टीकाकरण को दे प्रतिसाद
कोरोना संक्रमण को समाप्त करने की दृष्टि से भारतीय वैज्ञानिकों ने कोरोना प्रतिबंधक टीके ‘वैक्सीन’ का इजाद किया है तथा विगत 16 फरवरी से यह टीके नागरिकों को दिये जा रहे है. पहले चरण में जो लोग कोरोना मरीजों की सेवा में लगे है तथा कोरोना संक्रमण रोकने के लिए दिन रात कार्यरत है, उन्हें यह टीके दिये गये. इसमें कोरोना का उपचार करने वाले चिकित्सक, परिचारिकाएं, सफाईकर्मी, पुलिस कर्मी व अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों को टीके दिये. हालांकि इन टीकों को लेकर कुछ लोगों में अनावश्यक संभ्रम है. इस हालत में यह जरुरी हो जाता है कि, लोगों में टीकाकरण के प्रति जागरुकता निर्माण की जाए, ताकि लोगों के मन में टीकाकरण को लेकर कोई भय न रहे. यह स्पष्ट रुप से प्रमाणित हो चुका है कि, यह टीका स्वास्थ्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण है. कोरोना पर मात करने के लिए विशेषज्ञों ने यह टीका विकसित किया है. सरकार ने भी इसे विभिन्न चरणों में देना आरंभ कर दिया है. दुसरे चरण में 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक तथा 45 वर्ष से अधिक आयु के गंभीर बीमारियों के शिकार लोगों को यह टीका दिया जा रहा है. इस अभियान को सफलता भी मिल रही है. अब तक हजारों लोगों ने स्वयं का टीकाकरण में योगदान दिया तथा आने वाले दिनों में भी अनेक लोग टीकाकरण के लिए तयारी में है.
टीकाकरण का अभियान अब गतिशील हो रहा है. लेकिन कुछ तत्व बिना कुछ जाने समझे वैक्सीन के विषय में अपनी राय दे रहे है, जिससे लोगों में संभ्रम निर्माण हो रहा है. राजापेठ पुलिस ने ऐसे ही एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है. साई नगर क्षेत्र निवासी इस व्यक्ति ने भाजपा बडनेरा विधानसभा समूह ‘ग्रुप’ पर एक संदेश प्रसारित किया जो कोरोना टीकाकरण के बारे में गलत संदेश दे रहा था. इस संदेश को अफवाह के रुप में मानकर पुलिस ने उक्त व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया. कोरोना के लिए विकसित यह टीका अत्यंत सुरक्षित है. इस बात की पुष्टि अनेक विशेषज्ञों ने की है. निश्चित रुप से यह टीका कोरोना के संक्रमण को रोकने में सक्षम है. यही वजह है कि, आम नागरिक टीकाकरण को व्यापक प्रतिसाद दे रहा है. क्योंकि दिनों दिन बढते कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए यह टीका लोगों के लिए संजीवनी साबित हो रहा है. इस हालत में सभी लोगों का दायित्व है कि, वे वरिष्ठ नागरिकों को टीका लेने के लिए प्रेरित करें. यदि उनके मन में टीका को लेकर कोई शंका है, तो उसे दूर करें ताकि टीकाकरण अभियान को ओर भी गतिशील किया जा सके. टीका लिये जाने से परिवार की सुरक्षा करना आसान हो जाता है. पूरे विश्व में कोरोना महामारी का संकट गहराया हुआ है. इसके चलते प्रशासन को इस बात का स्पष्ट रुप से उल्लेख करना पडा था. ‘जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं’ लेकिन अब वैक्सीन आ चुकी है. उसके चलते लोगों को बीमारी से राहत मिल सकती है.
कुलमिलाकर टीकाकरण अभियान अतिआवश्यक है. प्रशासन की ओर से हर स्तर पर टीका उपलब्ध कराया जा रहा है तथा यह सुरक्षित होने के साथ-साथ संक्रमण को रोकने वाला है. इसलिए नागरिकों को चाहिए कि, वे निश्चित होकर टीका हासिल करें व बीमारी के संकट से स्वयं को अपने परिवार को प्रकारांतर में समाज को सुरक्षित करें. इस बारे में किसी भी किस्म की आशंकाएं उचित नहीं है. जरुरी है कि, इसे अभियान के रुप में घर-घर पहुंचाया जाए.