स्वास्थ्य सेवा की अनुभूति दर्शाने वाला व्यक्तित्व डॉ. राजेंद्रजी भट्टड

दर्यापुर शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र में अपनी स्वास्थ्य सेवा देने से परिचित एवं लोकप्रिय डॉ. राजेन्द्र मदनगोपाल भट्टड का कल 10 मई 2024 को जन्मदिवस. दर्यापुर भट्टड परिवार में उनका जन्म हुआ. प्रारंभिक शिक्षा दर्यापुर के प्रबोधन विद्यालय में पूर्ण करते हुए उन्होंने आम जनता की स्वास्थ्य सेवा में आने वाली दिक्कतें, परेशानियां तथा अडचनों की स्वयं अनुभव करते देखकर अन्य उच्च शिक्षा की ओर न जाते हुए वैद्यकिय क्षेत्र में एमबीबीएस की डिग्री लेकर बालरोग विशेषज्ञ में विशेषता प्राप्त करते हुए उन्होंने अपने पैतृक गांव दर्यापुर में अपने निवास पर सेवा देना प्रारंभ किया. इससे पूर्व भट्टड परिवार में उनके दो बडे भाई द्वारा भी स्वास्थ्य क्षेत्र में अपनी सेवा दी, यह उल्लेखनिय है.
परिवार की परंपरा को बरकरार रखते हुए तथा आय की लालच न रखते हुए 24 घंटे सेवा कार्य को देखते हुए मरीजों को प्राप्त होने वाला अनुभव देखते हुए छोटे से दवाखाने में मरीजों की संख्या दिन ब दिन बढने लगी. विवाह के पश्चात उनकी धर्मपत्नी डॉ. अरूणाताई भट्टड का उन्हें सहयोग मिला. इसी के चलते उन्होंने अपनी मां गोदावरीबाई भट्टड के नाम से अकोट रोड, बनोसा दर्यापुर निजी अस्पताल का निर्माण किया. शिशु के साथ अन्य मरीजों के स्वास्थ्य प्रति प्रयास देना प्रारंभ हुआ. देखते देखते उनके सेवा का कार्य बढने लगा. निजी सेवा के साथ उन्होंने दयार्र्पुर के सरकारी अस्पताल में भी सेवा देने से आम जनता को उसका लाभ प्राप्त हुआ. गोदावरी हायटेक हॉस्पिटल अॅन्ड नर्सिंग होम में सभी प्रकार की सेवा मरीजों को प्राप्त होने से डॉ. राजेन्द्र भट्टड का नाम दर्यापुर क्षेत्र के साथ अन्य जिले में भी परिचित हुआ. जहरीली दवा का सेवन करने वाले मरीजों को बचाकर उन्हें फिर से जीवनदान देने का उन्होंने प्रयास किया. जिसके कारण उन्हें सभी संस्था तथा संगठन द्वारा सम्मान करते हुए उनकी तारीफ हुई. स्वास्थ्य सेवा के साथ उन्होंने गोदावरी नागरी सहकारी पतसंस्था का निर्माण किया. तथा एकविरा स्कूल और ब्रिलीयंट तथा एकविरा नर्सिंग शिक्षा संस्था का निर्माण करके दर्यापुर की छात्राओं को शिक्षा अवसर प्राप्त कराया. वित्तीय एवं शिक्षा क्षेत्र के साथ सामाजिक, आध्यात्मिक क्षेत्र में उनका बडा योगदान रहा. अपनी लगातार 25 वर्ष की सेवा देते हुए अपने परिवार के दो पुत्र उत्कर्ष तथा चैतन्य भट्टड को भी स्वास्थ्य सेवा में सम्मिलित करके उच्च शिक्षा प्राप्त की है.
आज हमारे मित्र डॉ. राजेन्द्र भट्टड नहीं है, किन्तु उनका कार्य हमें सदैव याद दिलाता रहेगा.
उनके जन्म दिवस पर उन्हें हम विनम्र अभिवादन करते है.
-हेमंत पाठक, दर्यापुर