बौद्ध व आंबेडकरी संगठनों ने कलेक्ट्रेट पर किया जनाक्रोश आंदोलन

इर्विन चौराहे से निकाला गया जबरदस्त मोर्चा

 अमरावती/दि.15 – बिहार स्थित महाबोधी महाविहार, नागपुर स्थित पवित्र दीक्षाभूमि तथा मध्यप्रदेश के महु स्थित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की जन्मभूमि की मुक्ति हेतु भारतीय बौद्ध महासभा, समता सैनिक दल व भिख्खु संघ सहित जिले के सभी बौद्ध व आंबेडकरी संगठनों द्वारा आज 17 सितंबर को देशव्यापी आंदोलन किया गया. जिसके तहत महाराष्ट्र में मुंबई स्थित मंत्रालय सहित सभी जिलो में जिलाधीश कार्यालय पर मोर्चा ले जाते हुए जनाक्रोश आंदोलन किया गया. इसके तहत आज दोपहर 12.30 बजे स्थानीय इर्विन चौक स्थित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पुतला व स्मारक परिसर से विशालकाय मोर्चा जिलाधीश कार्यालय तक ले जाया गया और जिलाधीश को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा गया.
बौद्ध एवं आंबेडकरी संगठनों के प्रतिनिधि मंडल द्वारा जिलाधीश को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि, बौद्ध एवं आंबेडकरी समाज हेतु बेहद महत्वपूर्ण रहनेवाली तीनों पवित्र भूमियों को गैर बौद्धों के कब्जे से तुरंत मुक्त कराया जाए और इन तीनों पवित्र भूमियों के प्रबंधन व नियंत्रण का जिम्मा पूरी तरह से बौद्धों को सौंपा जाए.
यह ज्ञापन सौंपते समय भारतीय बौद्ध महासभा, समता सैनिक दल एवं वंचित बहुजन आघाडी सहित विभिन्न बौद्ध व आंबेडकरी संगठनों के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही. जिनमें विजय चौरपगार, प्रा. प्रकाश बोरकर, प्रा. डॉ. मुकेश सरदार, संजय चौरपगार, राहुल मेश्राम, माया धांडे, संगीता सरदार, गणपत तिडके, प्रा. डॉ. रमेश बडगे, प्रा. डॉ. प्रमोद भालेराव, ललित कांबले, मालती मेश्राम, निर्मला नागले, पूजा वानखडे, उमा वानखडे, रमेश आठवले व आनंद इंगले आदि का समावेश था.

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