रास्ते व पुल दुरुस्ती के लिए जिप को मिलेगी स्वतंत्र निधि
प्रलंबित कामों के शुरु होने का रास्ता खुला
* बाढ व बारिश से हुआ था रास्तों का नुकसान
अमरावती/दि.3– मूसलाधार बारिश, अतिवृष्टि तथा बाढ जैसी वजहों के चलते जिले में कई रास्तों और पुलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ था. ऐसे में जिला मार्ग व ग्रामीण मार्ग सहित उन पर बने पुलों की दुरुस्ती के लिए निधि देने हेतु नया लेखाशीर्ष शुरु करने का निर्णय राज्य सरकार व्दारा लिया गया हैं. जिसके चलते अब रास्तों व पुलों की दुरुस्ती हेतु जिला परिषद को स्वतंत्र तौर पर निधि मिलने का रास्ता खुल गया हैं.
जिला परिषद को अन्य जिला मार्ग लेखाशीर्ष 5054 तथा ग्रामीण मार्ग लेखाशीर्ष 3054 अंतर्गत रास्तों के विकास हेतु जिला नियोजन समिति के जरिए निधि उपलब्ध कराई जाती हैं. पंरतु यह निधि रास्तों व पुलो के दुरुस्ती संबंधी कामों के लिए काफी अत्यल्प रहती हैं. ऐसे में इन कामों के लिए स्वतंत्र निधि दिए जाने की मांग विगत लंबे समय से जिला परिषदों व्दारा सरकार से अतिरिक्त निधी की मांग की जा रही हैं. ताकि बाढ व बारिश की वजह से खराब हुए रास्तों को सुधारा जा सके. इन्हीं बातों के मद्देनजर राज्य सरकार ने रास्तों व पुलों की दुरुस्ती हेतु स्वतंत्र रुप से निधि उपलब्ध कराने हेतु नया लेखाशीर्ष खोलने का निर्णय लिया हैं.
* जनप्रतिनिधियों की ‘निर्माण’ की ओर दौड
कुछ वर्ष पहले ग्रामीण क्षेत्र में अतिवृष्टि और बाढ वाले स्थिति की वजह से रास्तों व पुलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ था. जिसकी दुरुस्ती के लिए जनप्रतिनिधियों ने जिला परिषद के निर्माण विभाग की ओर दौड लगाई थी. परंतु जिला परिषद को अतिवृष्टि की वजह से खराब हुए रास्तों व पुलों की दुरुस्ती के लिए निधि उपलब्ध नहीं हुआ करती थी. ऐसे में इन कामों को करने के लिए काफी दिक्कतें पेश आया करती थी. इसके चलते जिप के निर्माण विभाग व्दारा जनप्रतिनिधियों की मांगों को अनदेखा किया जाता था और निधि उपलब्ध नहीं रहने की वजह आगे की जाती थी. परंतु अब शिंदे-फडणवीस सरकार व्दारा लिए गए निर्णय के चलते अतिवृष्टि प्रभावित तहसीलों व गांवों में रास्तों व पुलों की दुरुस्ती का मार्ग खुल गया हैं.
ग्रामविकास विभाग व्दारा लिए गए निर्णयानुसार अतिवृष्टि व बाढ की वजह से क्षतिग्रस्त हुए जिला मार्ग व ग्रामीण मार्ग सहित उन पर बने पुलों की दुरुस्ती के लिए नया लेखाशीर्ष खोलने का निर्णय लिया गया हैं. इसके तहत निधि प्राप्त होते ही इन कामों को गति प्रदान की जाएगी.
– दिनेश गायकवाडा,
कार्यकारी अभियंता, निर्माण विभाग,
अमरावती जिप