बुलढाणा

स्वास्थ्य को लेकर सभी दलों ने किया है नजरअंदाज

स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने जताई नाराजगी

खामगांव/प्रतिनिधि दि.17 – समाज की अत्यावश्यक जरुरत रहने वाले स्वास्थ्य सेवा पर अब तक सत्ता में रहने वाली सभी पाटियों ने पूरी तरह से नजरअंदाज करने का काम किया है. कोरोना महामारी से यह बात सामने आती है. इसलिए अब तक के आर्थिक संकल्प में केवल 1 फीसदी तक खर्च होने वाला निधि 5 फीसदी तक बढाने का प्रयास किया जा रहा है. स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत किया जा रहा है. इसी कडी में तहसील स्तर पर रहने वाले शासकीय अस्पतालों में सिटी स्कैन, एमआरआई युनिट की सुविधा दी जा रही है. यह जानकारी राज्य के सार्वजनिक स्वास्थ्य व परिवार कल्याणमंत्री राजेश टोपे ने दी.
खामगांव शहर के सिल्वर सिटी अस्पताल में खामगांव सिटी स्कैनव एमआरआई रिसर्च सेंटर के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे. इस समय विधायक एड.आकाश फुंडकर, पूर्व विधायक दिलीपकुमार सानंदा, नगराध्यक्ष अनिता डवरे सहित चेअरमैन डॉ.भगतसिंग राजपुत, डॉ.निलेश टीबडेवाल, डॉ.गणेश महाले उपस्थित थे. स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने कहा कि महात्मा फुले जनस्वास्थ्य योजना सिल्वर सिटी अस्पताल में शुरू करने का प्रयास किया जाएगा. आने वाले दौर में तहसील स्तर पर जरुरतमंद मरीजों को सिटी स्कैन, एमआरआई, डायलेसिस की सुविधा नि:शुल्क दी जाएगी. हाल की घडी में राज्य के 10 जिलों में पथदर्शी प्रकल्प चलाए जा रहे है. इनमें ईसीजी जांच कराने पर मरीज को तत्काल उपचार किये जा रहे है. आने वाले कुछ दिनों में 26 जिलों में यह उपक्रम शुरु होगा.

  • स्वास्थ्य बीमा पर 1700 करोड खर्च

महात्मा फुले जनस्वास्थ्य योजना के लिए बीमा कंपनी को प्रति वर्ष 1700 करोड रुपए दिये जाते है. जिसपर बीना खर्च का लाभ केवल रेशन कार्ड रखने वाले जरुरतमंदों को होता है. सरकार की अनेक योजनाएं पहुंचाने के लिए संबंधितों ने प्रयास करने चाहिए.

  • शत प्रतिशत पद भरे जाएंगे

स्वास्थ्य विभाग में वॉचमैन से लेकर सुपर स्पेशालिस्ट चिकित्सकों के सभी पद भरें जाएंगे, इसके लिए भर्ती प्रक्रिया शुरु की गई है. जिला शल्यचिकित्सक ने बताया कि खामगांव अस्पताल में बेड की संख्या बढाने का प्रस्ताव भेजा गया है.

 

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