एक सप्ताह से लापता मूकबधीर बच्चे का शव बरामद

सुजल बंडू खंडारे के तौर पर हुई मृतक की शिनाख्त

* 23 सितंबर से लापता था 16 वर्षीय सुजल खंडारे
* गुमशुदगी की दर्ज कराई गई थी शिकायत, पुलिस कर रही थी तलाश
* आज सुबह बेलोरा खेत परिसर के जंगल में पडी मिली सुजल की लाश
* लोणी पुलिस ने पंचनामा कर शुरु की जांच, मौत की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं, पडताल जारी
अमरावती/दि.1- समीपस्थ लोणी पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत बेलोरा गांव निवासी सुजल बंडू खंडारे (16) नामक मूकबधीर लडका विगत एक सप्ताह से लापता था. जिसकी गुमशुदगी को लेकर शिकायत मिलने के बाद लोणी पुलिस उसकी हर ओर सरगर्मी के साथ तलाश कर रही थी. वहीं आज दोपहर बेलोरा खेत परिसर के पास स्थित जंगल से सुजल खंडारे का शव बरामद हुआ. यह जानकारी सामने आते ही पूरे परिसर में अच्छा-खासा हडकंप व्याप्त हो गया. समाचार लिखे जाने तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया था कि, सुजल खंडारे की मौत कैसे हुई और उसकी मौत की वजह क्या थी.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक नांदगांव खंडेश्वर तहसील अंतर्गत बेलोरा गांव निवासी बंडू खंडारे (47) का 16 वर्षीय बेटा सुजल खंडारे मूकबधीर रहने के चलते अमरावती में मार्डी रोड स्थित नूतन मूकबधीर विद्यालय में कक्षा 6 वीं की पढाई कर रहा था. जो विगत दिनों अचानक ही अपने गांव वापिस लौट आया था. ऐसे में विगत 23 सितंबर को उसे लेने हेतु उसकी शाला के शिक्षक बेलोरा गांव स्थित उसके घर पहुंचे, जिन्हें देखते ही सुजल खंडारे अपना घर छोडकर कहीं बाहर निकल गया और फिर वापिस ही नहीं लौटा. जिसकी हर ओर तलाश करने के बावजूद उसका कहीं कोई पता नहीं चला तो उसकी गुमशुदगी को लेकर लोणी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई. जिसके आधार पर लोणी पुलिस ने नाबालिग बच्चे के अपहरण का मामला दर्ज करते हुए उसकी हर ओर तलाश करनी शुरु की थी. परंतु करीब एक सप्ताह का समय बीत जाने के बावजूद सुजल खंडारे को लेकर पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा. वहीं अब आज सुबह बेलोरा खेत परिसर के निकट जंगल परिसर में पाला गांव के पास एक बच्चे का सडागला शव पडा रहने की जानकारी पुलिस को मिली. जिसके बाद लोणी पुलिस ने तुरंत ही मौके पर पहुंचकर पंचनामे की कार्रवाई की और मृतक बच्चे की शिनाख्त एक सप्ताह से लापता सुजल खंडारे के तौर पर की गई. सुजल खंडारे का जंगल परिसर से सडागला शव बरामद होते ही पूरे परिसर में अच्छा-खासा हडकंप व्याप्त हो गया. समाचार लिखे जाने तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया था कि, सुजल खंडारे की मौत कब व कैसे हुई थी. हालांकि शव की सडीगली अवस्था को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि, सुजल की मौत हुए चार-पांच दिन से अधिक का समय बीत चुका है और इस दौरान उसके शव को जंगली जानवरों द्वारा नोचा-खसोटा भी गया है. बहरहाल लोणी पुलिस इस मामले की सरगर्मी से जांच कर रही है.

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