क्षत्रिय सहित सभी सवर्ण समाजों की एकजूटता जरूरी
क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्रसिंह तंवर का कथन
* राष्ट्रीय रथ यात्रा के तहत पहुंचे अमरावती
* पत्रवार्ता को किया संबोधित
अमरावती-दि.10 इस समय सर्वसामान्य संवर्ग में शामिल रहनेवाले क्षत्रिय समाज सहित समस्त सवर्ण समाज की कई समस्याएं और मांगे प्रलंबित है. जिनकी ओर सरकारों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में आर्थिक आधार पर आरक्षण, सामाजिक समरसता तथा क्षत्रिय महापुरूषों के इतिहास का संरक्षण करने को लेकर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा द्वारा 9 अगस्त से 7 अक्तूबर तक राष्ट्रीय स्तर पर तीसरी रथयात्रा का आयोजन किया गया है. जो देश के अलग-अलग शहरोें में पहुंचकर क्षत्रिय समाज बंधुओं से सभी सवर्ण समाज बंधुओं को जागरूक व संगठित करने का कार्य कर रही है. इस आशय का प्रतिपादन अ. भा. क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेेंद्रसिंह तंवर द्वारा किया गया.
इस पत्रवार्ता में क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्रसिंह तंवर ने जानकारी दी कि, यह रथयात्रा विगत 9 अगस्त को जम्मु से प्रारंभ हुई है, जो पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ, बंगाल, झारखंड, बिहार, आसाम, मेघालय व उत्तर प्रदेश से होते हुए 7 अक्तूबर को दिल्ली स्थित राजघाट व जंतरमंतर पर पहुंचेगी. जहां पर देशभर के क्षत्रिय समाज बंधुओं का सम्मेलन भी आयोजीत किया जायेगा. यह रथयात्रा 6 प्रमुख मांगों को लेकर निकाली जा रही है और इन मांगोें के संदर्भ में क्षत्रिय समाज बंधुओं सहित सर्वसामान्य संवर्ग में शामिल रहनेवाले विभिन्न समाज बंधुओं को जागरूक भी किया जा रहा है. वहीं आगामी 7 अक्तूबर को देश की राजधानी दिल्ली में इस रथयात्रा का समापन होने पश्चात देश के प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को क्षत्रिय समाज की मांगों के संदर्भ में ज्ञापन सौंपे जायेंगे.
इस पत्रवार्ता में अ. भा. क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्रसिंह तंवर व उनके साथ आये दस पदाधिकारियों सहित संगठन के अमरावती जिलाध्यक्ष मंगेशसिंह रघुवंशी, जिला संगठक विजयसिंह ठाकुर, जिला उपाध्यक्ष धीरजसिंह बैस, जिला युवा संगठक अर्जुन चव्हाण, कोषाध्यक्ष अविनाशसिंह गौर, महामंत्री श्रध्दा गहलोत, महिला अध्यक्ष सोनल गहलोत तथा प्रदेश उपाध्यक्ष सुषमा सेंगर आदि उपस्थित थे.