अमरावती/दि.17– आगामी रविवार 20 मार्च को जिला परिषद के मौजूदा पदाधिकारियों व सदस्यों का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है. उससे पहले दो दिन पूर्व जिला परिषद की अंतिम बजट सभा हुई. जिसमें जिला परिषद के सभी पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे. वही 18 मार्च को धुलिवंदन, 19 मार्च को शनिवार तथा 20 मार्च को रविवार ऐसे लगातार तीन दिन जिला परिषद के अवकाश रहेगा. जिसके चलते आज गुरूवार 17 मार्च तक ही जिला परिषद में प्रत्यक्ष कामकाज हुआ और एक तरह से आज ही जिला परिषद के मौजूदा पदाधिकारियों व सदस्यों के कार्यकाल का अंतिम दिन रहा. ऐसे में बजट सभा में शामिल सदस्यों ने अगले सदन में एक बार फिर एक-दूसरे से मिलने का वादा करते हुए जिला परिषद से विदाई ली.
बता दें कि, विगत सोमवार 14 मार्च को जिला परिषद की अंतिम आमसभा बुलाई गई थी. जिसमें कई सदस्यों ने एक-दूसरे को जिला परिषद में दोबारा निर्वाचित होने की शुभकामनाएं दी. वही कई सदस्यों ने दोबारा चुनकर आने को लेकर आत्मविश्वास भी जताया. इसके पश्चात मंगलवार 15 मार्च को जिला परिषद की बजटीय बैठक हुई और इस अंतिम बैठक के बाद सभी सदस्यों ने एक-दूसरे को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी. वहीं विविध विषय समितियों के पदाधिकारियों ने चाय, नाश्ते व अन्य खर्चों का हिसाब-किताब चुकता किया. इसके अलावा कई सदस्यों ने सोमवार को आमसभा निपटने के साथ ही अपने गांव का रास्ता पकड लिया था.
पांच वर्ष के कार्यकाल दौरान मुझे सभी अधिकारियों व सदस्यों का पूरा सहयोग मिला. कई बार अधिकारियों को आडे हाथ लेकर खडे बोल सुनाये गये. किंतु वह कामकाज का एक हिस्सा था. जिसका कोई व्यक्तिगत अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए.
– बबलू देशमुख
अध्यक्ष, अमरावती जिप
सदस्यों ने अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर कोई चिंता नहीं करनी चाहिए. यदि अगली बार जिला परिषद में सदस्य के तौर पर किसी कारणवश नहीं भी चुने गये, तो किसी अन्य स्थानीय स्वराज्य संस्था के लिए प्रयास करते हुए अपनी जनसेवा शुरू रखनी चाहिए और हम चुनकर आयेंगे अथवा नहीं, इसकी बिल्कुल भी चिंता नहीं करनी चाहिए.
– प्रकाश साबले
जिप सदस्य
अगला सदन अभी की तरह वन साईडेड यानी एकतरफा नहीं होना चाहिए. सभागृह में सभी को प्रमाणशिल प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए, ताकि एक का लाड-प्यार और दूसरे पर अन्याय न हो.
– प्रताप अभ्यंकर
जिप सदस्य