लेख

बहुजन समाज के किसान नेता डॉ. अनिल बोंडे

राज्य के पूर्व कृषि मंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. अनिल बोंडे को भाजपा द्वारा राज्यसभा सांसद हेतु अपना प्रत्याशी बनाकर एक तरह से उनके कामों और समर्पित निष्ठा पर अपनी मुहर लगाई गई है. कई वर्ष पहले डॉ. अनिल बोंडे ने शिवसेना का जिला प्रमुख रहते हुए शिवसेना को अमरावती जिले में मजबूती प्रदान करने हेतु अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था और मोर्शी व वरूड क्षेत्र सहित समूचे जिले में शिवसेना को मजबूती प्रदान की थी. जिसके चलते वर्ष 2004 के चुनाव में उन्होंने तत्कालीन प्रस्थापित दिग्गजों को जबर्दस्त टक्कर देते हुए अपनी जीत की नींव तैयार कर दी थी. परंतू वर्ष 2009 में सेना व भाजपा युती द्वारा पूर्व सांसद को अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र मेंं उम्मीदवारी दिये जाने से जो उलटफेर हुआ, उसकी वजह से मोर्शी-वरूड विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र भाजपा के हिस्से में चला गया. लेकिन इससे डॉ. अनिल बोंडे ने बिल्कुल भी हार नहीं मानी, क्योंकि हार मानना और रूक जाना उनके खून में ही नहीं है. उन्होंने अपना खून-पसीना बहाकर मोर्शी-वरूड निर्वाचन क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की फौज तैयार की थी और लोगों के कई काम करते हुए अपना व्यापक जनाधार बनाया था. ऐसे में उन्होंने वर्ष 2009 का चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लडा और जीत भी हासिल की. पश्चात वर्ष 2014 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लडते डॉ. अनिल बोंडे ने एक बार फिर अपने खिलाफ चुनाव लडनेवाले दो प्रस्थापित दिग्गजों को धूल चटाई ओर प्रचंड वोटों के जरिये जीत हासिल की.
वर्ष 2014 में भाजपा-सेना युती की सरकार स्थापित हुई और डॉ. अनिल बोंडे के कामों का अनुभव देखते हुए पूरी अपेक्षा थी कि, उन्हें देवेेंद्र फडणवीस सरकार के मंत्रिमंडल में स्थान मिलेगा. हालांकि यह अपेक्षा सरकार के कार्यकाल के अंतिम चरण में पूरी हुई, जब डॉ. अनिल बोंडे को फडणवीस सरकार मेें कृषि मंत्री बनाया गया और महज छह माह के कार्यकाल में कृषि मंत्री के तौर पर उन्होंने किसानों की कई समस्याओं को हल किया.
इसके उपरांत वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में डॉ. अनिल बोंडे को हार का सामना करना पडा. दोनों ही कांग्रेस के नेताओं ने एकत्र आते हुए भाजपा की अंतर्गत गुटबाजी का फायदा लेकर जनसामान्यों के एक किसान नेता को पराजीत करने हेतु हर तरह के षडयंत्र रचे. लेकिन अपनी इस हार से बिल्कुल भी निराश न होते हुए डॉ. अनिल बोंडे ने अपने कामों का सिलसिला जारी रखा. किसानों के लिए चलाई गई विभिन्न योजनाओं का अध्ययन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्ववाली केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों का उन्होंने समर्थन किया और तीनों कृषि कानून किस तरह किसानों के हित में है, यह उन्होंने किसानों को समझाने में सफलता भी हासिल की. जिसके परिणाम स्वरूप उन्हें भाजपा किसान मोर्चा का प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया गया. साथ ही बाद में किसान मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई, ताकि वे अपने अनुभवों का लाभ अन्य राज्यों के किसानों को भी दे सके. इसके बाद अपने पद जिम्मेदारी को न्याय देने हेतु डॉ. अनिल बोंडे ने कई राज्यों की यात्रा की. विशेष उल्लेखनीय है कि, उन्होंने मुझे भी कई राज्यों की यात्रा के समय अपने साथ चलने के लिए कहा था. परंतू ऐसा कभी योग ही नहीं बना.
इससे पहले डॉ. अनिल बोंडे और मैंने खुद भारत कृषक समाज में काम किया था. उस समय उन्होंने पद्मश्री सुभाष पालेकर के नैसर्गिक खेती पर आधारित शिबिर और चर्चासत्र का आयोजन अपने खर्च पर किया था और उन सभी शिबिरों में मैंने उनके साथ सहभाग लिया था. चूंकि उन्हें किसानों हेतु मेरे द्वारा किये जानेवाले कामों की जानकारी थी. ऐसे में उन्होेंने मुझे भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष पद की जवाबदारी सौंपने का निर्देश पार्टी के जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी दिघडे को दिया. इस बारे में निवेदिता चौधरी और मेरी पहले ही कुछ बातचीत हुई थी और इस विषय को डॉ. अनिल बोंडे की ओर से हरी झंडी मिलते ही मेरी नियुक्ति जिलाध्यक्ष के तौर पर की गई. जिसके पश्चात हम उनके मार्गदर्शन के तहत किसान मोर्चा के जरिये पूरे जिले में किसानों की समस्याओं को हल करने का प्रयास कर रहे है और डॉ. अनिल बोंडे के निर्देश पर सभी तहसीलों में किसान मोर्चा के अध्यक्षों की नियुक्ति करने के साथ ही ग्राम शाखाओं का गठन किया जा रहा है.
डॉ. अनिल बोंडे को राज्यसभा के लिए चुने जाते ही अब महाराष्ट्र सहित समूचे देश के किसानों की आवाज संसद के उच्च सदन में पहुंचेगी और केेंद्र सरकार को उनके अनुभवों को अध्ययन का लाभ मिलेगा. जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ और भी मजबूत होंगे, यह निश्चित है. भाजपा किसान मोर्चा की ओर से अब राज्यसभा के नवनिर्वाचित सांसद डॉ. अनिल बोंडे का अभिनंदन करते है और उनके चयन हेतु राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस का किसानों की ओर से शतश: आभार मानते है. साथ ही हमारी मंगलकामना है कि, राज्यसभा सांसद के तौर पर डॉ. अनिल बोंडे का कार्यकाल बेहद सफल रहे तथा वे राष्ट्रीय स्तर पर किसानों के हितों के लिए अधिक से अधिक बेहतरीन काम करें.
– प्रा. एड. नरेंद्र राउत
जिलाध्यक्ष, भाजपा किसान मोर्चा

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