अमरावती

शहद चख रहे हैं या गुड़ का पानी?

फ्रेजरपुरा पुलिस ने जप्त किया नकली शहद

अमरावती दि.8 – बच्चों से वृद्धों तक सभी शहद का सेवन करते हैं. कोई पसंद है इसलिए तो कोई दवा के रुप में खाते हैं. फिलहाल युवाओं में फिटनेस का, दुबले होने का शौक बढ़ने से वे शहर का इस्तेमाल अधिक करते हैं. जिसके चलते शहर की फिलहाल मांग बढ़ी है. लेकिन ग्राहकों यह शहद खरीदते समय विशेष ध्यान दें. वर्ना मीठा शहर आपके लिए कड़वा बन सकता है. क्योंकि बाजार में, रास्ते पर मिलावटयुक्त, नकली शहद बिक्री के लिए आने की धक्कादायक बात पुलिस व अन्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई से सामने आयी है. शुक्रवार को फ्रेजरपुरा पुलिस ने डेन्टल कॉलेज परिसर में एक व्यक्ति के पास से नकली शहद जप्त किया. विविध स्थानों पर जाकर कुछ परिवार नकली शहर की बिक्री कर रहे हैं.
* 300 रुपए लिटर से बिक्री
उत्तरप्रदेश के उन्नाव जिले के कबीरपुर निवासी होने का पहचान पत्र दिखाने वाले विपिन नामक व्यक्ति से फ्रेजरपुरा पुलिस ने 10 किलो मिलावटी शहद अत्यंत गंदगी की जगह से जप्त किया. वह नैसर्गिक होने का अनुमान लगाने के लिए उसके पास मधुमक्खी का छत्ता भी था. जिसमें गुड़ का पानी डालने की बात उसने कबुल की. गुड़ भी अत्यंत निकृष्ट था. 300 रुपए लिटर के हिसाब से इस गुड़ मिश्रित नकली शहद की बिक्री शहरभर में कर रहे थे. यह जानकारी थानेदार नितीन मगर ने दी.
* शहद में मिलावट कैसे पहचानेंगे?
शुद्ध और मिलावटयुक्त शहद एक समान दिखाई देता है. उनमें फर्क पहचानना कठिन होता है. एक ग्लास पानी का इस्तेमाल कर आप शुद्ध शहद की जांच कर सकते हैं. इसके लिए ग्लासभर पानी में एक चम्मच शहद डाले. यदि शहद पानी केतल में गया तो वह शहद शुद्ध माना जाएगा. यदि शहद पानी में मिल गया तो उस शहद में मिलावट है, ऐसा मानना चाहिए.
* शहद बहुगुणी
अनेक दिनों तक खांसी की तकलीफ रहने पर शहद का सेवन करना काफी उपयुक्त साबित हो सकता है. शहद में बॅक्टेरिया के बढ़ने पर प्रतिबंध करने वाला गुणधर्म होता है. वह संसर्ग रोकता है. वहीं शहद कफ को सहजता से निकालता है. एक चम्मच शहद हम सहज खा सकते हैं. बावजूद इसके अद्रक के रस में शहद मिलाकर खाने से कफ एवं खांसी को काफी आराम मिलता है.

फ्रेजरपुरा पुलिस ने ताबे में लिए उस पर प्रांतीय ने शहद में गुड़ मिलाने की कबुली दी है. जप्त शहद का नमुना प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया. शेष 9 किलो मिलावटी शहद नष्ट किया गया. नागरिक सजग रहे.
भाऊराव चव्हाण, अन्न सुरक्षा अधिकारी, अन्न व औषधि प्रशासन

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