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ऑनलाईन धोखाधड़ी का खतरा

अपराध क्षेत्र भी दिनों दिन हायटेक होने लगे है. पहले प्रत्यक्ष में वारदात को अंजाम देकर अपराध होते थे. लेकिन अब बदलते परिवेश में अपराध जगत में भी अपने आप में भारी बदलाव लाए है. इसमें बेशक हिंसक घटनाएं शामिल न हो, लेकिन आर्थिक अपराध का क्रम इतनी तीव्र गति से जारी है कि अनेक लोगों के खातों से पैसे निकाल लिए जा रहे है.इसी तरह खातेदारों की खाते की जानकारी लेकर उसकी जमा पूंजी गायब करने का भी कार्य तेजी से जारी है. निश्चित रूप से अपराध जगत की गतिविधियां भी आधुनिक होने लगी है. इसके शिकार अनेक लोग हो रहे है. ऑनलाईन धोखाधड़ी के साथ साथ लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करने का भी कार्य जारी है. जिसके माध्यम से किसी को विवाह का लालच देकर तो किसी को अन्य किसी माध्यम से ठगने का काम जारी है. इस बारे में पुलिस विभाग ने लोगों को जागृत करते हुए ऐसे तत्वों से सावधान रहने को कहा है. निश्चित रूप से ऑनलाईन अपराध के कारण जनमानस की लूट हो रही है. इसलिए जरूरी है कि प्रशासन इस बात का पूरा ध्यान रखे. खासकर लोगों को इस बारे में जागृत करना आवश्यक है. बीते कुछ दिनों से यह पाया जा रहा है कि कोई व्यक्ति बैंक कर्मचारी होने का आभास दिलाकर फोन पर खातेदार की पूरी जानकारी हासिल कर लेता है तथा बाद में उसके खाते से राशि नदारत दिखती है. हालाकि यह बैंक का दायित्व है कि वह हर किसी के खाते में नुकसान न हो ऐसी कोई व्यवस्था बनाए रखे लेकिन ऐसी व्यवस्था अब तक इजाद नहीं की गई है. ऑनलाईन धोखाधड़ी में अब नया प्रयोग आरंभ हो गया है जिसमें वस्तुओं की खरीदी के लिए लोगों को प्रेरित किया जाता है. आकर्षक स्वरूप की वस्तु फेसबुक आदि के माध्यम से प्रस्तुत की जाती है तथा एक मोबाइल क्रमांक भी दिया जाता है. जिसके चलते लोग व्यवहार करते है तथा उन्हें धोखे का शिकार होना पड़ता है. इसके लिए जरूरी है कि पुलिस प्रशासन के सायबर विभाग को अधिक सक्षम बनाया जाए ताकि वह ऐसे तत्वों को आसानी से खोज निकाले. लोगों को भी जागरूक रहना अति आवश्यक हैे. जिसके कारण ऐसे तत्वों का शिकार होने से बचा जा सकता है. कुल मिलाकर इन दिनों ऑनलाईन धोखा धड़ी बढ़ गई है. जिसके लिए जहां प्रशासन को सक्षम यंत्रणा बनानी होगी वहीं पर लोगों को भी जागरूक होना होगा.

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