जबरदस्त तनातनी के बीच वडरपुरा के प्रवेशद्वार का भूमिपूजन
विधायक रवि राणा ने नारीयल फोडकर चलाई मुहरत की कुदाल

* विरोध करनेवालों को उनकी असली जगह दिखाने की बात कही
अमरावती/दि.28 – स्थानीय फ्रेजरपुरा से सटे वडरपुरा की ओर जानेवाले सडक पर प्रवेशद्वार के निर्माण को लेकर दो अलग-अलग समुदायों के बीच रहनेवाली जबरदस्त तनातनी के बीच बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा ने आज दोपहर इस प्रवेशद्वार के निर्माण स्थल का भूमिपूजन किया. इस समय विरोध एवं तनाव की संभावना को देखते हुए पूरे परिसर में कडा पुलिस बंदोबस्त लगाया गया था. जिसके बीच विधायक रवि राणा ने अपने समर्थकों के साथ फ्रेजरपुरा से वडरपुरा की ओर जानेवाली सडक पर वडरपुरा के प्रस्तावित प्रवेशद्वार के निर्माण स्थल का नारीयल फोडकर व मुहरत की कुदाल चलाकर भूमिपूजन किया. इस समय मनपा के पूर्व सभागृह नेता सुनिल काले तथा वडाली-एसआरपीएफ प्रभाग के पूर्व पार्षद आशीष गावंडे भी विशेष रुप से उपस्थित थे.
इस भूमिपूजन के अवसर पर विधायक रवि राणा ने कहा कि, वडरपुरा परिसर में पत्थर-गिट्टी फोडकर मेहनत-मजदूरी करते हुए उदरनिर्वाह करनेवाले वडर समाज के लोगों का कई पीढीयों से निवास है और यह परिसर शहर में वडर समाज की पहचान है. इस परिसर में रहनेवाले वडर समाजबंधुओं द्वारा विगत लंबे समय से अपने रिहायशी क्षेत्र की ओर आनेवाले रास्ते के मुहाने पर वडर समाज प्रवेशद्वार की मांग की जा रही थी. जिसे उन्होंने क्षेत्र का जनप्रतिनिधि होने के नाते पूरा किया और इस प्रवेशद्वार के निर्माण को मंजूरी दिलाने के साथ ही इसके लिए आवश्यक निधि भी उपलब्ध कराई. परंतु इसके साथ ही कुछ विशिष्ट लोगों के पेट में दर्द शुरु हो गया और उन्होंने मेहनत-मजदूरी करते हुए जीवनयापन करनेवाले वडर समाज के लोगों की बस्ती की ओर जानेवाले रास्ते पर बनाए जानेवाले प्रवेशद्वार के निर्माण का विरोध करना शुरु किया. लेकिन ऐसे लोगों के विरोध को दरकिनार कर आज हमने इस प्रवेशद्वार के निर्माण का भूमिपूजन कर दिया है.
* अन्यथा मस्तीखोरों की मस्ती को हम उतारेंगे
इस समय विधायक रवि राणा ने यह भी कहा कि, वडर वस्ती के प्रस्तावित प्रवेशद्वार के निर्माण का विरोध कर रहे मस्तीखोर लोगों को आज पुलिस ने उनकी असली जगह दिखाई है. यदि इसके बाद भी मस्तीखोरों की मस्ती नहीं उतरती तो युवा स्वाभिमान पार्टी द्वारा ऐसे लोगों की मस्ती को उतारने काम किया जाएगा.
* ठाकरे में अचानक कैसे जागा मराठी को लेकर प्रेम?
आगामी 5 जुलाई को शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे व मनसे प्रमुख राज ठाकरे द्वारा हिंदी की अनिवार्यता के खिलाफ एक साथ निकाले जा रहे मोर्चे को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में विधायक रवि राणा ने कहा कि, त्रिभाषा सूत्र को लेकर जारी सरकारी आदेश में कुछ भी गलत नहीं है और खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मराठी भाषी है. जिन्होंने सरकारी शालाओं में शैक्षणिक गुणवत्ता के स्तर को उंचा उठाने के लिए भरपूर निधि दिया है. परंतु इन तमाम बातों की अनदेखी कर मुंबई मनपा के आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए उद्धव ठाकरे द्वारा बेवजह की बातों को तूल दिया जा रहा है. इस समय विधायक राणा ने यह भी कहा कि, हिंदुत्व के मुद्दे पर भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लडनेवाले उद्धव ठाकरे ने सबसे पहले बालासाहब के सिद्धांत व विचारों को छोडकर कांग्रेस का दामन थामते हुए हिंदुत्व का विरोध करना शुरु किया था. साथ ही साथ अब मुंबई मनपा की सत्ता हासिल करने के लिए उद्धव ठाकरे हिंदी के विरोध में उतर आए है. जबकि प्राथमिक कक्षाओं में तीन भाषाओं का सूत्र विगत कई वर्षों से चला आ रहा है और इसमें नया कुछ भी नहीं है.
* जल्द ही साथ आएंगे पवार चाचा-भतीजे, सुप्रीया होंगी केंद्र में मंत्री
इस समय विधायक रवि राणा ने यह दावा भी किया कि, फिलहाल अलग-अलग दिखाई दे रहे शरद पवार व अजीत पवार जल्द ही एक साथ आएंगे और शरद पवार की सुपुत्री व सांसद भी जल्द ही पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में बतौर मंत्री शामिल दिखाई देंगी. विधायक राणा के मुताबिक ऑपरेशन सिंदूर के बाद पवार पिता-पुत्री भी पीएम मोदी के पक्ष में खडे दिखाई दे रहे है और बहुत जल्द इसका सार्थक परिणाम भी दिखाई देगा.





