बुलढाणा

भेंडवल की घटस्थापना 3 मई को

300 साल की परंपरा कायम

जलगांव जामोद/ दि.23 – फसल व बारिश की परिस्थिति के साथ सामाजिक, आर्थिक व देश की राजनीतिक परिस्थितियों का भविष्य व्यक्त करने वाली विदर्भ सहित संपूर्ण महाराष्ट्र में प्रसिद्ध भेंडवल की घटस्थापना इस साल 3 मई अक्षयतृतीया के मुहूर्त पर की जाएगी. घटस्थापना के पश्चात भविष्य 4 मई को बताया जाएगा. जिसमें इस बार बारिश कैसी होगी और फसलों की क्या स्थिति होगी इसकी जानकारी दी जाएगी.
बुलढाणा जिले की जलगांव जामोद तहसील स्थित पूर्णा नदी के किनारे बसे भेंडवल इस गांव में घटस्थापना की परंपरा 300 साल से शुरु है. इस साल घटस्थापना 3 मई अक्षय तृतीया के दिन शाम को की जाएगी और 4 मई को सबरे चंद्रभान महाराज के वंशज पूंजाजी महाराज व सारंगधर महाराज मौसम व फसलों तथा राज्य व देश की स्थिति की भविष्यवाणी करेंगे.

* घटों में बदलाव के अनुसार बताया जाता भविष्य
चंद्र महाराज के वंशज पुंजाजी महाराज व सारंगधर महाराज पारंपरिक घट की स्थापना खेत में करते है. घट में गेहूं, ज्चारी, तुअर, उडद, मूंग, अलसी, बाजरा, चावल, सरकी, मसूर, कर्डी आदि 18 प्रकार के अनाज रखे जाते है, और घट के मध्य में मिट्टी का ढेपला और उस पर पानी से भरी हुई मटकी रखते है, पान, सुपारी, पुरी, पापड, कुरोडी, खाद्य पदार्थ रखे जाते है और घटों में बदलाव के अनुसार ही भविष्य बताया जाता है.

 

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