लेख

युवा समाज सेवी ,पुलिस मित्र – धिरज बसेरिया

मसानगंज स्थित बिजासेन माता मंदिर के व्यवस्थापक व युवा समाज सेवी पुलिस मित्र धिरज बसेरिया अपने जीवन के 36 वर्ष पूर्ण कर 12 नवंबर को 37 वे वर्ष मे पदार्पण कर रहे है माँ बिजासेन उन्हे शतायु करे जिससे उनकी सामजिक सेवाए व आर्टिकल शौक निरंतर चलते रहे आज उनका स्वभाव व उनकी कार्यशैली ही उनकी पहचान बनी हुई है
  • पुलिस के बने मदतगार

मार्च माह से लॉक डाऊन शुरू हुआ तभी से धिरज बसेरिया ने अपने आप को पुलिस सेवा मे झोंक दिया लॉक डाऊन के चलते रिफ्रेशमेंट, कैटीन व नास्ते के ठेले खुले न होने पर डियुटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को भूखा प्यासा न रहना पडे इस बात को ध्यान मे रख भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप मे जब सभी अपने घरो के अंदर  ठंडी हवाओं मे बैठे रहे तब धिरज बसेरिया अपने आस पास के क्षेत्रो मे पुलिस मित्र बनकर पुलिस की मदत के लिये आगे आये व लगातार 3 महीने स्ट्रीक लॉक डाऊन रहने तक पुलिस प्रशासन के लिये चाय ,पानी व नास्ते की व्यवस्था की थी और कोरोना से जंग मे योद्धा बने पुलिस कर्मियों के जज्बे  , सेवा समर्थन को बसेरिया ने शत शत नमन कर हर क्षेत्र मे उन्हे सम्मानित करने की पहल भी की थी और पुलिस नाम का व्यक्ति न कभी थका न कभी हारा जैसे शब्दो से पुलिस प्रशासन का बसेरिया ने अभिवादन भी किया था
  • धार्मिक कार्यो मे रुची

आजकल हर सामाजिक धार्मिक आयोजनों मे बसेरिया की उपस्थिति रीति नीति कार्यक्रम की सफलता का आधार बन जाती है ऐसे मे आयोजनों मे उनकी समर्पित सेवाए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व मे निखार ला देती है समय समय पर वे मंदिर प्रांगण मे हर पर्व के आयोजनों को मेहनत और लगन से सफल बनाते आ रहे है मंदिर के किसी भी धार्मिक आयोजन की रूप रेखा बनाने से लेकर वक्ताओ को निमंत्रण व अखबारों के माध्यम से प्रचार प्रसार करने मे इतने मशगूल हो जाते है कि मन बाग बाग हो जाता है नतीजन आज भी वे हर सामाजिक , धार्मिक आयोजनों मे बढ चढ़कर भाग लेते हुये निरंतर जुडे है माता बिजासेन उन्हे लंबी उम्र प्रदान करे जिससे उनकी सामाजिक सेवाए व आर्टिकल शौक अबाधित रहे आज उनके जन्मदिवस निमित्त उनकी असली छबि समाज के सामने लाने का छोटा सा प्रयास मैंने किया है जन्मदिवस निमित्त उन्हें कोटी कोटी शुभकामनाएं
                   एक मित्र
             कैलाश जी राठोड
यातायात पुलिस अधिकारी, अमरावती

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