* वहां खेल रहा बच्चा आ गया था चपेट में
बुलढाणा/दि.10- तहसील के पोटली खेत शिवार में गुरुवार को दोपहर 4 से 5 बजे के दौरान जंगली सूअर के जत्थे ने परिसर में उत्पात मचा रखा था. ऐसे में वहां खेल रहे तीन वर्ष के बच्चे पर जंगली सुअर ने हमला कर एक महिला सहित इस बच्चे को घायल कर दिया. लेकिन एक साहसी महिला ने जंगली सूअर का यह हमला विफल करते हुए बालक की जान बचाने में सफलता प्राप्त की.
जंगली सुअरों को वहां से खदेड़ने वाली और बच्चे की जान बचाने वाली साहसी महिला का नाम वंदनाबाई खराटे है. घटना में बालक और महिला गंभीर रुप से घायल हो गए हैं. दोनों पर निजी अस्पताल में उपचार जारी है. जानकारी के मुताबिक 8 दिसंबर को सुवर्णा भागवत हुंबर्डे नामक महिला अपने बेेटे यश (3) के साथ नीनाजी हुंबर्डे के खेत में काम कर रही थी. वंदना खराटे भी उसी खेत में काम कर रही थी. दोपहर 4 से 4.30 बजे के दौरान अचानक जंगली सुअर ने यश पर हमला कर दिया. उस समय उसकी मां ने चीखते हुए आसपास के लोगों को बुलाने का प्रयास किया. खेत में काम कर रही वंदना ने सुवर्णा की आवाज सुनी और अपनी जान की परवाह न करते हुए वह बच्चे को बचाने के लिए दौड़ पड़ी. किसी तरह उसने बच्चे को सूअर के चंगुल से छुड़ाने में सफलता प्राप्त की. लेकिन इस हमले में वह भी गंभीर रुप से घायल हो गई. महिला की आवाज सुनकर बाजू के खेत में काम कर रहा सचिन तायडे नामक युवक घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़ा और उसने सूअर के चंगुल से महिला को छुड़ाने का प्रयास किया. नागरिकों की भीड़ घटनास्थल पर जमा होने लगी. तब इन जंगली सुअरों ने भारसु कलसकर, विष्णु गोपी, आनंद पाचपुरे के बछड़े और शिवाजी सपकाल की गाय पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया और वहां से भाग गये. इस घटना की जानकारी मिलते ही सामाजिक कार्यकर्ता रवि खंडारे ने वन विभाग तथा तहसीलदार को जानकारी देकर घायलों की आर्थिक सहायता कर बालक की जान बचाने वाली साहसी महिला वंदना खराटे का सम्मान करने की मांग की है. इस घटना के कारण परिसर में दहशत का वातावरण है.