कर्ज माफी पर अडे बच्चू कडू, समर्थक रेलवे ट्रैक पर जमे
नागपुर में आंदोलन लगातार तीव्र

* सारी रात हजारों आंदोलनकारी सडकों पर सोए
* हाईवे 17 घंटे रहा ठप
* वर्धा और चंद्रपुर से यातायात पूरी तरह ठप
* समृध्दि हाईवे पर टायर जलाकर आंदोलन उग्र
नागपुर / दि. 29 – प्रहार जनशक्ति पार्टी के सर्वेसर्वा और भूतपूर्व राज्य मंत्री ओमप्रकाश उर्फ बच्चू कडू का किसान कर्जमाफी का आंदोलन यहां दूसरे दिन में प्रवेश करते हुए उग्र होता नजर आ रहा है. वर्धा रोड पर 17 घंटे से जाम लगा देनेवाले आंदोलनकारी अब रेलवे ट्रैक पर भी उतर गये हैं. अनेक ट्रेनों की आवाजाही रोकने के साथ कडू ने ऐलान कर दिया कि निर्णय होने तक आंदोलन जारी रहेगा. उधर राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि आंदोलन कर रहे कडू और उनके समर्थकों से चर्चा के वास्ते सरकार हर समय तैयार है. कडू का कोइ्र प्रतिनिधि कल की मीटिंग में नहीं आने की जानकारी देते हुए बावनकुले ने कहा कि राजू शेट्टी, अजीत नवले अथवा महादेव जानकर किसी को तो मीटिंग में आना चाहिए. इस बीच बच्चू कडू के साथी आंदोलनकारियों ने सारी रात नागपुर की सडकों पर बिताई और सुबह विभिन्न भागों में जाकर रेलवे ट्रैक पर उतर गये हैं.
हाईवें जाम, वर्धा- चंद्रपुर से आना मुश्किल
बच्चू कडू का महा एल्गार मोर्चा मंगलवार को वर्धा रोड के बूटी बोरी से होते हुए नागपुर में प्रवेश किया. जिसके कारण सारा वर्धा और चंद्रपुर का राजमार्ग ठप हो रखा है. क्योंकि करीब 10-12 हजार आंदोलनकारी यहा जमा है. 17 घंटे से इस मार्ग पर सैकडों वाहन अटके पडे हैं. कडू समर्थक भी कह रहे है कि अब अध्यादेश के बगैर घर नहीं जायेंगे.
– बच्चू कडू की 8 बडी मांगे
किसानों की सीधे कर्ज माफी घोषित करें, फसलों को एमएसपी पर 20% अनुदान दें, देहातों में आवास के लिए 5 लाख रूपए दिए जाएं, शक्तिपीठ महामार्ग रद्द किया जाएं, दिव्यांगों को 6 हजार रूपए मासिक दिया जाएं, भेडपालकों के लिए अलग से नीति तैयार की जाए. ग्राम पंचायतों के वेतन नियमित दिए जाएं.
जामठा महामार्ग पर बिताई रात
बच्चू कडू और उनके समर्थकों ने मंगलवार की रात जामठा महामार्ग प पर बिताई. कल की तुलना में आज आंदोलनकारियों की संख्या कम होने का दावा एक प्रमुख मीडिया समूह की रिपोर्ट में किया गया है. फिर भी ट्रैक्टरों की भरमार के कारण हैदराबाद, जबलपुर, महामार्ग भी बंद पडा है. बच्चू कडू ने मुख्यमंत्री के निवास पर पहुंचने की घोषणा कर रखी है. इसलिए धरमपेठ और रामगिरि बंगले की सुरक्षा बैरिकेटिंग कर की गई है.
* आधा दर्ज पंप खाली
उधर चंद्रपुर हिंगणघाट से आनेवाले गिरड- उम्रेड रोड से नागपुर आ रहे हैं. लंबा मार्ग होने से वाहनों का इंधन खत्म हो रहा है. उमरेड हाईवे क े आधा दर्जन पंप खाली हो गये है. वाहन चालकों को बडी परेशानी का सामना करना पड रहा है.् इस बीच पुलिस ने समृध्दि हाईवे की ओर जानेवाले मार्ग भी आंदोलनकारियों के डर से बंद कर दिए है. वहीं खबर के अनुसार सर्वाधिक प्रभाव नागपुर आनेवाली रूग्णवाहिका को हो रही है. उन्हें यातायात अवरूध्द होने से रूग्णों को मिले उस व्यवस्था से भेजने का पर्याय अपनाना पड रहा है.
समृध्दि हाईवे पर जलाए टायर और लकडे
कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए समृध्दि हाईवे पर उग्र रूप ले लिया है. वहां सडक बाधित करने टायर और लकडियां जलाने के साथ ज्वलनशील सामग्री भी वे लोग जला रहे हैं. जिसके कारण हाईवे जगह-जगह अवरूध्द हो गया है. दोनों और आनेजाने वाले वाहनों की कतारें लगी है.
मांजरा में जमे हजारों किसान
मांजरा में मोड पर दो दिनों से किसानों ने ट्रैक्टर और बैलगाडियां लाकर ठिया लगा रखा है. सारी रात खुले आसमान के नीचे वे किसान सोए और सबेरे जागते ही पुन: आंदोलन शुरू कर दिया. उनका कहना रहा कि आसमान के नीचे ख्ाुले में सोना उनके लिए नई बात नहीं है. सरकार हमारी सहनशीलता की परीक्षा ले रही है. अन्याय कितने दिन सहन करेंगे. बच्चू कडू भी इन किसानों के साथ ही सडक पर सोए. उन्होंने सरकार को टारगेट करते हुए ऐलान कर दिया कि अब भगतसिंह गीरी शुरू होगी. प्रशासन और आंदोलनकारियों के बीच किसानों की मांगों पर चर्चा शुरू होने के खबर के बीच जगह- जगह सडके जाम हो चुकी है. लोग परेशान हो रहे हैं.
नागपुर में कॉलेजेस को छुट्टी
नागपुर में यातायात ठप होने के कारण कॉलेजेस को अवकाश घोषित कर दिया गया है. शालाओं में पहले ही दिवाली के अवकाश चल रहे हैं. खबरों के अनुसार मिहान और जामठा की ओर जानेवाले मार्ग पर वाहन चालकों को भारी भीड से गुजरना पड रहा है.
कृषि मंत्री ने कहा चर्चा हेतु तैयार
उधर कृषि मंत्री दत्तात्रय भरने ने कहा कि चर्चा के लिए सरकार तैयार है. उन्होंने कहा कि सरकार सकारात्मक है. भरने ने कहा कि मंगलवार को भी मुख्यमंत्री के साथ बैठक हुई है. सीएम और दोनों डीसीएम मिलकर उचित निर्णय करेंगे. किसानों की अनदेखी कोई नहीं कर सकता. किस आधार पर और कितनी सहायता दी जाए, इसके बारे में प्रयत्न शुरू है. भरने ने कहा कि बच्चू कडू भी हमारे हैं. किसानों को अडचन के इस दौर में सहायता करना हम सभी का साथ विचार है.
सरकार को भय
उधर मीडिया रिपोर्टस मेें दावा किया गया कि 25 हजार से अधिक आंदोलनकारी सडकों पर उतरने से सरकार भयभीत नजर आ रही है. जामठा के कपास संशोधन केन्द्र की 30 एकड जमीन पर आंदोलक फैले हैं. नागपुर में जगह- जगह मार्ग अवरूध्द हो रखा है. सातबारा कोरा न होने तक आंदोलन पीछे नहीं लेने की घोषणा पूर्व राज्य मंत्री बच्चू कडू बारंबार कर रहे हैं.
क्या कहा बावनकुले ने
उधर राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बच्चू कडू से मुंबई की मीटिंग में आने का अनुरोध किया गया था. उन्होंने 26, 27, 28 तीनों दिन कडू सहित नेताओं से बात की. उसी कारण बैठक आहूत की गई थी. कडू ने आना कबूल किया था. किंतु वे नहीं आए. एक प्रतिनिधि वे मुंबई की बैठक में भेज सकते थे. बावनकुले ने कहा कि किसी भी समस्या या डिमांड का हल चर्चा से ही निकलता है. सरकार चर्चा के लिए तैयार है.
क्यों करेंगे गिरफ्तार ?
बावनकुले ने बच्चू कडू के आरोपों का भी उत्तर दिया. उन्होंने कहा कि कडू को हम क्यों गिरफ्तार करेंगे ? हमने चर्चा के लिए बुलाया था. हम मुगल विचारधारा के नहीं है. कडू के आरोपों को खारिज करते हुए बावनकुले ने कहा कि हमने केवल बैठक के लिए बुलाया था. कोई प्रतिनिधि भी न आने से बैठक रद्द करनी पडी. बावनकुले ने बताया कि आज सुबह भी उन्होंने कडू को काफी फोन लगाने की कोशिश की. डीसीपी के माध्यम से कडू से बात की तो उन्होंने कर्जमाफी के बारे में कहा. इस पर सरकार का पक्ष सुनने की कडू की तैयारी होनी चाहिए. बावनकुले ने कहा कडू सुनने के लिए ही तैयार नहीं है. ऐसे में क्या किया जाए.





