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मास्क की अनिवार्यता

शहर में बढते कोरोना संक्रमण के चलते जिलाधीश ने 8 फरवरी से मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है. साथ ही दंडात्मक कार्रवाई भी आरंभ कर दी है. रामपुरी कैम्प अंतर्गत पंचवटी गाडगेनगर ईतवारा क्षेत्र में की गई कार्रवाई में 2500 रूपये जुर्माना वसूल किया गया. इसी तरह राजापेठ अंतर्गत इर्विन चौक, रूक्मिणी नगर में कार्रवाई की गई. इसके अलावा शहर के अनेक स्थानों पर की गई कार्रवाई में करीब 27हजार रूपये जुर्माना वसूला गया. निश्चित रूप से कोरोना संक्रमण बढते मामलों को देखते हुए इस तरह की अनिवार्यता अति आवश्यक थी. बीते कुछ दिनों से लोगों ने कोरोना संक्रमण का भय त्याग कर मास्क का उपयोग करना बंद कर दिया था. जबकि इस बात को हर बार स्पष्ट किया जा रहा था कि कोरोना संकट भले ही कमजोर हुआ है लेकिन पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है. बाबजूद इसके लोगोें ने कोरोना के प्रति भय समाप्त करते हुए मास्क लगाना छोड दिया. इसी तरह रोजाना हाथ धोना, सोशल डिस्टेंसिंग जैसी सावधानिया भी बरतनी बंद कर दी. इसका नतीजा यह रहा कि बीमारी ने अपना रूप दिखाना आरंभ कर दिया. बीते सप्ताह में 1 हजार से अधिक लोग संक्रमित पाये गये जिन उपचार जारी है. जाहीर है बीमारी ने अपने तेवर तीखे कर दिए है. बीमारी का संक्रमण तेजी से बढने के कारण प्रशासन को अब कडे कदम उठाना पड रहा है. इसके अंतर्गत जिलाधीश ने 8 फरवरी से मास्क लगाना हर किसी के लिए अनिवार्य कर दिया है. महानगर व पुलिस प्रशासन की इसकी सूचना दी गई है. जिसके आधार पर योग्य कार्रवाई भी आरंभ हो गई है. लेकिन अभी भी अनेक लोग बिना मास्क के घूम रहे है. जिसके कारण जो लोग स्वस्थ है उन पर भी इस बीमारी पर संक्रमण हो सकता है. इसके लिए जरूरी है कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए.
अमरावती मेें कोरोना संक्रमण बीते वर्ष मार्च माह से सामने आने लगा था. अब मरीजों की संख्या 3 हजार से पार कर गई है. ऐसे में सावधानी अति आवश्यक हो गई है. यदि समय रहते सावधानी नहीं बरती गई तो भविष्य में स्थिति और दुखद बन सकती है. क्योंकि इस बीमारी को रोकने के लिए कडे कदम उठाना अति आवश्यक है. खासकर जो लोग बीमारी से बचाव के लिए आवश्यक प्रयास नहीं करते है उन पर यह बीमारी कभी भी भारी पड सकती है. इसलिए जरूरी है कि बीमारी से बचाव के लिए हाथ का बार-बार धोना, सैनिटायजर तथा अन्य आवश्यक कार्य करे. यह सच है कि कोरोना संक्रमण के कारण अनेक कार्य प्रभावित हुए तथा लोगों में इस बात को लेकर योग्य सावधानी बरतना जरूरी है. यदि समय रहते बीमारी पर तत्काल नियंत्रण पाया नहीं जाता है तो यह बीमारी और भी तीव्र स्वरूप में उभर सकती है. जरूरी है कि बीमारी की गंभीरता को समझा जाए. इसके लिए प्रशासन की ओर से कडे कदम उठाना जरूरी है. तभी इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है .
कुल मिलाकर कोरोना का संकट अभी कायम है. प्रारंभिक दौर मेें इस बीमारी को लोगों ने योग्य रूप से गंभीरता से नहीं लिया है. इसके चलते जरूरी है कि हर नागरिक इस बीमारी के प्रति सचेत रहे. बीमारी रोकने के लिए आवश्यक उपाय जरूरी है. प्रशासन अपनेे स्तर पर कार्य कर रहा है. नागरिको को भी चाहिए कि वे इस बारे में विशेष सावधानी बरते. बेशक अभी लॉकडाउन की स्थिति नहीं आयी है. लेकिन रोजाना मरीजों की संख्या बढती देख अब हर किसी का दायित्व है कि वह स्वयं को सुरक्षित रखने के साथ साथ समाज में इसका संक्रमण न बढे.
बढते संक्रमण को देखते हुए जिलााधीश ने मास्क न लगानेवालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए है. जरूरी है कि जन सामान्य रोज बढते मरीजों की संख्या को देखते हुए योग्य सावधानी बरते. खासकर प्रशासन द्बारा लोगों को बीमारी से बचाव के लिए जो निर्देश दिए गये है उनका पालन करे. यदि कोई पालन में आना-कानी करता है तो उसके खिलाफ कडी कार्रवाई भी होना चाहिए. विशेषकर बीमारी से नुकसान सामान्य नागरिक का ही है. इसलिए नागरिको को स्वयं स्फूूर्त होकर सावधानी बरतनी चाहिए. यदि ऐसा किया जाता है तो शहर में बढते कोरोना संक्रमण को मात दी जा सकती है. इसके लिए प्रशासन को चौकन्ना रहना जरूरी है . साथ ही सामान्य नागरिको को भी बीमारी से बचाव के लिए योग्य सावधानियां बरतनी चाहिए.

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