भरी बरसात में शुरु हुई बच्चू कडू की पदयात्रा
किसानों का कर्जा माफ कर सातबारा कोरा करने की मांग

* पापल गांव से हुआ पदयात्रा का प्रारंभ, अगले 7 दिन चलेगी
* 135 किमी की दूरी तय कर 14 जुलाई को पहुंचेगी चिलगव्हाण
अमरावती/दि.7 – किसानों को कर्जमाफी देते हुए उनका सातबारा कोरा करने की प्रमुख मांग को लेकर प्रहार जनशक्ति पार्टी के मुखिया व पूर्व मंत्री बच्चू कडू द्वारा अपनी पूर्व घोषणा के अनुरुप आज 7 जुलाई को देश के प्रथम कृषिमंत्री व शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव उर्फ भाऊसाहेब देशमुख के जन्मस्थल पापल गांव से पदयात्रा का प्रारंभ किया गया. खास बात यह रही कि, आज सुबह से पूरे परिसर में अच्छी-खासी बारिश होती रहने के बावजूद इस पदयात्रा में शामिल होने के लिए बच्चू कडू समर्थकों का पापल गांव में अच्छा-खासा जमावडा रहा. जिनमें किसानों की संख्या उल्लेखनीय रही और आसमान से झमाझम पानी बरसता रहने के बीच इस पदयात्रा का बडे उत्साहपूर्ण ढंग से प्रारंभ हुआ.
बता दें कि, पूर्व मंत्री बच्चू कडू द्वारा शुरु की गई यह पदयात्रा अगले 7 दिनों तक यानि 14 जुलाई तक चलती रहेगी और 14 जुलाई को यवतमाल जिला अंतर्गत चिलगव्हाण गांव पहुंचकर इस पदयात्रा का समापन होगा. ज्ञात रहे कि, चिलगव्हाण में रहनेवाले साहेबराव कोरपे नामक किसान द्वारा वर्ष 2001 में आत्महत्या की गई थी और साहेबराव कोरपे की आत्महत्या को पहली किसान आत्महत्या के तौर पर सरकारी दस्तावेजों में स्थान मिला था. जिसके बाद से अब तक अमरावती शहर व जिले सहित संभाग में सैकडों-हजारों किसानों द्वारा आत्महत्याएं की जा चुकी है. जिसके लिए राज्य सरकार व प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने प्रथम कृषिमंत्री के गांव से पहली किसान आत्महत्या वाले गांव तक पदयात्रा निकालने की घोषणा की थी. जिसके चलते पूर्व मंत्री बच्चू कडू द्वारा आज पापल गांव से अपनी पदयात्रा शुरु की गई है और इस पदयात्रा के तहत पूर्व मंत्री बच्चू कडू अगले 7 दिनों के दौरान करीब 135 किमी की दूरी तय करते हुए चिलगव्हाण गांव पहुचेंगे.
इस पदयात्रा में शामिल होने के लिए आज सुबह से ही पापल गांव में जिलेभर से प्रहारियों सहित किसानों का पहुंचना शुरु हो गया था तथा सभी ने किसानों का सातबारा कोरा करने की मांग उठाते हुए इस पदयात्रा में हिस्सा लिया. साथ ही साथ किसान कर्जमाफी होने तक अपना संघर्ष जारी रखने का संकल्प भी लिया. खास बात यह रही कि, आज सुबह से लगातार बारिश जारी रहने के बावजूद आंदोलन में शामिल प्रहारियों व किसानों के उत्साह में कहीं कोई कमी नहीं थी और सभी ने बारिश में भिगते हुए बडे उत्साह के साथ इस पदयात्रा में हिस्सा लिया.

* डबल गेम खेल रहे बच्चू कडू, हम कर्जमाफी देने तैयार
– मंत्री बावनकुले ने दी प्रतिक्रिया
कर्जमाफी को लेकर पूर्व मंत्री बच्चू कडू द्वारा दोहरी भूमिका अपनाते हुए डबल गेम खेले जाने का आरोप राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने लगाया. नागपुर में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए मंत्री बावनकुले ने कहा कि, वे खुद अन्य चार मंत्रियों के साथ लगभग चार घंटे मंत्रालय में बैठे थे और एक-एक मुद्दे को हल किया. साथ ही विधान मंडल के पावस सत्र दौरान राज्य सरकार किसान कर्जमाफी को लेकर एक समिति गठित करनेवाली है और यह समिति पूरे महाराष्ट्र का दौरा कर जरुरतमंद किसानों को कर्जमाफी देने की सिफारिश करेगी. हमने यह बात बच्चू कडू को लिखित तौर पर दी है कि, कर्जमाफी करना सरकार का एजेंडा है और हमने चुनाव के समय कर्जमाफी का संकल्प भी लिया था. सरकार के कहने पर ही बच्चू कडू ने अपना अनशन भी पीछे लिया था और वे अलग-अलग मंत्रियों के साथ बैठक में भी शामिल हो रहे है. वहीं दूसरी ओर किसानों को सरकार के खिलाफ भडकाने के लिए सतत अलग-अलग आंदोलन भी कर रहे है. यह सीधे-सीधे दोगलापन है.





