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साथ और सहायता देने में सबसे आगे रहते है विधायक प्रवीण पोटे पाटील

राजनीतिक जीवन में रहनेवाले अधिकांश लोग लगभग अपने आप में ही मगन रहते है और वे ही सबकुछ कर रहे है, ऐसा उनका मानना रहता है. किंतु जनता उनके हर एक काम का परीक्षण करती रहती है और जब विविध माध्यमों के जरिये जनता की आवाज सामने आती है, तब सही मायनों में पता चलता है कि, नेताओं द्वारा हकीकत में क्या किया जाता है. किंतु इन सबके बीच अपनी एक अलग पहचान रखनेवाले जिले के पूर्व पालकमंत्री व विधान परिषद सदस्य प्रवीण पोटे पाटील एक ऐसे नेता है, जो हर आवाज पर साथ और सहायता देने हेतु दौड पडते है.
विगत जनवरी माह से देश में कोविड संक्रमण का खतरा पैदा हुआ और धीरे-धीरे इस संक्रमण ने समूचे देश को अपनी चपेट में ले लिया. जिससे महाराष्ट्र भी अछूता नहीं रहा. कोविड संक्रमण के लगातार बढते असर को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विगत वर्ष 23 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन घोषित किया और अचानक ही सारे कामकाज, व्यापार-व्यवसाय और उद्योगधंधे बंद हो गये. वहीं कई कंपनियों में बेहद सीमित स्तर पर काम करने की अनुमति मिली. जिसके परिणाम स्वरूप अतिरिक्त कामगारों की कटौती की गई और हजारों लोगों का रोजगार चला गया. काम हीं नहीं रहने की वजह से कई लोग बडे शहरों को छोडकर अपने गांव और शहर जाने निकले, उस समय आवागमन के सारे साधन बंद थे. ऐसे में कई लोग पैदल ही अपने गांव के लिए चल दिये और कुछ लोग जो वाहन मिले, उसमे सवार होकर रवाना हुए. इस पहले लॉकडाउन के दौरान गरीब जनता के लिए काफी बडी समस्या पैदा हो गयी थी. कोई कामकाज नहीं रहने और प्रशासन द्वारा घर पर ही रहने के संदर्भ में आवाहन किये जाने की वजह से कई लोग अपने घरों में ही कैद होकर रह गये. जिसके परिणामस्वरूप दैनिक जरूरतों से संबंधित घर चलाना भी मुश्किल हो गया था. साथ ही लॉकडाउन की वजह से जीवनावश्यक वस्तुएं मिलने में भी काफी दिक्कते आ रही थी. ऐसी परिस्थिति में कई दानदाताओें व सामाजिक संस्थाओं ने गरीब व जरूरतमंद लोगों के लिए दो वक्त के भोजन की व्यवस्था करनी शुरू की. किंतु इसका गाजा-बाजा भी जमकर हुआ. इसी दौरान पूर्व पालकमंत्री व विधान परिषद सदस्य तथा पी. आर. पोटे पाटील ग्रुप ऑफ एज्युकेशनल इन्स्टिट्यूट एन्ड वेलफेअर ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रवीण पोटे पाटील ने तमाम तरह के प्रचार-प्रसार और ताम-झाम से दूर रहते हुए गरीबों एवं जरूरतमंदों की सहायता करने हेतु मदद का हाथ आगे बढाया और लाखों रूपयों का खर्च करते हुए लॉकडाउन में कई तरह की दिक्कतों का सामना करनेवाले लोगों को अनाज, किराणा व जीवनावश्यक साहित्य का वितरण किया. इसके तहत जिले में लाखों लोगों तक उनकी जरूरत का सामान पहुंचाया गया और लॉकडाउन काल के समय से यह काम अब भी लगातार जारी है.
देश में अब भी कोविड वायरस का खतरा पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है और संक्रमण की रफ्तार आये दिन कम-अधिक होती रहती है. ऐसे में स्थिति में कोई खास सुधार नहीं कहा जा सकता. बल्कि फरवरी माह के दौरान अमरावती जिले में कोविड संक्रमण ने काफी अधिक गंभीर रूप धारण कर लिया और रोजाना हजारों की संख्या में संक्रमित मरीज उस वक्त पाये जाने लगे. साथ ही बडे पैमाने पर कोविड संक्रमितों की मौतें भी हो रही थी. ऐसे में विधायक प्रवीण पोटे पाटील ने अपने सेवाकार्य को खंडित नहीं होने दिया तथा एक वर्ष से लगातार कोविड संक्रमण के खतरे से लड रहे जिला एवं स्वास्थ्य प्रशासन की सहायता हेतु आगे आते हुए उन्हें वैद्यकीय मदद उपलब्ध करायी. इसके तहत अमरावती मनपा को दो लाख रूपये मूल्य की रैपीड एंटीजन टेस्ट कीट उपलब्ध करायी गयी. इस दौरान कोविड संक्रमित मरीजों को बडे पैमाने पर ऑक्सिजन की जरूरत पड रही थी और ऑक्सिजन की काफी हद तक किल्लत चल रही थी. ऐसे में जिले में ही ऑक्सिजन निर्मिती करना एक बेहतरीन पर्याय साबित हो सकता है. इस बात को समझते हुए विधायक प्रवीण पोटे पाटील ने जिले के सरकारी कोविड अस्पताल में ऑक्सिजन निर्मिती प्लांट अपने पी. आर. पोटे पाटील ग्रुप ऑफ एज्युकेशनल इन्स्टिटयूट एन्ड वेलफेअर ट्रस्ट की ओर से 65 लाख रूपयों की सहायता उपलब्ध करायी. इस ऑक्सिजन प्लांट का काम जल्द ही पूरा हो जायेगा और यहां पर ऑक्सिजन निर्मिती का काम शुरू हो जायेगा, जो मरीजोें के लिए काफी उपयोगी साबित होगा.
विगत एक वर्ष के दौरान शहर के बीचों बीच स्थित हिंदू श्मशान भूमि में रोजाना सुबह से रात तक कोविड संक्रमण सहित अन्य प्राकृतिक कारणों के चलते मृत होनेवाले लोगों के पार्थिव शरीरों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है और संक्रमण काल के दौरान भी हिंदू श्मशान भूमि संस्थान द्वारा पूरे समर्पित भाव के साथ अपना कर्तव्य निभाया जा रहा है. किंतु रोजाना बडे पैमाने पर होनेवाले अंतिम संस्कारों की वजह से हिंदू श्मशान भूमि में साधन सामग्री सहित जगह की कमी महसूस होनी शुरू हो गयी. मोक्षधाम में स्थापित दो गैस शवदाहिनियों पर काम का बोझ बढ जाने की वजह से एक शवदाहिनी बीते दिनों बिगड गई और एक ही शवदाहिनी उपलब्ध रहने के चलते कई दिनों तक कोविड संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार परंपरागत रूप से लकडी की चिताओं पर करना पडा. ऐसे में हिंदू मोक्षधाम में अंतिम संस्कार का काम बिना किसी दिक्कत के शुरू रखने और काम के बोझ को कम करने की दृष्टि से यहां पर तीसरी गैस शवदाहिनी स्थापित करने की जरूरत महसूस की जाने लगी, ताकि तीन में से यदि एक शवदाहिनी खराब भी हो जाती है, तो कम से कम दो गैस शवदाहिनियों के जरिये शवों का अंतिम संस्कार किया जा सके. इस हेतु हिंदू श्मशान भूमि संस्थान द्वारा मनपा प्रशासन से सहायता की अपिल की गई और मनपा प्रशासन द्वारा इस काय हेतु 50 लाख रूपयों की वित्तीय सहायता देने का आश्वासन भी दिया गया. जिस पर भरोसा करते हुए हिंदू श्मशान भूमि संस्थान ने शवदाहिनी बनानेवाली ठाणे स्थित कंपनी के पास संस्थान की जमापूंजी में से 10 लाख रूपये जमा कराते हुए शवदाहिनी मशीन बुक की. अब इस समस्या का समाधान हो जाएगा, ऐसा महसूस होने के दौरान ही मनपा प्रशासन ने ऐन समय पर सहायता करने से इन्कार कर दिया. जिसकी वजह से काफी दिक्कत पैदा हो गयी. साथ ही इस बात का भी डर था कि, श्मशान भूमि संस्थान द्वारा अदा की गई 10 लाख रूपयों की राशि वापिस मिलेगी या डूब जायेगी. ऐसे में दानदाताओं से सहायता लेते हुए तीसरी शवदाहिनी लाने के लिए हिंदू श्मशान भूमि संस्थान के अध्यक्ष एड. आर. बी. अटल द्वारा प्रयास करने शुरू किये गये. इस बात की जानकारी मिलते ही विधायक प्रवीण पोटे पाटील तुरंत ही हिंदू मोक्षधाम की सहायता हेतु आगे आये और उन्होंने अपने पी. आर. पोटे पाटील ग्रुप ऑफ एज्युकेशनल एन्ड सोशल वेलफेअर ट्रस्ट की ओर से हिंदू श्मशान भूमि संस्थान को तीसरी गैस शवदाहिनी के लिए 30 लाख रूपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी और यह रकम तुरंत ही कंपनी के बैेंक खाते में जमा करते हुए मशीन को अमरावती मंगवाया.
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी तथा राज्य के नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा सुझायी गयी गाईडलाईन के अनुसार प्रदूषण एवं वृक्षों की कटाई को रोकने हेतु पी. आर. पोटे पाटील ग्रुप ऑफ एज्युकेशनल एन्ड सोशल वेलफेअर ट्रस्ट के संचालको, प्राचार्यों, प्राध्यापकों व कर्मचारियों सहित पोटे पाटील मित्र परिवार की ओर से दानवीर कर्तव्यदक्ष व लोकाभिमुख विधायक प्रवीण पोटे पाटील से निवेदन किया गया कि, हिंदू श्मशान संस्था को गैस शवदाहिनी अपने खुद के खर्च से उपलब्ध करायी जानी चाहिए, ताकि कोरोना की वजह से मृत होनेवाले नागरिकोें के शवोें की मृत्यु पश्चात अवहेलना न हो. इस निवेदन को मान देते हुए विधायक प्रवीण पोटे पाटील ने अपने पी. आर. पोटे पाटील ग्रुप ऑफ एज्युकेशनल एन्ड सोशल वेलफेअर ट्रस्ट की ओर से अपनी माताजी स्व. सुर्यकांतादेवी रामचंद्रजी पोटे पाटील की स्मृति में 30 रूपये का धनादेश हिंदू श्मशान भूमि संस्था के अध्यक्ष एड. आर. बी. अटल व अन्य ट्रस्टियों के सुपुर्द किया. पी. आर. पोटे पाटील ट्रस्ट के अध्यक्ष दानवीर व कर्तव्यदक्ष व्यक्तित्व प्रवीण पोटे पाटील द्वारा प्रदूषण एवं बडे पैमाने पर होनेवाली वृक्षों की कटाई को रोकने हेतु हिंदू मोक्षधाम में नई गैस शवदाहिनी देने का निर्णय लिया. प्रवीण पोटे पाटील द्वारा अपने खुद के खर्च से यह कार्य किये जाने की वजह से सभी जिलावासियों द्वारा उनकी प्रशंसा की जा रही है. नागरिकों की सुरक्षा व सुविधा सहित कोविड संक्रमण काल के दौरान विधायक प्रवीण पोटे पाटील तथा उनका पी. आर. पोटे पाटील ट्रस्ट हमेशा ही सेवाभावी कार्यों के लिए तत्पर रहते है. ऐसी चर्चा सर्वसामान्य जनता में हमेशा सुनाई देती है. प्रवीण पोटे पाटील ने वक्त की नजाकत और जरूरत को समझते हुए किसी भी सरकारी माध्यम, विधायक निधी या सीएसआर फंड से सहायता न लेते हुए अपने खुद के खर्च से प्रदूषण विरहित गैस शवदाहिनी उपलब्ध करायी है. जिसके लिए जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, प्रदूषण विभाग एवं आम जनता द्वारा पूर्व पालकमंत्री व विधायक प्रवीण पोटे पाटील, पी. आर. पोटे पाटील ट्रस्ट तथा पोटे पाटील मित्र मंडल के प्रति आभार व्यक्त किया जा रहा है. प्रवीण पोटे पाटील द्वारा किये जा रहे तमाम कार्यों को देखते हुए एक जागरूक नागरिक के तौर पर यह लेख लिखने की इच्छा हुई, ताकि हर एक व्यक्ति तक इन कार्यों की जानकारी पहुंच सके.
– प्रा. प्रशांत ठोंबरे
दस्तुरनगर, अमरावती.
9890039315

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