बंजारा समाज को शामिल किया जाए एसटी संवर्ग में

जिला बंजारा समाज एसटी आरक्षण कृति समिति ने उठाई मांग

* सीएम फडणवीस के नाम जिलाधीश येरेकर को सौंपा ज्ञापन
* इर्विन चौक से निकाला भव्य मोर्चा, कलेक्ट्रेट पर दी दस्तक
अमरावती/दि.16 – विगत अनेक वर्षों से भेदभाव का शिकार रहने के साथ ही गांव-देहातों सहित दूर जंगलों में रहनेवाले बंजारा समाज को विकास की मुख्य धारा में लाने हेतु अनुसूचित जनजाति संवर्ग के तहत शामिल करते हुए आरक्षण का लाभ दिया जाए, इस आशय की मांग अमरावती जिला बंजारा समाज एसटी आरक्षण कृति समिति द्वारा उठाई गई. साथ ही इस मांग को लेकर स्थानीय इर्विन चौराहे से मोर्चा निकालकर जिलाधीश कार्यालय ले जाते हुए जिलाधीश को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया.
इस ज्ञापन में बंजारा समाज की ओर से बताया गया कि, ब्रिटीश राज के समय से ही बंजारा समाज लगातार भेदभाव तथा अन्याय का शिकार हो रहा है और देश को आझादी मिलने के बाद भी बंजारा समाज को आझादी एवं संवैधानिक प्रावधानों का कोई लाभ नहीं मिला है. क्योंकि बंजारा समाज अलग-अलग गांव-देहातों में बिखरा हुआ है और अन्य समाजों की तरह पूरी तरह से संगठीत नहीं है. इसके चलते आज तक किसी भी सरकार द्वारा बंजारा समाज की मांगों एवं समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया. जबकि इस दौरान बंजारा समाज के कई नेताओं एवं संतो-महंतों द्वारा लगातार सरकार व प्रशासन के समक्ष बंजारा समाज की मांगों एवं समस्याओं को मुखर तरीके से उठाने का प्रयास किया गया. लेकिन इसके बावजूद आज आझादी के 75 वर्षों के बावजूद बंजारा समाज की विभिन्न समस्याएं व दिक्कते जस की तस है, जिन्हें दूर करने हेतु बेहद जरुरी हो चला है कि, गांव-देहातों से दूर पहाडों व जंगलों में रहनेवाले बंजारा समाज को आदिवासी का दर्जा देते हुए अनुसूचित जनजाति संवर्ग में शामिल किया जाए और बंजारा समाज को संवैधानिक तरीके से एसटी संवर्ग हेतु उपलब्ध रहनेवाले आरक्षण का लाभ भी दिया जाए.
ज्ञापन सौंपते समय अमरावती जिला बंजारा समाज एसटी आरक्षण कृति समिति के दारासिंग राठोड, निरंजन चव्हाण, विलास राठोड, संदीप राठोड, प्रल्हाद चव्हाण, उदयसिंह राठोड, प्रा. विशाल जाधव, रामराव राठोड, विजय जाधव, गोकुल राठोड, वसंता पवार, रामदास राठोड, दिलीप जाधव, किशोर राठोड, नामदेव जाधव व मदन राठोड सहित बंजारा समाज के अनेकों प्रतिनिधि उपस्थित थे.

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