चातुर्मास में भी शुभ कार्य संभव
स्वयंसिध्द मुहूर्त के कारण रहती है अनुमति

* आनेवाले दिनों में ऐसे 14 शुभ दिन
अमरावती/ दि. 19- आगामी 6 जुलाई को देवशयनी अर्थात आषाढी एकादशी मनाई जानी है. जिसके लिए वारकरियों में उत्साह हैं. इसके साथ ही चातुर्मास का प्रारंभ माना जाता है. पारंपरिक दृष्टिकोण से चातुर्मास में विवाह, गृहप्रवेश जैसे शुभकार्य वर्ज्य माने जाते हैं. किंतु कुछ विशेष ‘स्वयंसिध्द ’ मुहूर्त में यह कार्य किए जा सकते हैं. यह प्रावधान पुरोहित बता रहे हैं. पुरोहितों के अनुसार अबूझ मुहूर्त भी इन शुभ दिनों को कहा जाता है. यह मुहूर्त सर्वमान्य है. सम्राट पंचांग, जय विनोद पंचांग, जयपुर में इसकी सूची दी गई है. जिसके अनुसार 4 जुलाई को नवमी, 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी, 21 अक्तूबर को दीपावली, 2 नवंबर को प्रबोधिनी एकादशी आदि मुहूर्त का समावेश है. चार्ट
आगामी दिनों के स्वयंसिध्द शुभ दिन
आषाढ शुक्ल नवमी – 4 जुलाई 2025
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी- 16 अगस्त 2025
गोगा नवमी- 17 अगस्त 2025
गणेश चतुर्थी- 27 अगस्त 2025
परिवर्तनी एकादशी- 3 सितंबर 2025
वामन द्बादशी – 4 सितंबर 2025
दशहरा – 2 अक्तूबर 2025
धनतेरस – 18 अक्तूबर 2025
दिवाली- 21 अक्तूबर 2025
प्रबोधिनी एकादशी- 2 नवंबर 2025
श्रीराम जानकी विवाह- 25 नवंबर 2025
वसंत पंचमी – 23 जनवरी 2026
फुलेरा दूज – 19 फरवरी 2026
शीतला अष्टमी- 11 मार्च 2026





