लेख

सर्वसामान्यों के लिए लडनेवाले नेता है डॉ. राजेंद्र गवई

युवा आंबेडकरी कार्यकर्ताओं के जल्लोश, उत्साह तथा आन-बान-शान का प्रतिक कहे जाते रिपाई के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. राजेंद्र गवई का आज 5 फरवरी को जन्मदिन है. प्रतिवर्ष इस दिन आंबेडकरी कार्यकर्ताओं का उत्साह चरम पर रहता है और अमरावती के कांग्रेस नगर स्थित ‘कमल कृष्ण’ आवास पर 4 फरवरी की रात से ही रिपाई कार्यकर्ताओं व आंबेडकरी कार्यकर्ताओं की जबर्दस्त भीडभाड उमडने लगती है. दादासाहब गवई के बाद डॉ. राजेंद्र गवई ने पूरी सक्षमता के साथ पार्टी की जिम्मेदारियों को संभाला और आज उनके योग्य नेतृत्व में पार्टी लगातार विस्तार कर रही है. डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने दिन दलितों, वंचितो-शोषितों, मेहनतकशों, किसानों, मजदूरों, महिलाओं व विद्यार्थियों के कल्याण हेतू रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया की स्थापना की थी. इन सभी घटकों पर होने वाले अन्याय व अत्याचार को दूर करने हेतू संगठित रहने का महत्व बाबासाहब को पता था और उनके बाद कई आंबेडकरवादी नेताओं ने इस पार्टी को जन-जन तक पहुंचाया. जिनमें से एक स्मृतिशेष दादासाहब गवई भी थे. दादासाहब गवई ने अपने जीवनकाल के दौरान करीब पांच दशकों तक रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया की कमान संभालते हुए पूरे भारत में पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता खडे किये. साथ ही पार्टी को मजबूत करते हुए राज्य एवं देश की राजनीति मेें अपना अलग स्थान भी बनाया. उन्हीं के नक्शे-कदम पर चलते हुए उनके पुत्र डॉ. राजेंद्र गवई ने पार्टी का जिम्मा संभाला और बेहद कम आयु में मुंबई के शिवडी विधानसभा क्षेत्र मेें शिवसेना प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लडकर शानदार वोट भी हासिल करते हुए राजनीतिक क्षेत्र का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया. इस चुनाव से अपनी राजनीतिक पार्टी का प्रारंभ करनेवाले डॉ. राजेंद्र गवई ने वर्ष 2009 के संसदीय आम चुनाव में अमरावती लोकसभा क्षेत्र से रिपाई की ओर से चुनाव लढा और ढाई लाख से अधिक वोट हासिल किये. यह उनकी जनस्विकार्हाता का पहलू है. रिपाई पार्टी और आंबेडकरी आंदोलन में नई व पुरानी पीढी के कार्यकर्ताओं को एकजूट करते हुए डॉ. राजेंद्र गवई राजनीति में लगातार आगे बढ रहे है और बाबासाहब व दादासाहब के विचार सामान्य जनों तक पहुंचने हेतू उनके प्रयास अपने आप मेें बेहद उल्लेखनीय है. एक शानदार वक्ता व संयमी व्यक्तित्व तथा जनसामान्यों की समस्याओं को हल करने की प्रवृत्ति डॉ. राजेंद्र गवई की सबसे बडी खासियत है. साथ ही सौम्य स्वभाव रहनेवाले डॉ. राजेंद्र गवई जरुरत पडने पर आक्रामक भुमिका में भी आते है. विगत कुछ अरसे से वे पार्टी को मजबूत करने हेतू गांव-गांव का दौरा कर रहे है और उन्हें हर ओर से जबर्दस्त प्रतिसाद भी मिल रहा है. किंतु सतत जनसंपर्क अभियान में व्यस्त रहनेवाले डॉ. राजेंद्र गवई विगत दिनों कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गये और इस समय आइसोलेशन में है. ऐसे में उन्होंने अपने सभी कार्यकर्ताओ व समर्थकों से इस बार प्रत्यक्ष मुलाकात करते हुए शुभकामना देना टालने का आवाहन किया है. वे जल्द से जल्द स्वस्थ्य हो और कोरोना पर मात करते हुए हम सभी के बीच वापिस लौटे, यहीं प्रार्थना हम सभी ने करनी चाहिए. उनके जन्मदिवस पर हम सभी की ओर से उन्हें अनेकानेक शुभकामनाएं
– हिम्मत ढोले, जिलाध्यक्ष,
रिपाइं अमरावती

Related Articles

Back to top button