फर्जी आयकर अधिकारी ने 20 लाख रुपए से ठगा
40 लाख के नकली नोट थमाकर पैसे लेकर भागे तीनों आरोपी बुलढाणा जिले में गिरफ्तार
मुंबई में दिया गया घटना को अंजाम, आरोपियों में महिला सरपंच के पति का समावेश
खामगांव – /दि.8 खुद को आयकर अधिकारी बताकर की गई कार्रवाई के जब्त 40 लाख रुपए लेकर बदले में केवल 20 लाख रुपए देने का प्रलोभन देकर पुणे के एक व्यक्ति को मुंबई में चुना लगाने के मामले मेें बुलढाणा जिले के खामगांव तहसील में आने वाले चितोडा अंबिकापुर की महिला सरपंच के पति सहित 3 लोगों को माटूंगा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. विशेष यानि मुख्य आरोपी सरपंच के पति देवराज भाउराव हिवराले के विरोध में राज्य भर में इसी तरह के अनेक मामले दर्ज रहने की जानकारी पुलिस जांच में सामने आई है.
जानकारी के मुताबिक पुणे निवासी रामदास दत्तात्रय बल्लाल ने मुंबई के माटूंगा थाने मेें शिकायत दर्ज करवाई. इस शिकायत में आरोपियों ने खुद को आयकर अधिकारी बताकर अपने पास कार्रवाई में जब्त की हुई काफी नोट है. उसे बदलकर लेना है इसके लिए 20 लाख के बदले 40 लाख रुपए देने का प्रलोभन दिया गया. बल्लाल के साथ मुंबई के अनेक महंगी होटलों में देवराव हिवराले ने भेंट दी. इतना ही नहीं बल्कि मर्सिडीज, फॉर्च्यूनर जैसी आलिशान कार में भी बल्लाल को घुमाया. विश्वास संपादन करने के बाद बल्लाल से 20 लाख रुपए नकद लिए गए. बदले में उसे (बल्लाल को) भारतीय बच्चों का बैंक अंकित नकली नोट थमा दी गई. अपने साथ जालसाजी होने का पता चलते ही माटूंगा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु की. मिली जानकारी के आधार पर पुलिस के दल ने बुलढाणा जिले के खामगांव तहसील में आने वाले चितोडा अंबिकापुर ग्राम निवासी महिला सरपंच के पति देवराव भाउराव हिवराले (35), रविकांत जनार्दन हिवराले (36) और योगेश वासुदेवराव हिवराले (32) को गिरफ्तार कर लिया. जबकि इन आरोपियों का एक साथी फरार बताया जाता है.
10 लोगों का गिरोह
प्रलोभन देकर जालसाजी करने का गोरख धंधा संपूर्ण राज्य में करने के लिए इस गिरोह में 10 सदस्य रहने की जानकारी है. मुंबई की जालसाजी की घटना में 4 लोगों का समावेश है. इसमें से 3 लोग गिरफ्तार किये गये है, जबकि एक फरार है. उसकी तलाश जारी है.
अनेक थानों में मामले दर्ज
मुंबई में गिरफ्तार किये गये मुख्य आरोपी देवराव हिवराले के खिलाफ राज्य के विविध जिलों में इसी तरह के मामले दर्ज रहने की जानकारी पुलिस जांच में सामने आयी है. आरोपियों ने और कितने लोगों के साथ जालसाजी की. इसकी जांच भी माटूंगा पुलिस कर रही है. इस कारण अब आरोपियों के सभी मामले उजागर होने की संभावना है.