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कोरोना संक्रमण की बढती रफ्तार

वर्ष 2021 में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण पाए जाने की आशा रखनेवाले नागरिको के सामने फिर से चिंता की लकीरे उभरने लगी है. हालाकि कोरोना वैक्सीन भी आ चुका है तथा टीकाकरण अभियान भी तेजी से जारी है. ऐसे में कोरोना संक्रमण का तीव्र होना चिंता का विषय बनता जा रहा है. गत वर्ष से जारी कोरोना संक्रमण से अब तक शहर में हजारों लोग पीडित हो चुके है. बीते दिनों संक्रमितों की संख्या में तेजी से गिरावट आयी थी. लेकिन पूरी तरह कोरोना के आकडे समाप्त होने की स्थिति नहीं बन पायी थी. जिस रफ्तार से शहर में अब कोरोना संक्रमण आरंभ हो गया है. उसे देखते हुए जरूरी है कि यदि प्रशासन सभी बस्तियों में सैनिटायजर के छिडकाव का अभियान आरंभ करे. जिस तरह सिनेमागृहों को पूरी संख्या के साथ आरंभ करने की अनुमति दी गई है तथा शाला महाविद्यालय शुरू करने का सिलसिला आरंभ हो गया है. उसे देखते हुए फिर से योग्य परिवर्तन की आवश्यकता महसूस की जा रही है. इसी तरह सोशल डिस्टेसिंग कायम रहे. इस दिशा में प्रयास किए जाना जरूरी है. संक्रमितों की संख्या में फिर से क्यों तेजी आ रही है इस पर भी चिंतन होना आवश्यक हो गया है. गौरतलब है कि गत वर्ष इन्ही महिनों में कोरोना ने अपना असर दिखाया था. अब फिर से कोरोना ने रफ्तार पकड ली है. जिसके चलते प्रतिबंधक उपाय आरंभ कर देना चाहिए. बीते कुछ माह से लोगों ने मास्क लगाना बंद कर दिया है. जिससे संक्रमण फैलने का मार्ग और आसान हो गया है. अनलॉक प्रक्रिया के तहत स्वीमिंग पुल एवं सिनेमाघरों को पूरी संख्या के साथ आरंभ करने की अनुमति दे दी गई है. जिससे लोगों का एक दूसरे से संपर्क तेजी से बढ रहा है. इसके चलते अति आवश्यक है कि बीमारी से बचाव के लिए योग्य कदम उठाए जाए.
अमरावती महानगरपालिका क्षेत्र में भी कोरोना का संक्रमण बढता जा रहा है. इसके चलते अब प्रशासन को कडे कदम उठाना चाहिए. बार बार हाथ धोना, मास्क एवं सैनिटाइजर का उपयोग फिर से लोगों को जिम्मेदारीपूर्वक करना होगा. वर्तमान में पाया जा रहा है कि अधिकांश लोग बिना मास्क के नजर आते है. यह संक्रमण की दृष्टि से घातक है. अत: मास्क की अनिवार्यता फिर से लागू की जाए. यदि नागरिक मास्क का उपयोग नहीं करते है तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी आवश्यक है. इसी तरह सोशल डिस्टेंसिंग की प्रक्रिया भी आरंभ करनी चाहिए. अधिकांश तौर पर पाया जा रहा है कि शहर के बाजारों में लोगों की भीड उमड पडती है. जहां सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं हो पाता. परिणामस्वरूप बीमारी अपना क्षेत्र फैला रही है. शुक्रवार को अमरावती में दिन भरमें 233 नागरिक पॉजिटीव पाए गये. यह संख्या अपने आप में चिंता बढानेवाली है. इसके चलते आनेवाले समय में बीमारी का स्वरूप और भी तीव्र हो सकता है.े इसके लिए जरूरी है कि सरकार की ओर से कोरोना संक्रमण को टालने के लिए विशेष कदम उठाए जाना चाहिए.
कोरोना के कारण बीते वर्ष में लोगों को उभरने का मौका नहीं मिला. अनेक दिनों तक लाकडाउन रहने से लोगों के रोजगार प्रभावित हुए है, ऐसे में सरकार को लोगों की आजीविका का भी ध्यान रखना है. अनेक संगठनों की ओर से इस दिशा में कार्य किया जा रहा है. लेकिन बीमारी का स्वरूप तीव्र रहने के कारण अनेक लोग बीमारी की चपेट में आ रहे है. जरूरी है कि लोगों में कोरोना के प्रति फिर से जनजागृति लाने की दिशा में काम करना चाहिए. खासकर मास्क लगाना हर किसी के लिए जरूरी है. मास्क रहा तो संक्रमण का खतरा कम हो जाता है. जरूरी है कि प्रशासन फिर से मास्क की अनिवार्यता लागू करे. यदि कोरोना से बचाव के लिए मास्क का इस्तेमाल नहीं किया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई का भी सिलसिला शुरू करना जरूरी है. रोजाना बडी संख्या में कोरोना मरीजों के कारण जनजीवन भी प्रभावित हो सकता है . इसके लिए जरूरी है कि प्रशासन कोरोना से बचाव के सार्थक प्रयास आरंभ करे साथ ही नागरिको का भी दायित्व है कि वे स्वयं स्फूर्त होकर कोरोना से बचाव के त्रिसूत्रीय सिध्दांत का पालन करे. इससे बीमारी पर नियंत्रण किया जा सकता है. साथ ही कोरोना वैक्सिन आ जाने से उसका भी हर किसी को लाभ लेना चाहिए. कुल मिलाकर कोरोना की बढती रफ्तार जिले के लिए चिंता का विषय बन गया है. लेकिन नागरिक स्वयं सावधानी बरते तो निश्चित रूप से इसके संकट को टाला जा सकता है.

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