* गांव में भय का वातावरण
बुलढाणा/ दि.16 – शहर के समीपस्थ पारखेड एमआईडीसी गांव की स्मशान भूमि में देर रात के समय अघोरी पूजा किये जाने का मामला कल सुबह उजागर हुआ. गांव की एक महिला शौच के लिए जा रही थी तब यह बात सामने आयी. इस घटना से गांव में भय का वातावरण निर्माण हुआ है. दूसरी तरफ सुशोभित की गई स्मशान भूमि में महिलाएं शौच के लिए जाती है, यह देखकर गांव के किसी व्यक्ति ने इस तरह की हरकत की होगी, ऐसी भी चर्चा गांव में शुरु है.
खामगांव तहसील के पारखेड गांव की स्मशान भूमि में अघोरी पूजा किये जाने का मामला महिला ने उजागर किया. अज्ञात व्यक्ति ने अघोरी पूजा की, इसके कारण गांव में भय का वातावरण निर्माण हुआ है. गांव को लगकर स्मशान भूमि में अलग-अलग स्थानों पर निबु रखे गए. उसमें नुखिली सुईयां टोचकर रखी गई हैं. इसके अलावा निबु के ईदगिर्द रंगोली व चावल की गोल रिंग बनाई गई. कुछ जगह धागे भी रखे गए है. स्मशान भूमि के चारों तरफ 21 निबु के ईदगिर्द रिंग बनाई गई, ऐसा गांववासियों को दिखाई दिया. यह काला जादू या गुप्त धन निकालने के लिए ऐसा किया गया होगा, ऐसा कुछ लोगों का कहना है. जबकि कुछ लोगो को कहना है कि गुप्त धन के लिए बलिदान देने की प्रक्रिया हो सकती है. यह पूजा किसने की यह स्पष्ट नहीं हो पाया. इस बारे में खामगांव ग्रामीण पुलिस ने यहां का जायजा लेते हुए गांववासियों से चर्चा की.
संभाजी बिग्रेड ने की साफसफाई
स्मशान भूमि में की गई पूजा किसी की शरारत है. इसमें कोई महत्व की बात नहीं है, ऐसे कहते हुए गांव के संभाजी ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने स्मशान भूमि की सामग्री इकट्ठा की और स्वच्छता अभियान चलाया. जिसमें संभाजी ब्रिगेड के मुंडे व उनके सहयोगी सरपंच पति हिम्मत सरदार ने भाग लिया.
किसी पर नहीं हुआ विपरित परिणाम
स्मशान भूमि में हुए इस मामले के बाद ग्रामवासियों ने स्वच्छता अभियान चलाया हैं. अफवाह या अंधश्रद्धा पर विश्वास न करते हुए ग्रामवासियों ने अपना रोजाना का काम शुरु रखा है. इस घटना का किसी भी तरह का विपरित परिणाम गांववासियों पर नहीं हुआ.
– संगीता हिम्मत सरदार, सरपंच पारखेड