्मी बन्सोड, सुजाता रोडगे, मालती पाटील, सुनंदा राऊत, देवांगना भुबरकर, प्राची घोरमाडे, भाग्यश्री कुर्मवंशी, संजय केलकर, भगवान राऊत, अतुल वानखडे, कुलदिप रुद्रकार, विवेक उमक, प्रविण औगड, आकाश हिंगलासपुरे, संजय लखनऊवाले, संदिप कात्रे, दादाराव निघोट, संजय पटके, हेमंत सुर्यवंशी, दिनकर शिंदे, भुषण कविश्वर, मंगला धांडे, विप्रा तलमले, संगिता लोखंडे, सुनिता घुगे, शरयु खलाले, अस्मीता चंदनखेडे, सुनंदा कवाने आदि उपस्थित थे.