किनवट समिति ने किया मन्नेरवारलू जनजाति का प्रमाणपत्र रद्द
चैतन्या पालेकर को झटका
* शैक्षणिक काम के लिए हासिल किया था कास्ट वैलिडीटी
अमरावती/दि.29- वस्तुस्थिति को छिपाकर फर्जी दस्तावेजों के जरिए अनुसूचित जनजाति का जाति प्रमाणपत्र हासिल करने वाली चैतन्या संजय पालेकर के मन्नेरवारलू जनजाति के कास्ट वैलिडीटी को किनवट समिति ने अवैध ठहरा दिया है. शैक्षणिक काम हेतु जाति वैधता प्रमाणपत्र मिलने के लिए लातूर स्थित राजश्री शाहू महाराज महाविद्यालय के मार्फत प्रस्ताव पेश किया गया था और 20 जुलाई 2017 को नांदेड के उपविभागीय दंडाधिकारी द्वारा यह जाति प्रमाणपत्र जारी किया गया था. परंतु इससे पहले के जाति प्रमाणपत्र पर कानूनी प्रावधानों के अनुसार मन्नेरवारलू का नामाभिधान नहीं रहने के चलते समिति ने इस मामले को रद्द कर दिया. जिसे चैतन्या पालेकर के लिए काफी बडा झटका माना जा रहा है. इस मामले में चैतन्या पालेकर ने हाईकोर्ट में भी गुहार लगाई थी. लेकिन उसे वहां से भी कोई राहत नहीं मिली थी.