बीेजेपी नेताओं में बडा अहंकार
शिंदे सेना मेें शामिल हुए जगदीश गुप्ता का कहना

* हिन्दुत्व का वोट बैंक बनायेंगे
* पार्टी जो जिम्मेदारी देगी, उसे निभाउंगा
अमरावती/ दि. 11- जिले केे धाकड लीडर जगदीश गुप्ता ने आज खुल्लमखुल्ला आरोप लगाया कि बीजेपी के स्थानीय और कई बडे नेताओं मेें अभिमान प्रवेश कर गया है. इसीलिए वे मेरे जैसे चार दशकों से अधिक समय तक पार्टी का झंडा बुलंद रखनेवाले कार्यकर्ता से लोकसभा के बाद विधानसभा चुनाव तथा उसके उपरांत भी बात नहीं की. कोई अप्रोच नहीं हुआ. मैंने उस समय बीजेपी का परचम अमरावती जिले में शान से लहराया. जब कोई भी बीजेपी का ध्वज उठाने तैयार नहीं रहता था. इसलिए हिन्दुत्व के मूल मुद्दे पर कायम रहते हुए हिन्दुत्व का पुरस्कार करनेवाली शिवसेना शिंदे में शामिल हुआ हूं. अब पार्टी नेतृत्व जो जिम्मेदारी देगा. उसे अपने समर्थकों संग पूर्ण शिद्दत और ताकत से निभाने का प्रयास होगा. गुप्ता आज दोपहर मंडल न्यूज से खास बातचीत कर रहे थे.
भारतीय जनता पार्टी के जिले के धुरंधर नेता जगदीश गुप्ता ने दो रोज पहले शिवसेना शिंदे गट में एन्ट्री ली. स्वयं उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुप्ता का समर्थकों सहित पार्टी में स्वागत किया. माचिस से धनुष्य बाण की ओर बढनेवाले जगदीश गुप्ता से आज दोपहर उनके कॉटन मार्केट स्थित निवास पर मंडल न्यूज के एडीटर जीतू घनघोरकर ने बातचीत की. तब गुप्ता बोल रहे थे.
* 20 वर्षो का वनवास सहा
गुप्ता ने कहा कि उन्होंने पार्टी को अमरावती में सभी जगह सफलता दिलाने के बाद करीब दो दशकों तक वनवास भोगा. इस दौरान उन्होंने पार्टी के किसी भी निर्णय में दखलंदाजी नहीं की. किंतु पिछले विधानसभा चुनाव के समय उन्हें लोकसभा में पार्टी प्रत्याशी के लिए किए गये प्रयासों तथा उसके पहले भी पार्टी का लगातार निष्ठावान बने रहने एवं जिले के गांव- गांव तक भाजपा का परचम पहुंचाने के कारण बीजेपी से टिकट की अपेक्षा थी. बीजेपी ने सहयोगी दल के लिए सीट छोड दी और अमरावती में नाक की सीट रहने पर भी उम्मीदवार नहीं दिया. ऐसे मेें बीजेपी का अनधिकृत उम्मीदवार बनकर चुनाव लडा.
* 35 हजार वोट
जगदीश गुप्ता ने कहा कि उनकी उम्मीदवारी अघोषित रूप से भाजपा की ही थी. इसी वजह से वे विधानसभा चुनाव में 35 हजार वोट ले पाए. कितने वोट प्राप्त करने पश्चात समर्थकों ने आगे भी ऐसे ही प्रयास हिन्दुत्व की खातिर जारी रखने का अनुरोध किया. गुप्ता ने कहा कि 20 वर्षो बाद चुनावी राजनीति में उतरते हुए उन्होंने 35 हजार वोट अपने कार्यकर्ताओं के बल पर प्राप्त किए. बावजूद इसके बीजेपी के बडे नेताओं को उनसे एप्रोच करना नहीं सूझा. इसके पीछे नेताओं का अहंकार हो सकता है.
* हिन्दुत्व के एजेंडा पर कायम
जगदीश गुप्ता ने बताया कि समर्थकों का दबाव लगातार जारी था. विधानसभा चुनाव का प्रदर्शन जारी रखने के लिए समर्थकों ने हिन्दुत्व की आवाज उठाने प्लेटफार्म पर जोर दिया. इसलिए हिन्दुत्व की खातिर शिवसेना शिंदे गट में जाने का निर्णय सभी ने मिलकर किया. गुप्ता ने बताया कि हिन्दुत्व उनके एजेंडा पर कायम है. अन्य लोगों के भी वोट बैंक बने हैं. जो चुनाव के समय आपसी तमाम मतभेद भूलकर वोट बैंक की तरह अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं. ऐसा ही हिन्दुत्व का वोट बैंक बनाने का उनका प्रयत्न हैं. राज्य में मंत्री और चार बार विधायक रह चुके जन नेता माने जाते जगदीश गुप्ता ने कहा कि हिन्दुत्व का परचम लहराने के लिए वे शिंदे सेना में शामिल हुए है. पार्टी जो भी पद , जिम्मेदारी देगी. उसे निभाने का प्रयत्न होगा.
* निकाय चुनाव के मुद्दे
जगदीश गुप्ता ने निकट भविष्य में होनेवाले निकाय चुनाव पर लक्ष्य केन्द्रित करने की बात कहते हुए बताया कि धनुष्य बाण को जिले में बडी ताकत बनाने का प्रयत्न होगा. मुद्दों की बात करें तो अमरावती में स्वच्छता का बडा मुद्दा है और प्रशासन पर पकड भी एक बडी बात उन्हें चुनाव को देखते हुए नजर आती है. पहले पार्टी को मजबूत करने उनका जोर रहेगा. पार्टी कौन सा पद और आदेश देती है, उस पर समर्थकों के साथ मिलकर तय करेंगे.
* अन्य चुनावों के भी संकेत
जगदीश गुप्ता ने प्रश्न के उत्तर में कहा कि न केवल जिला परिषद, महापालिका और पालिका के शीघ्र चुनाव हैं. बल्कि आगे भी चुनावों का सिलसिला जारी रहनेवाला है. सभी चुनाव के लिए अमरावती जिले में शिवसेना शिंदे गट को तैयार करना उनका ध्येय रहेगा. यह कहते हुए धुरंधर राजनेता ने निकायों से चुने जाते एमएलसी के चुनाव, उसके बाद शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र, स्नातक निर्वाचन क्षेत्र उपरांत लोकसभा एवं तत्पश्चात विधानसभा चुनाव रहने का उल्लेख किया. बीजेपी के नेता तुषार भारतीय की पार्टी में रि एन्ट्री संबंधी सवाल को गुप्ता ने नो कमेंट्स कहकर टाल दिया. उसी प्रकार राज ठाकरे और उध्दव ठाकरे के एक होने संबंधी प्रश्न पर बडे लीडर जवाब देंगे, ऐसा कहा.
कांग्रेस से थी ऑफर
जब बीजेपी के राज्य में केवल 18-19 विधायक चुने जाते, उस समय कांग्रेस के लोग एप्रोच होने का दावा जगदीश गुप्ता ने किया. गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस उन्हें मनचाही सीट से उम्मीदवार बनाने तेैयार थी. किंतु अपने सिध्दांतों की खातिर उन्होंने कांग्रेस की पेशकश मंजूर नहीं की.
* 45 वर्षो से बीजेपी का सिपाही
जगदीश गुप्ता ने कहा कि वे भारतीय जनता पार्टी के 1982 से निष्ठावान कार्यकर्ता रहे हैं. पार्टी के लिए जिले में 45 वर्षो तक काम करनेवाले कार्यकर्ता से पार्टी के बडे नेताओं को बात करने में अहंकार कैसे आडे आ गया, यह वे समझ नहीं पाए हैं.





