बच्चू कडू का आरोप- किसानों के वास्ते पैसे नहीं

किसान कर्ज माफी के लिए चांदुर बाजार से लेकर चांदवड तक चक्काजाम आंदोलन जोरदार

* उद्योगपतियों हेतु 80 हजार करोड का शक्तिपीठ मार्ग
* जिले में जगह- जगह उत्स्फुर्त आंदोलन
अमरावती/ दि. 24- प्रहार जनशक्ति पक्ष के सर्वेसर्वा ओमप्रकाश उर्फ बच्चू कडू द्बारा राज्य शासन से किसान कर्जमाफी का वादा पूरा करने की मांग पर आज समूचे प्रदेश में दर्जनों स्थानों पर प्रहारियों और किसानों ने चक्का जाम आंदोलन कर घंटों महामार्ग और राज्य मार्ग बाधित कर दिए. सरकार विरोधी जमकर नारे लगाए गये. अमरावती जिले में चांदुर बाजार, नांदगांव पेठ, परतवाडा सभी जगह स्वयं पूर्व विधायक बच्चू कडू ने आंदोलन का नेतृत्व कर सरकार पर आरोप लगाया कि उद्योगपतियों के वास्ते सरकार 80 हजार करोड का शक्तिपीठ हाईवें तैयार कर रही है. जबकि आत्महत्या कर रहे किसानों की खातिर सरकार के पास पैसे नहीं हैं. उधर सरकार ने स्पष्ट किया कि बच्चू कडू की मांग पर विचार करने एवं किसानों को कर्जमाफी देने के लिए उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है. इस समिति में पूर्व मंत्री बच्चू कडू भी शामिल है. व्यापक विमर्श के बाद निर्णय किया जायेगा. इस बीच बता दें कि प्रदेश के अनेक जिलों, गांवों, तहसीलों में प्रहारियों ने चक्काजाम अर्थात रास्ता रोकों आंदोलन कर सडक यातायात ठप कर दिया था. नाशिक के चांदवड से लेकर गोंदिया के गांवों तक आंदोलन की आंच देखी गई.्

अब भगत सिंह का अंदाज
बच्चू कडू ने परतवाडा- अमरावती मार्ग पर गुरूवार सुबह चक्काजाम आंदोलन का नेतृत्व किया. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि गडचिरोली की खदानों से निकला माल मुुंबई पहुंचाने के वास्ते शक्तिपीठ के नाम पर हाईवें के वास्ते सरकार दे रही हैं. जबकि किसानों, खेतीहर मजदूरों, दिव्यांगों, भेड पालकों की मांगों पर ध्यान नहींं दिया जा रहा. कडू ने कहा कि गांधीगीरी खत्म हो गई है. अब भगतसिंह के अंदाज में आंदोलन होगा. कडू ने कहा कि अगला आंदोलन फसलों को बेहतर गारंटी मूल्य के वास्ते होगा. सरकार ने गारंटी मूल्य में 20 प्रतिशत बोनस देने का वादा किया था. उसे पूरा करने मजबूत किया जायेगा. कडू के साथ प्रहार के सभी पदाधिकारी और हजारों भेडपालक भी सडकों पर उतरे. जिसके कारण घंटों यातायात अवरूध्द रहा.

तीन घंटे ठप्प रहा यातायात
चांदुर बाजार से हमारे संवाददाता माजिद इकबाल ने बताया कि सुबह 8 बजे से ही प्रहार के आंदोलन का असर समस्त चांदुर बाजार तहसील में देखने मिला. शहर को जोडनेवाले प्रत्येक छोटे- बडे मार्ग पर टायर जलाकर प्रहारियों ने रास्ता रोको किया. ताश के पत्ते भी भेंट किए गये. भक्तिधाम से गुजरनेवाले अमरावती मार्ग, वलगांव मार्ग, मोर्शी मार्ग, परतवाडा रोड, ब्राम्हणवाडा टी पाइंट को प्रहारियों ने ठप्प कर दिया था. 11.30 बजे तक आंदोलन जारी रहा. लालपरी और निजी वाहनों के पहिए थम जाने से विद्यार्थियों को शाला महाविद्यालय जाने में परेशानी झेलनी पडी. उधर प्रहारी सरकार विरोधी नारेबाजी कर रहे थे. इस बीच थानेदार अशोक जाधव के मार्गदर्शन में चांदुर में काफी पुलिस बंदोबस्त जगह- जगह किया गया था. जिसके कारण समाचार लिखे जाने तक आंदोलन शांति से रहा. नियंत्रण कक्ष और आरसीपी जवानों को अतिरिक्त बंदोबस्त के लिए बुलाया गया दमकल कर्मियों ने सडकों के टायर बुझाए और एक ओर किए.

नागपुर में प्रहारी आक्रमक, चारों ओर से रोका यातायात
नागपुर के ऑटोमोटिव चौक पर प्रहारियों ने चारों ओर से रास्ता जाम कर जनता और शासन का ध्यान किसानों की कर्जमाफी की मांग की ओर खींचा. यहां प्रहारियों ने रमी खेलकर भी कृषि मंत्री का मखौल उडाया. आंदोलन में शहराध्यक्ष अमोल इसपांडे, पूर्व नागपुर अध्यक्ष सागर लाडेकर, पश्चिम नागपुर अध्यक्ष कविश्वर राउत, उत्तर नागपुर अध्यक्ष श्याम रहांगडाले, दिव्यांग शहर प्रमुख धर्म पडवार, मध्य नागपुर अध्यक्ष जीतू लोढे, पश्चिम नागपुर अध्यक्ष राजेश जायसवाल के नेतृत्व में दो घंटे तीखा आंदोलन किया गया. जिसमें प्रहारी बडी संख्या में मौजूद थे और आक्रमक हो गये थे. अमरावती रोड के गौंड खेरी में भी प्रहारियों ने जोरदार नारेबाजी कर चक्काजाम आंदोलन किया.
चिरोडी मेें रास्ता रोका, वाहनों की लगी कतारें
चांदुर रेलवे से संवाददाता ने दी जानकारी के अनुसार भेडपालकों ने विधायक रहे बच्चू कडू के किसान कर्जमाफी आंदोलन का समर्थन करते हुए चिरोडी में सुबह से ही भेडों के साथ सडक पर रास्ता रोको आंदोलन किया. पुलिस बंदोबस्त के बावजूद घंटाभर यातायात अवरूध्द रहा. दोनों ओर वाहनों की कतारे लग गई थी. आंदोलनकारियों ने भीमराव महानार, सौरभ इंगले के नेतृत्व में महायुति सरकार के विरूध्द जमकर नारे लगाए. आंदोलन में ऋषिकेश फटे, सचिन इमले, अक्षय वासनकर, स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के प्रशांत शिरभाते, शिवसेना संजय चौधरी, अंकुश खंडार, अजिंक्य पटणे, राष्ट्रवादी कांग्रेस गट के अमोल दुधात, कम्युनिस्ट पार्टी के विनोद जोशी, अर्जुन महानार, दादाराव माने, ज्योतिराम बीचकले, सुनी महानर, राजू गोरे, गोमाजी पोकले, भाउराव पोकले, बालू कोकरे, बालू शिंदे, रमेश तेडे, ज्ञानेश्वर सोड, हरी महानार, सोमाजी वाकसे, गुलाब ठोंबरे, प्रकाश पिसाल, रंगराव ठोंबरे, प्रकाश बिचुकले, प्रकाश केसकर, चंदन शिंदे, तुकाराम यमगर, रतन यमगर, हिम्मत बिचकुले, अंकुश कोकरे, राम कृष्ण आईना, सागर येडे, मोहन आईना, संजय कोकरे, अर्जुन माने, संजय ठोंबरे, जगन पिसाल, मंगेश धुले आदि अनेक का रास्ता रोको आंदोलन में समावेश रहा                                         * गोपाल भालेराव गिरफ्तार
बच्चू कडू के आंदोलन अंतर्गत आसेगांव पूर्णा में रास्ता रोको में सैकडों किसानों ने भाग लिया. पुलिस ने लोक विकास संगठन के गोपाल भालेराव को गिरफ्तार किया. क्योंकि वे सडक से हटने के लिए तैयार नहीं हो रहे थे. संगठन के पदाधिकारियों सहित अन्य किसान आंदोलन में सहभागी हुए.

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