मिलजुलकर महासंकट का करेंगे सामना
वर्तमान में कोरोना संकट ने पूरे देश और राज्य को जकड़कर रखा हुआ है. कोराना संकट के चलते सारा देश चिंतित है. बीते महीनों से जरुरी बदलाव करते हुए संकट से लडा जा राह है. आज भी हमारी लडाई जारी है. स्वतंत्रता जवाबदारी लेकर आता है. इसलिये स्वतंत्रता का उत्सव मनाते हुए नागरिक अपने कर्तव्यों का ध्यान रखें.
देश और महाराष्ट्र ने इससे पहले भी हर संकट का सफलता से मुकाबला किया है. अभी भी हम एकजुट रहकर इस महासंकट को मात करेंगे. कोरोना प्रादुर्भाव को रोकने के लिए शासन-प्रशासन, विविध विभाग अनेक मोर्चो के पर दिन-रात लड रहे है. आंगनवाडी सेविका, आशावर्कर, डॉक्टर, नर्सेस, पुलिस अधिकारी, सफाई कर्मचारी अपने जान की परवाह न करते कर्तव्य पूरा कररही है. ऐसा करते वे भी संक्रमित जाते है, फिर अलग होकर योग्य उपचार लेकर वापस आ अपने कर्तव्य में जुट जाते है.
बीते पांच महीनों में कई बातें नये से उभारनी पडी. बहुत कम समय मे ही जिला कोविड अस्पताल,विलगीकरण केंद्र, तहसीलस्तर के कोविड अस्पताल व हेल्थ सेंअर बनाये गये. स्थानीयस्तर पर जांच संविधा के लिये अमरावती विद्यापीठ में लैब तैयार की गयी. जांच मुहिम चलाते जिले के २० लाख से अधिक से संपर्क साधते हुए उपाययोजनाओं को गति दी. अब शासन ने स्वतंत्र संक्रमण नियंत्रण अस्पताल बनाये जाने कानियोजन किया है. यह सब करते लॉकडाउन जारी रहने के कारण नागरिकों को होने वाली अडचनें करने के लिये भी कार्य होते रहे है. गरीब व वंचित व्यक्तियों को अनाज दिये गये. विविध योजना द्वारा २५.४७ लाख लाभार्थियों को अनाज दिये गये. जरुरतमंदो को ५ रुपए शिवभोजन थाली उपलब्ध करायी गयी. इसी दौरान स्थालांतरित प्रवासी नागरिकों के रहने की व्यवस्था और उनके घरों तक पहुंचाने के लिये रेल, वाहन उपलब्ध कराये गये.
ग्रामीण भागों में मनरेगा के तहत ‘मांगा उन्हें काम उपलब्ध कराया गया. जिले के ६९० गांवों के ३,१२० विविध कामों को गति दी गयी. हर दिन रोजगार निर्मिति ८६ हजार से पार पहुंची. इस कार्य को करते राज्य में अमरावती दूसरे स्थान पर रहा. राज्य में १० साल में नहीं हुई, इस साल उतनी कपास खरीदी हुई. जिले में १३.५ लाख क्विंटल से अधिक कपास की खरीदी हुई. जीन की संख्या बढ़ाते हुए प्रशिक्षित कामगार उपलब्ध करवाए गए. कर्जमुक्ति का उद्देश्य सामने रखते हुए महात्मा ज्योतिराव फुले किसान कर्जमुक्ति योजना लागू की गई. प्रधानमंत्री किसान सम्मान के तहत अब तक जिले में २,६९,१०६ खाताधारकों को लाभ दिलाया गया. मेलघाट कुपोषण निर्मूलन के लिए चिखलदरा व धारणी के ३२४ गांवों में अभियान चलाया गया. कोरोना आया, लेकिन फिर भी विकास की गति थमी नहीं. हर नए संकट को मात करते आज जाने के प्रयास हो रहे है. कोरोना को मात देने के लिए सभी को एकजूट होकर अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए स्वतंत्रता दिवस मनाएं.
-एड.यशोमति ठाकुर.पालकमंत्री अमरावती