पिछडावर्गीय विद्युत कर्मियों ने महावितरण कार्यालय पर किया धरना आंदोलन

अमरावती /दि.21- महाराष्ट्र स्टेट मागासवर्गीय विद्युत कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने आज संगठन के सदस्यों पर महावितरण के अधिकारियों द्वारा किए जानेवाले अन्याय व अत्याचार के खिलाफ महावितरण के परिमंडल कार्यालय के समक्ष जोरदार धरना प्रदर्शन आंदोलन किया. इस समय संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि, महावितरण के अधिकारियों द्वारा पिछडावर्गीय विद्युत कर्मचारियों के साथ जानबुझकर अन्याय व अत्याचार किया जा रहा है.
इस समय संगठन द्वारा बताया गया कि, संगठन के सदस्य राहुल सांभारे के पिता 100 फीसद दिव्यांग है. जिनकी देखभाल राहुल सांभारे द्वारा की जाती है. परंतु इसके बावजूद उन्हें न्याय नहीं दिया गया. इसी तरह संगठन के सदस्य राहुल नाखले का एक साल में दो बार तबादला किया गया और ुउन्हें जानबुझकर अमरावती से 250 किमी दूर ढाणकी जैसे अतिदुर्गम क्षेत्र में भेजा गया. इसी तरह बडनेरा में वरिष्ठ तंत्रज्ञ के तौर पर कार्यरत राहुल ढोके व वरखडे मैडम का काम शानदार रहने के बावजूद भी बडनेरा के उपकार्यकारी अभियंता द्वारा पिछडावर्ग से वास्ता रखने के चलते उनकी गोपनीय रिपोर्ट को खराब किया जा रहा है. इसी तरह संगठन की सदस्य मीनल मून ने अपना बच्चा छोटा रहने और पति के बाहर रहने के चलते एक साल के लिए रिटेंशन मांगा था. परंतु उनके आवेदन पर कोई विचार ही नहीं किया गया. इसी तरह संगठन की सदस्य रहनेवाली कीर्ति बडवे को बिना कोई वजह बताए यवतमाल से दारव्हा भेज दिया गया. ऐसे कई अन्यायकारक काम महावितरण द्वारा पिछडावर्गीय कर्मचारियों के साथ किए जा रहे है. इन सभी मुद्दो को लेकर आज महावितरण परिमंडल कार्यालय के सामने जोरदार धरना प्रदर्शन करने के साथ ही पिछडावर्गीय विद्युत कर्मचारी संगठन द्वारा चेतावनी दी गई कि, यदि जल्द ही इन मुद्दो को लेकर आवश्यक कदम नहीं उठाए जाते तो संगठन द्वारा श्रृंखलाबद्ध अनशन करना शुरु किया जाएगा.
इस धरना आंदोलन में संगठन के केंद्रीय उपाध्यक्ष राहुल सांभारे, परिमंडल सचिव रत्नदीप तायडे, मंडल सचिव मिलिंद भगत व मंडल अध्यक्ष निखिलेश गजभिये तथा धर्मपाल राजगुरे, धर्मपाल स्थुल, राहुल ढोक व दीपक हांडे आदि सहित अनेकों विद्युत कर्मी ने हिस्सा लिया.





