लेख

शब्दों के दायरे से परे संघर्षशील नेतृत्व शरदचंद्रजी पवार साहब

आज आदरणीय श्री शरद पवार साहब का जन्मदिन है. वे एक लोकनेता होने के साथ-साथ अपने आप में एक लोक विद्यापीठ ही है. उनके व्यक्तित्व में किसी भी तरह कोई अहंकार नहीं है और वे अपने सभी छोटे-बडे कार्यकर्ताओं के साथ बडे सहजभाव से मुलाकात करते है. समाजाभिमुख वास्तविकता का एहसास रखनेवाले, मितभाषी तथा महाराष्ट्र व देश की छोटी सी छोटी जानकारी रखनेवाले हर एक संकट का धैर्यपूर्ण तरीके से सामना करनेवाले एवं प्रगल्भ व संयमी नेतृत्व यानी श्री शरदचंद्र पवार साहेब के जीवन के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करने पर पता चलता है कि, अनेकों तरह के संकट आने के बाद कोई नेता या उसका राजनीतिक दल खत्म ही हो जाता, लेकिन ‘साहेब’ अपने आप में एक ऐसा रसायन है, जो इन तमाम बातों से घबराये बिना हर संकट से निकलकर बाहर चले आये. महाराष्ट्र में कुछ ताजा घटनाओं को देखने पर उनके नेतृत्व का उच्च स्तर दिखाई देता है. राजनीति एक तरह से अनिश्चित घटनाओं का खेल है. इसमें कब क्या घटित होगा, यह कहा नहीं जा सकता, लेकिन इसमें से रास्ता निकालने का प्रयास वे निश्चित तौर पर करते रहते है. जिसके उदाहरण के तौर पर खेती, क्रीडा, विज्ञान, संरक्षण, साहित्यीक व सांस्कृतिक क्षेत्र में उनके प्रशासन कौशल्य का नाम लिया जा सकता है.
किसी दिशाहीन आंधी-तूफान की तरह उठ खडे होनेवाले युवाओं को योग्य दिशा देनेवाले नेतृत्व के तौर पर शरद पवार साहेब का नाम लिया जा सकता है. किसी भी क्षेत्र की बारीकियों को सिखने और आत्मसात करने में उनका कोई सानी नहीं है. यदि उनके राजनीतिक सफर को देखा जाये तो वे 27 वर्ष की आयु में विधायक निर्वाचित हुए और 32 वे वर्ष की आयु में राज्यमंत्री बनने के साथ ही बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने चार कार्यकाल पूर्ण किये. पश्चात 51 वर्ष की आयु में रक्षामंत्री और 64 वर्ष की आयु में केंद्रीय कृषि मंत्री तक का सफर तय किया. कृषि क्रांति के शिल्पकार श्री शरद पवार साहेब आज 80 वर्ष की आयु में किसी युवा से भी अधिक युवा जोश दिखाते हुए सतत प्रयास कर लगातार जनसंपर्क करते रहते है और जनता पर आनेवाले संकट पर मात करने हेतु हर ओर दौडभाग करते है. अकाल, बाढ व भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा के समय प्रभावितों की सहायता के लिए सबसे पहले पवार साहब ही आगे दिखाई देते है. यहीं उनके नेतृत्वगुण की सबसे बडी खासियत है. जिसके लिए विभिन्न दलों के नेता भी पवार साहेब का आदर करते है, तब यह कहने की इच्छा होती है कि, पवार साहब का व्यक्तित्व ही कुछ और है. उनके संपर्क में रहनेवाले कई लोगों का जीवन सही अर्थों में सार्थक हो गया. पवार साहब के बारे में कहने और बताने के लिए काफी कुछ है, लेकिन पवार साहब के व्यक्तित्व को शब्दों के दायरे में नहीं बांधा जा सकता. वे सहीं अर्थों में हम सभी के लिए जाणता राजा है. यदि उन्होंने किसी विषय पर मौन साधा, तो ही ब्रेकींग न्यूज बन जाती है, यदि कोई वाक्य कह दिया, तो भी ब्रेकींग न्यूज बन जाती है. यहां तक की यदि उन्होंने केवल अपने हाथ से कोई इशारा कर दिया, तो ये भी ब्रेकींग न्यूज बन जाती है. केवल अपने शब्दों और इशारों की सहायता से राजनीति में परिवर्तन करने की क्षमता और ताकत रखनेवाला नेता यानी सह्याद्री का सिंह श्री शरद पवार साहब. आधुनिक तंत्रज्ञान की जानकारी लेने की आदत, शक्कर निर्मिती, पशुपालन, खेती, संशोधन, सहकार, संरक्षण, औद्योगिक क्षेत्र, स्त्री संक्षमीकरण व कामगार क्षेत्र आदि अनेक क्षेत्रों में जबर्दस्त काम करते हुए उन्होंने जनता के मन में अपना आदरयुक्त स्थान निर्मित किया. ऐसे संयमी, प्रगल्भ, धीरोदत्त व परिवर्तनशिल सह्याद्री सिंह को त्रिवार नमन. आदरणीय शरद पवार साहेब स्वस्थ एवं दीर्घायू हो, उनका संघर्षशिल नेतृत्व नई पीढी के लिए प्रेरणादायी रहे, यहीं ईश्वर के समक्ष हम सभी की मंगलकामना है.
– प्रा. डॉ. हेमंत एम. देशमुख
कार्यकारिणी सदस्य, महाराष्ट्र प्रदेश राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी.
मो. नं. 9850141260

Related Articles

Back to top button