कोरोना योद्धा डॉक्टर्स
कैसे उतार पायेंगे कर्ज.? ऋणी रहेगा मानव इन कोरोना याद्धाओं को सेल्युट है डॉक्टर नर्सेस एवं उनकी टीम को.
कोरोना वायरस आज पूरे विश्व में तेजी से फैल रहा है. आज जहां सभी को हिदायत दी जा रही है कि अपने घरों में रहे सुरक्षीत रहे, मास्क पहने, हैंड वॉश करें , सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें इसी को लेकर काफी समय से देश लॉकडाउन की स्थिति में भी था, व धीरे-धीरे शीथिलता प्रदान की गई सभी को बार-बार समझाया जा रहा है कि कोविड-१९ वायरस छूने मात्र से फैलता है. तो विशेष एतिहात बरतने की जरुरत है. ऐसी कठीन परिस्थिती में जहां सभी को अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग किया जा रहा है. वहीं हमारे कोरोना वारियर्स, सोल्जर, अपनी जान की स्वास्थ्य की परवाह किये बिना अपनी सेवाएं दे रहे है. जैसे की पुलिस प्रशासन, डॉक्टर आदी सभी को सेल्युट है. विशेष तौर से देखा जाये तो डॉक्टर, नर्सेस वह हॉस्पीटल की टीम आज जो काम कर रहे है वह देश के इतिहास में लिखा जायेगा. जहां आज कई हॉस्पीटल कई डॉक्टर कुछ कारण की वजह से सेवाएं देने में असमर्थ रहे है. वह कई ऐसे हास्पीटल है जिन्होंने पहले दिन से ही अपने दायित्व निभाये है.
इसी श्रृखंला में वलगांव रोड अमरावती स्थित ‘बेस्ट हॉस्पीटल के संचालक डॉ. सोहेल बारी व उनकी पत्नी डॉ. शलाका बारी कोविड पेशन्ट को एडमिट व देख रहे है. इसी तरह आयडीयल डायग्रोस्टीक सेंटर जो की डॉ. राजुल देशमुख (रेडीओलॉजीस्ट), डॉ. इब्राहिम खान, डॉ. इमरान अमान खान व टीम हैंडल कर रहे है.
वहीं डॉ. असरार खान डॉ. निशांत खान जो कि डॉ. सलाउद्दीन पटेल एवं उनकी धर्मपत्नी डॉ आयशा पटेल देख रही है. वहीं मीड-लाइफ हॉस्पीटल जो कि डॉ. सुफियान अस्करी एमडी- मीड है और अमन हॉस्पीटल डॉ. रशीद खान और डॉ सीमा खान देख रहे है. वहीं डॉ. रिजवान आई हॉस्पीटल मस्कत हॉस्पीटल , डॉ. शहीद खान अपनी सेवाएं दे रहे है. यह जो भी हॉस्पीटल है वह जैसे निरंतर और बेस्ट हॉस्पीटल में तो कोविड पेशंट को भी सेवा दी जा रही है. इस कठीन परिस्थिती में इनका कार्य जो है वह सराहनीय है. इनकी सवाओं को नमन है.
मानवता की परिभाषा जो कहते है या मानवता कि मिसाल वाकई इन डॉक्टर्स और उनके काम को देखकर लगता है, की उन्होंने मिसाल कायम की है. सुना भी है, कहते भी है डॉक्टर भगवान का रुप होते है. इस कोरोना वायरस काल में यह साबित हो गया है कि डॉक्टर और भगवान में कोई फरक नहीं है