बुुलढाणा/दि.29- होय होय वारकरी, पाहे पाहे पंढरी पंक्तियां सच करते हुए जिले के हजारों वारकरी और भाविक पंढरपुर में दाखिल हुए हैं. जिनका पंढरपुर जाना नहीं होता, वे विदर्भ की पंढरी अर्थात शेगांव की राह लेते हैं. इस अलिखित परंपरानुसार संत नगरी शेगांव में विदर्भ और प्रदेश से हजारों भाविक उमड़े. आषाढ़ी एकादशी पर संत गजानन महाराज संस्थान में भी बड़ा उत्सव रहता है. संत श्री के लाखों भक्तों के लिए वह बड़ा त्यौहार है. यह भक्त गजानन महाराज में विठू माऊली के दर्शन करते हैं. समाधि स्थल पर शीश नवाते हैं. सवेरे से ही शेगांव में बच्चे-बूढ़े सभी उम्र के श्रद्धालुओं की कतारें लगी है. रेलमपेल उमड़ी है. पास पड़ोस से पैदल दिंडी, वारी यहां पहुंच रही है.
संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि तड़के से ही दर्शन हेतु लाईन लगी है. मुख दर्शन की कतार अलग रहने से भाविकों को सुविधा हुई है. भारी भीड़ को देखते हुए आज रात मंदिर खुला रहेगा. शाम को श्री का चांदी का मुखौटा सहित संस्थान की पालखी नगर परिक्रमा हेतु निकलेगी. संस्थान की सभी शाखाओं में आषाढ़ी उपलक्ष्य ऐसे ही कार्यक्रम आयोजित किए गए.