मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प के ६ वन्यजीव विभागों में होगी प्राणी गणना
बुद्ध पूर्णिमा को आयोजन, पर्यावरण प्रेमियों में उत्साह
* १५० से अधिक मचान उपलब्ध कराए गए
मेलघाट/दि. २८- मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प में ६ वन्यजीव विभागों में प्रकृति अनुभव अंतर्गत प्राणी गणना होगी. बुध्द पूर्णिमा के अवसर पर वन विभाग की ओर से ५ मई को यह आयोजन किया जा रहा है. मचान पर से प्राणी गणना होने से इसको लेकर वन्यजीव प्रेमियों में उत्साह दिखाई देता है. ऑनलाइन आरक्षण के लिए १५० से अधिक मचान उपलब्ध करवाए गए हैं. प्रकृति का अनुभव करते समय उपक्रम में सहभागी वन्यजीव प्रेमियों को नियमों का पालन करना होगा. ‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.मैजिकलमेलघाट. इन’ इस वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीयन करवाया जा सकेगा. जलसंग्रह से दूरी पर मचान की व्यवस्था है. पर्यटन उपक्रम में सहभागी होनेवालो को आयोजकों की ओर से दो समय का भोजन, २० लीटर पानी सहित आवश्यक सभी व्यवस्था की गई है. फिलहाल तापमान में वृध्दि होने के कारण अनेक वन्य प्राणी दिन में अनेकों बार पानी पीने के लिए जलसंग्रह पर आते हैं. जिसके कारण गणकों को सावधानीपूर्वक जानकारी हासिल करना पड़ता है. उसमें भी क्षेत्र में वन्यजीवों की पहचान करके दी जाए, ताकि हिरण नाम न लिखते हुए चीतल, सांभर, भेकर ऐसे नामों का उपयोग करना होगा. निसर्ग प्रेमियों को पंजीयन का नमूना मचान पर बैठने से पूर्व ही दिया जाएगा.
हर मचान पर दो व्यक्ति रहेंगे
उपलब्ध कराए गए हर मचान पर वन विभाग व एक निसर्ग प्रेमी इस प्रकार दो व्यक्ति रहेंगे. शुभ्र श्वेत वस्त्र धारण करना, सुगंधित द्रव्य का उपयोग करना, विजेरी का उपयोग करना, धूम्रपान, मद्यपान पर बंदी लगाई गई है. मचान पर सहभागी व्यक्तियों को बार-बार नीचे भी उतरने की अनुमति नहीं होगी.
* निर्धारित शुल्क लगाया गया है
सिपना वन्यजीव विभाग, गुगामल वन्यजीव विभाग, अकोट वन्यजीव विभाग, मेलघाट वन्यजीव विभाग, अकोला वन्यजीव विभाग, पांढरकवडा वन्यजीव विभाग में ही वन्य प्राणियों की गणना होगी. इसके लिए सहभागी वन्यप्रेमियों को निर्धारित शुल्क लगाया गया है.
* जलस्त्रोतों नुसार करेंगे नियोजन
‘प्रकृति अनुभव’ इस उपक्रम के दौरान आकस्मिक परिस्थिति से निपटने के लिए वाहन सहित प्रतिसाद टीम वन परिक्षेत्र स्तर पर तैयार रखी गई है. उसमें जलस्त्रोत निहाय नियोजन किया जाएगा.
– एम.ए. खैरनार,
विभागीय वन अधिकारी,
मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प